Success Story: B.Tech के बाद जॉब ना मिलने पर लोगों ने मारे ताने, IAS बन लगाया समाज के मुंह पर ताला 

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Utkarsh Gaurav UPSC Success Story : अक्सर जब इंसान कोई भी वो काम करता है, जो समाज की दकियानूसी सोच से विपरीत होता है, तो उसे लोगों के ताने सुनने पड़ते हैं. साथ ही अगर अपने दिल की बात सुनने का मन भी करे, तो भी ‘लोग क्या कहेंगे’ की सोच आपको उसे करने से पीछे धकेल देती है. लेकिन वहीं कुछ लोग अपने इरादों के इतने पक्के होते हैं, कि उन्हें अपने टारगेट के अलावा बाकी किसी भी चीज़ से कोई फ़र्क नहीं पड़ता.

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इन्हीं में से एक नाम है बिहार (Bihar) के उत्कर्ष गौरव (Utkarsh Gaurav) का. इन्होने बीटेक करने के बाद UPSC की तैयारी करने का फ़ैसला किया. लोगों के ताने सुने पर हार नहीं मानी. आइए आपको इनकी सक्सेस स्टोरी के बारे में बताते हैं.

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उत्कर्ष गौरव की शुरआती ज़िंदगी

कहते हैं विपरीत परिस्थितियों से लड़ना सबके बस की बात नहीं होती, लेकिन उत्कर्ष गौरव ने ये कर दिखाया. बिहार के नालंदा स्थित भागन बीघा के अमरगांव के उत्कर्ष के पिता एक किसान हैं. जबकि उनकी मां होममेकर हैं. वो तीन भाई-बहन हैं. उन्होंने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई बिहार के गांव से ही की. इसके बाद वो बीटेक करने के लिए बेंगलुरु चले गए. उन्होंने PESIT से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई 2018 में पूरी की. हालांकि, उनके जीवन में चीज़ें तब बदलीं, जब बीटेक करने के बाद उन्होंने नौकरी ना करने का फ़ैसला किया.

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लॉकडाउन के चलते आना पड़ा घर

बीटेक के बाद वो दिल्ली चले गए. वहां उन्होंने UPSC की कोचिंग शुरू कर दी, लेकिन उन्हें सफ़लता नहीं मिली. इसी बीच कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पूरी दुनिया घरों में कैद हो गई. उत्कर्ष भी लॉकडाउन के कारण अपने गांव लौट गए. इस फ़ैसले के बाद लोग उन्हें अक्सर ताने देते थे. उनका कहना था कि बीटेक करने के बाद आमतौर पर लोग गांव छोड़कर शहर नौकरी करने जाते हैं. लेकिन यहां तो उल्टा ही हो गया. इसके अलावा भी उनका ख़ूब मजाक उड़ाया गया. लेकिन परिवार के लोगों ने उनका भरपूर साथ दिया. उन्होंने UPSC के लिए तीन प्रयास किए और तीनों में असफ़ल रहे.

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लोगों के ताने के बावजूद पाई सफ़लता

हालांकि, गांव में रहकर तैयारी के उन्हें कई फ़ायदे भी हुए. उनका पहला तो रहने-खाने का ख़र्च बचा, साथ ही घर का खाना खाने से उनकी सेहत भी बेहतर हुई. इसके चलते वो 2022 में पूरी ताक़त के साथ वापिस लौटे. उन्होंने पूरी शिद्दत से UPSC की परीक्षा दी और चौथे प्रयास में सफ़ल हो गए. उनकी UPSC में 709वीं रैंक आई. अपनी तैयारी की स्ट्रेटजी बताते हुए उन्होंने मीडिया को बताया था कि तैयारी के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी. गांव में रहने के दौरान वो यूट्यूब के ज़रिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करते थे.

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