उत्तर प्रदेश के झांसी के रहने वाले मनु अग्रवाल (Manu Agarwal) की स्टोरी आज के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है. 21वीं सदी के युवाओं में जहां रिजेक्शन मौत का कारण तक बन रहा है. वहीं एक युवा ऐसा भी है जिसने 35 कंपनियों से रिजेक्शन मिलने के बाद भी नौकरी की उम्मीद नहीं छोड़ी और आज Google में करोड़ों की नौकरी के साथ-साथ ख़ुद की कंपनी भी चला रहा है. मनु अग्रवाल ने ‘असफ़लता के बाद ही सफ़लता मिलती है’ वाली कहावत को सच कर दिखाया है.
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मनु अग्रवाल झांसी के एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते थे. इसलिए उन्हें हिंदी मीडियम के सरकारी स्कूल से पढ़ाई करनी पड़ी. पढ़ाई के दौरान उन्हें कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. ख़ासतौर पर गणित विषय में उन्हें काफीफ़ी अड़चनें आती थीं. बावजूद इसके उन्होंने अपनी कमजोरियों को अपनी ताक़त बनाकर AIEEE (JEE) परीक्षा में शानदार रैंक हासिल की और वित्तीय कठिनाइयों से गुजरते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से BCA किया.
इंजीनियरिंग करने के बाद मनु अग्रवाल को ढूंढ़ने के लिए भी मुश्क़िलों का सामना करना पड़ा. आख़िरकार 2016 में उन्हें 10 हज़ार रुपये में पेड इंटर्नशिप मिल गई. नौकरी के साथ-साथ MCA करने के बाद मनु अग्रवाल जब कंपनियों में अप्लाई करना शुरू किया तो 35 कंपनियों से उन्हें रिजेक्शन मिला. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और ठान लिया कि वो अच्छे पैकेज वाली नौकरी खोज कर ही रहेंगे.
माइक्रोसॉफ्ट ने दिया 1.9 करोड़ का ऑफ़र
अगर भारत में नहीं मिली तो इसके लिए वो विदेश तक जाएंगे. इस बीच उन्होंने विदेश में भी नौकरियों के लिए अप्लाई करना शुरू कर दिया. मनु के पास कोडिंग में ग़ज़ब का कौशल था. इसलिए उन्हें Microsoft में इंटर्नशिप मिल गई. इसके बाद अमेरिका के सिएटल में Microsoft ने उन्हें 1.9 करोड़ रुपये के पैकेज वाली जॉब ऑफ़र कर दी.
कोविड-19 के दौर में भारत लौटे
मनु अग्रवाल कोविड-19 के दौरान पारिवारिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण Microsoft की नौकरी छोड़कर भारत लौट आए. भारत लौटने के बाद उन्होंने Google ज्वाइन कर लिया. गूगल में नौकरी के दौरान ही मनु ने अपने दोस्त अभिषेक गुप्ता के साथ बतौर को-फ़ाउंडर ट्यूटर्ट अकैडमी (Tutort Academy) से जुड़ने का फ़ैसला किया.
अभिषेक गुप्ता और मनु अग्रवाल की पार्टनरशिप वाली ट्यूटर्ट अकैडमी को डेटा साइंस, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, डेटा स्ट्रक्चर और फुल स्टैक में मास्टर कोर्स सिखाने के लिए जाना जाता है.
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