IPL के 12वें सीज़न का मुक़ाबला जितना रोमांचक हो सकता था, उससे कहीं ज़्यादा हुआ. CSK आखरी बॉल तक सबकी फ़ेवरेट थी लेकिन जीत Mumbai Indians की हुई. लसिथ मलिंगा के ज़बरदस्त ओवर की बदौलत मुंबई इंडियंस चौथी बार आईपीएल की ट्रॉफ़ी अपने नाम करने में कामयाब हुई.
हालांकि मलिंगा के साथ-साथ मुंबई के एक और प्लेयर जिसकी ख़ूब तारीफ़ हो रही है, वो हैं जसप्रीत बुमराह. इस पूरे सीज़न में बुमराह मुंबई के सबसे स्ट्रॉन्ग और मैच जिताऊ प्लेयर बन के उभरे. बुमराह की तारीफ़ की वजह 19वें ओवर में हुआ एक वाकया है.
इस ओवर में बुमराह 5 तोडू डॉट बॉल डाल चुके थे और ब्रावो को पवेलियन भेज चुके थे. लास्ट बॉल उन्होंने बैक ऑफ़ द लेंथ डिलीवरी डाली. नए-नए बल्ला जमाने आये रविंद्र जडेजा बॉल को देख भी पाते, इससे पहले वो सैर के लिए निकल चुकी थी. गेंद को सीधे विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक के ग्लव्स में होना चाहिए था लेकिन ये गेंद उनसे मिस हो गई, साथ में 4 रन भी गए.
इस Crucial पॉइंट पर कायदे के बुमराह का झल्लाना जायज़ होता क्योंकि उनके बने-बनाये गेम पर उनके ही विकेटकीपर ने पानी फेर दिया था लेकिन बुमराह हीरो निकले. बॉल मिस होने के बाद सारे कैमरे काफ़ी देर तक डिकॉक का लाल हो चुका चेहरा दिखा रहे थे. उस वक़्त मुंबई का ये विकेटकीपर अपना चेहरा छुपाने की जगह ढूंढ रहा था और अगर मुंबई हारती, तो उसका एक कारण उनका ये मिस हुआ कैच होता.
हालांकि ओवर ख़त्म होने के बाद बुमराह ने डिकॉक के कंधे पर हाथ रखा और उन्हें ‘कोई नहीं, हो गया तो हो गया’ वाली फ़ील देते नज़र आये. इससे पहले 17वें ओवर में दीपक चाहर ने उन्हीं की गेंद पर शेन वॉटसन का ज़रूरी कैच छोड़ दिया था. बुमराह ने यहां भी अपनी क्लास दिखाई और सबका दिल जीत लिया.
इस एक तस्वीर ने बुमराह के लिए सोशल मीडिया पर तारीफ़ों के पुल बांध दिए.
बुमराह की तारीफ़ होनी भी चाहिए. ऐसे मैच में जहां एक-एक रन ज़रूरी होता है, बुमराह ने एक विकेट की ग़लती को बिना पारा हाई किये भुला दिया. बुमराह का एट्टीट्यूड उन्हीं की नेशनल टीम के कई खिलाड़ियों को भी सीखना चाहिए.