हिन्दुस्तान के ज़्यादातर लोगों की रगों में ख़ून के साथ ही दौड़ता है क्रिकेट. भारतीय टीम का हिस्सा बनना आसान नहीं, करोड़ों की उम्मीदों का भार होता है खिलाड़ी के कंधों पर. वो 11 खिलाड़ी, जो पिच पर कारनामे करते हैं, उनके पीछे कई लोगों का हाथ होता है.
ऐसी ही शख़्सियत हैं Jeff Goodwin.
Jeff भारतीय क्रिकेट टीम के बस ड्राईवर हैं.
मज़ाक नहीं है, मेन इन ब्लू का बस ड्राईवर होना, वक़्त पर हर जगह सभी को सुरक्षित पहुंचाना आसान काम थोड़ी है! 20 सालों से Jeff ये ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं.
इन 20 सालों में वो कई घटनाओं और कहानियों के साक्षी रहे हैं. एक ऐसी बात, जिसे वो ताउम्र भूला नहीं सकते, वो है सुरेश रैना की दिलेरी.
सुरेश रैना ने Jeff को अपनी Jersy दी थी, ताकी उसकी बोली लगाकर Jeff पैसे इकट्ठा कर अपनी बीमार पत्नी का इलाज करवा सकें.
Jeff के शब्दों में,
कुछ साल पहले लीड्स में रैना ने मुझे निलाम करने के लिए अपनी शर्ट दी थी. ये मैं कभी नहीं भूल सकता.
यही नहीं, सचिन तेंदलुकर ने Jeff के बेटे के सामने Jeff की तारीफ़ की थी. भारत सरकार की तरफ़ से Appreciation Letter भी मिला था.
Jeff ने बताया,
मेरा बेटा टीम इंडिया को ड्राइव कर ले जा रहा था. सचिन ड्राईवर के पास बैठना ही पसंद करते थे. उन्होंने मेरे बेटे से कहा कि तुम्हारे पिता बहुत बड़े स्टार हैं. टूर के आख़िर तक मेरा बेटा भी स्टार बन गया. वो सिर्फ़ 21 साल का है और उसे भारत सरकार ने Appreciation Letter भेजा.
1999 के वर्ल्ड कप के आस-पास ही Jeff ने ड्राइविंग शुरू की. वो अलग-अलग टीम्स के लिए बस ड्राईवर की ड्यूटी कर चुके हैं.
मगर उन्हें लगता है कि टीम इंडिया बेस्ट टीम है.
क्रिकेट में आए बदलावों पर उन्होंने कहा,
क्रिकेट कई मायनों में बदल गया है. एक वक़्त था जब ऑस्ट्रेलियाई टीम गेम के बाद रात के 2-2 बजे तक ड्रेसिंग रूम में ही रहती थी और शराब पीती थी. अब वैसा नहीं है.
टीम ऑस्ट्रेलिया को ड्राइव करने के दौरान ही उनका निक नैम ‘Popeye’ रख दिया गया. Jeff को ये नाम इतना पसंद आया कि उन्होंने Popeye का टैटू भी करवा लिया.
कई कहानियां होंगी Jeff के पास, हमें दूसरी कहानियों का इंतज़ार रहेगा.