भगवान शिव के दर्शन के लिए साइकिल से केदारनाथ पहुंच गया ये भोलेनाथ भक्त, 56 दिनों में तय किया सफ़र

Vidushi

कहते हैं दिल में आस्था और कुछ करने का जुनून इंसान को मुश्किल से मुश्किल रास्ता भी तय करा देता है. आज हम आपको एक ऐसे ही शिव भक्त की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनके भीतर भगवान भोलेनाथ की प्रगाढ़ आस्था थी और इसी आस्था के चलते उन्होंने अपने आराध्य देव के दर्शन के लिए हज़ारों किलोमीटर की दूरी भी नाप दी. उन्होंने अपना ये सफ़र साइकिल से 56 दिनों में पूरा किया है.

indianexpress

ये भी पढ़ें: मिलिए दिल्ली के इस दिलवाले कैब ड्राइवर से, यात्रियों के लिए रखता है जूस, दवाई समेत कई चीज़ें

आइए हम आपको भोलेबाबा के इस भक्त और उनकी इस अनोखी यात्रा के बारे में बताते हैं.

जमुई से केदारनाथ तक का तय किया सफ़र

दरअसल, हम बात कर रहे हैं जमुई जिले के झाझा में रहने वाले प्रीतम राजहंस की. इनकी उम्र 21 वर्ष है. ये भगवान भोलेनाथ के भक्त हैं. 5 मई को प्रीतम ने अपनी साइकिल उठाई और जमुई के झाझा से ही अपनी केदारनाथ यात्रा शुरू की. वो अयोध्या और गोरखपुर होते हुए उत्तराखंड पहुंचे. इसके बाद उन्होंने हरिद्वार, गंगोत्री, यमुनोत्री होते हुए पहाड़ की चढ़ाई पूरी की.

bhaskar

रास्ते में आईं कई मुश्किलें

प्रीतम के मुताबिक उनका ये सफ़र बिल्कुल भी आसान नहीं था. इस यात्रा के दौरान कई उनको कई कठिनाइयां आईं. लेकिन उन्होंने इन सबका डटकर सामना किया. उन्होंने कहा कि अगर आप किसी यात्रा पर निकले हैं, तो कठिनाइयां तो आएंगी हीं. उन्हें पारकर ही मंज़िल तक पहुंचा जा सकता है. उन्होंने ये भी कहा, “भगवान भोलेनाथ में मेरी बड़ी प्रगाढ़ आस्था है और इसी कारण मैंने उनके दर्शन करने का निर्णय किया और साइकिल उठाई. भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए केदारनाथ की यात्रा पर निकल पड़ा.”

news18

ये भी पढ़ें: बेंगलुरु: 5 घंटे में 40 रुपए कमाने पर ऑटोचालक के रोने का पूरा मामला समझिए, जिसपर उबल पड़ी है जनता

यात्रा को पूरा करने में लगे 56 दिन

प्रीतम राजहंस ने इस यात्रा को पूरी करने के लिए 56 दिनों तक लगातार साइकिल चलाई और अब वो भोलेनाथ के केदारनाथ में दर्शन करके वापिस जमुई लौट चुके हैं. इस यात्रा के प्रीतम के लिए सबसे मुश्किल सफ़र मसूरी में 7 हज़ार फीट की चढ़ाई करना रहा. आपको बता दें कि जमुई से केदारनाथ की दूरी एक हज़ार किलोमीटर से भी ज़्यादा है और वहां से बद्रीनाथ होते हुए क़रीब दो से ढाई हज़ार किलोमीटर प्रीतम ने साइकिल चलाई थी. केदारनाथ के बाद अब प्रीतम की चारों धाम से साइकिल से यात्रा करने की योजना है. उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरण बचाने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने लोगों से भी पेड़ लगाने की अपील की.   

news18
आपको ये भी पसंद आएगा
पूर्णा सांथरी: आंखों की रोशनी खोने के बावजूद नहीं मानी हार, IAS बनकर किया मां-बाप का नाम रौशन
बचपन में जिन पेन्सिल की ब्रांड नटराज और अप्सरा को यूज़ करते थे, क्या जानते हो वो सेम कंपनी है?
बस ड्राइवर की बेटी उड़ाएगी एयरफ़ोर्स का जहाज, पाई ऑल इंडिया में दूसरी रैंक, पढ़िए सक्सेस स्टोरी
पहचान कौन? बॉलीवुड का डायरेक्टर जिसके नाम नहीं है एक भी फ्लॉप फ़िल्म, संजय दत्त को बनाया सुपरस्टार
दिल्ली मेट्रो में महिलाओं ने किया कीर्तन, Viral वीडियो देख लोग बोले- ‘लड़ाई-झगड़े से बेहतर है’
कोलकाता में मौजूद British Era के Pice Hotels, जहां आज भी मिलता है 3 रुपये में भरपेट भोजन