Indian Godmen Educational Qualification : भारत में बाबाओं की कमी नहीं है. ऐसे कई बाबा हैं, जो लोगों का सादा जीवन जीने का प्रवचन देते हैं और लाखों की संख्या में लोग उनकी बात को फॉलो भी करते हैं. आधुनिक भारत में भी ऐसे कई साधु –संत हुए हैं या हैं, जिनका भौकाल मंत्री नेता से कम नहीं. हालांकि, इनमें से कईयों पर गंभीर आरोप भी लगे, जिसके कारण कुछ को सलाखों के पीछे जाना पड़ा. लेकिन फिर भी इनका रतबा कम नहीं हुआ.
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारतीय बाबा जिनको लोग भगवान के समान मानते हैं, वो कितने पढ़े-लिखे हैं? (Indian Godmen Educational Qualification)
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1. स्वामी नित्यानंद
स्वामी नित्यानंद की एक नित्यानंद ध्यानपीठम नाम से एक से फाउंडेशन है, जिसके दुनिया भर में मंदिर, आश्रम और गुरुकुल हैं. उन्हें शुरू में एक स्थानीय “पाठशाला” में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उन्होंने कक्षा- I और II की पढ़ाई उसी गांव में एक मुस्लिम समुदाय द्वारा संचालित स्कूल से पूरी की. स्वामी नित्यानंद ने साल 1955 में कलकत्ता यूनिवर्सिटी से MA किया था.
2 आसाराम बापू
जोधपुर में रेप मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे 81 साल के आसाराम बापू (Asaram Bapu) के दुनियाभर में 350 आश्रम हैं. इसके अलावा वो 17,000 बाल संस्कार केंद्र के भी मालिक हैं. अगर उनकी पढ़ाई की बात करें, तो अपने पिता की मृत्यु के बाद आसाराम ने थोड़े समय के लिए बिज़नेस चलाया. जब उनके पिता की मृत्यु हो गई, तब उन्होंने तीसरी कक्षा तक अपनी औपचारिक शिक्षा जय हिंद हाई स्कूल से पूरी की थी.
3. बाबा रामदेव
भारतीय योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) आयुर्वेद, बिज़नेस, राजनीति और कृषि में अपनी एक्टिविटीज़ के लिए जाने जाते हैं. उनकी पढ़ाई की बात करें, तो बाबा रामदेव ने पास के गांव शहजादपुर के एक सरकारी स्कूल से आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद खानपुर गांव के एक गुरुकुल में आचार्य प्रद्युम्न और योग आचार्य बलदेव जी से संस्कृत और योग की शिक्षा ली थी. इसके बाद युवावस्था में ही उन्होंने संन्यास लेने का संकल्प लिया और पहले वाले रामकिशन स्वामी रामदेव के नये रूप में अवतरित हुए.
4. श्री श्री रविशंकर
भारतीय गुरु श्री श्री रविशंकर (Shri Shri Ravishankar) ने 1981 में आर्ट ऑफ़ लिविंग फाउंडेशन (Art of Living Foundation) का 1981 में गठन किया था. उनके पास बेंगलुरु विश्वविद्यालय के सेंट जोसेफ़ कॉलेज से बैचलर ऑफ़ साइंस की डिग्री है.
5. जग्गी वासुदेव
जग्गी वासुदेव ने ईशा फाउंडेशन (Isha Foundation) का गठन किया था. वो दुनियाभर में सद्गुरु के नाम से जाने जाते हैं. ईशा फाउंडेशन एक NPO है, जो दुनियाभर में योग प्रोग्राम्स ऑफ़र करता है. डिमॉन्स्ट्रेशन स्कूल, मैसूर और महाजन प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में अपनी स्कूली शिक्षा के बाद, वासुदेव ने मैसूर विश्वविद्यालय से इंग्लिश में बैचलर की डिग्री हासिल की थी.
6. राम रहीम
भारत की सबसे समृद्ध आध्यात्मिक हस्तियों में से एक राम रहीम थे. कहा जाता है कि राम रहीम को ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी’ नाम की एक ब्रिटिश यूनिवर्सिटी ने साल 2016 में PhD की डिग्री दी थी. वहीं इस यूनिवर्सिटी के बारे में ब्रिटिश गवर्मेंट का कहना है कि उनकी लिस्ट में ऐसी किसी यूनिवर्सिटी को मान्यता-प्राप्त नहीं है.
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7. अवधूत शिवानंद
शिव योग (Shiv Yog) के फाउंडर होने के साथ ही वो एक आध्यात्मिक गुरु भी हैं. सितंबर 2016 में, डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय के चांसलर पी. डी. पाटिल ने ब्रह्मांड विज्ञान में उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया था.