इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) अधिकारी बनाना हर भारतीय का सपना होता है. सिविल सर्विसेज़ की परीक्षा भारत की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है. देश में हर साल लाखों युवा IAS IPS, IRS और IFS अधिकारी बनने का सपना लेकर ‘सिविल सर्विसेज़’ की परीक्षा में बैठते हैं. इस कठिन परीक्षा को पास करने के लिए युवा सालों साल कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन परीक्षा में बैठे लाखों युवाओं में से केवल 1000 लोगों के ही सपने साकार हो पाते हैं. इस परीक्षा में सफ़ल कैंडिडेट्स को रैंक के हिसाब से IAS, IPS, IRS और IFS अधिकारी के तौर पर देश की सेवा करने का मौक़ा मिलता है.
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भारत में इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) सबसे प्रतिष्ठित सरकारी नौकरी मानी जाती है. देश के हर आईएएस अधिकारी को अपने कार्यकाल के दौरान एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, अंडर सेक्रेटरी, स्पेशल सेक्रेटरी, डिविज़नल कमिश्नर/सेक्रेटरी-कम-कमिश्नर, डायरेक्टर, जॉइंट सेक्रेटरी, सेक्रेटरी/एडिशनल सेक्रेटरी, एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी और अंत में कैबिनेट सेक्रेटरी तक की पोस्ट मिलती है.
कैबिनेट सेक्रेटरी (Cabinet Secretary) सबसे ऊंची रैंक मानी जाती है. देश के सभी IAS ऑफ़िसर्स का बॉस ‘कैबिनेट सेक्रेटरी’ ही होता है. केंद्र स्तर पर ये बेहद महत्वपूर्ण पद माना जाता है, जो भारत के प्रधानमंत्री के अधीन आता है और उन्हें रिपोर्ट करता है. वहीं राज्य स्तर पर चीफ़ सेक्रेटरी सबसे पद माना जाता है. वो राज्य में सभी आईएएस अधिकारियों का बॉस होता है.
वर्तमान में भारत के कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा (Rajiv Gauba) हैं. वो झारखंड कैडर से 1982 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं. उन्हें साल 2019 में इस पद पर नियुक्त किया गया था. भारतीय प्रशासनिक सेवा के सबसे वरिष्ठ अधिकारी को ही कैबिनेट सचिव बनाया जाता है, जिसे 37+ वर्ष का अनुभव होना चाहिए. देश के कैबिनेट सेक्रेटरी को प्रति माह 2.5 लाख रुपये की सैलरी मिलती है.
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