जानिए केरल की पहली महिला आदिवासी IAS की प्रेरणादायक कहानी, जोश से भर देगा दिल

Nikita Panwar

First Adivasi Girl Shreedhanya Suresh Who Passed IAS Exam: UPSC की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परिक्षाओं में से एक है. जिसे पास करने के लिए लाखों उम्मीदवार हिस्सा लेते हैं. लेकिन जी तोड़ मेहनत के बाद बहुत ही कम ही लोग इसे पास कर पाते हैं. ऐसी ही एक कहानी केरल की उस आदिवासी महिला की है, जिसने बड़े और प्रतिष्ठित कॉलेज पढ़ाई नहीं की थी, लेकिन आज वो अपनी मेहनत और लगन से पहली आदिवासी महिला बन चुकी हैं, जिन्होंने IAS की परीक्षा पास की. चलिए इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको उनकी कहानी बताते हैं.

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श्रीधन्या सुरेश कुरीचिया जनजाति से आती हैं. जिन्होंने UPSC पास करने के लिए बहुत मेहनत की. कोई भी सफ़लता बिना दिक्कतों के नहीं आती. ऐसा ही श्रीधन्या के साथ हुआ. केरला से आने वाली श्रीधन्या के सफ़र में बहुत सी कठिनाइयां आईं. लेकिन उन्होंने बेख़ौफ़ उन दिक्कतों का सामना किया और अपनी पढ़ाई जारी रखी.

श्रीधन्या के माता-पिता धनुष-बाण की दुकान पर काम करते हैं

श्रीधन्या के परिवार की आर्थिक स्थिति कुछ ज़यादा अच्छी नहीं थी. उनके माता-पिता ने उन्हें बहुत ही मेहनत से पढ़ाया. पेशे से उनके माता-पिता धनुष और बाण की दुकान पर काम करते हैं. वहीं श्रीधन्या से अपनी स्कूलिंग वायनाड से ही पूरी की और कोझिकोड के सेंट जोसेफ़ कॉलेज (कालीकट) से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की. ग्रेजुएशन करने के बाद श्रीधन्या एप्लाइड ज़ूलॉजी (Applied Zoology) में अपनी मास्टर्स डिग्री भी पूरी की.

श्रीधन्या सेंट्रल सरकार के अनुसूचित जनजाति विकास विभाग में काम करती थी. इसके बाद उन्होंने आदिवासी छात्रों के हॉस्टल में वॉर्डन बनकर भी काम किया था. लेकिन वो इस चीज़ से संतुष्ट नहीं थी. उन्हें UPSC पास करनी ही थी. जिसके लिए उन्होंने पढ़ाई की और तीसरे प्रयास में AIR 410 लाकर परीक्षा पास कर ली.

उनके इस सफ़र में न सिर्फ़ उनके परिवार ने बल्कि उनके दोस्तों ने भी बहुत मदद की थी. जब भी पैसे कम पड़ते थे, वो हमेशा उनकी मदद करते थे. आज श्रीधन्या केरल की पहली महिला आदिवासी IAS अधिकारी बन चुकी हैं.

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