टी-20 वर्ल्ड कप से लेकर एशिया कप तक बांग्लादेश जब भी भारत से हारा है, उनकी इस हार के पीछे भारतीय विकेटकीपरों का हाथ रहा है. महेंद्र सिंह धोनी ने अपने करियर के शुरुआत बांग्लादेश के ख़िलाफ़ ही की थी. अपने पहले ही मैच में धोनी शून्य के स्कोर पर रन आउट हो गए थे. एक वो दौर था और एक आज का दौर है. धोनी जब भी बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मैदान पर उतरते हैं उनके लिए काल बनकर आते हैं. अब तो बांग्लादेशी टीम दिनेश कार्तिक से भी डरने लगी है. अब इसे बांग्लादेशी टीम की ख़राब किस्मत कहें या फिर भारतीय विकेटकीपरों का अच्छा खेल. जीत तो भारत की ही होती है.
1. जब धोनी ने चीते सी दौड़ लगाकर बांग्लादेश का सपना चकनाचूर किया था.
23 मार्च 2016 बेंगलुरु में टी-20 वर्ल्डकप के सेमीफ़ाइनल मैच के दौरान भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 146 रन बनाये. 147 का टार्गेट चेज़ करने उतरी बांग्लादेश की टीम को अंतिम ओवर में जीतने के लिये 11 रन चाहिए थे. क्रीज़ पर थे पावर हिटर महमूदुल्लाह और मुश्फ़िकुर रहीम. गेंद थी हार्दिक पंड्या के हाथ में. पहली गेंद पर महमूदुल्लाह ने एक रन लिया. मुश्फ़िकुर ने दूसरी और तीसरी गेंद पर चौके जड़ दिए. बांग्लादेश को जीत के लिए तीन गेंद में सिर्फ़ दो रन चाहिए थे. बांग्लादेशी समर्थकों को लग रहा था अब तो जीत पक्की है. लेकिन चौथी गेंद पर मुश्फ़िकुर रहीम कैच आउट, पांचवीं गेंद पर महमूदुल्लाह भी कैच आउट. बांग्लादेशी समर्थक एक दम शांत.
अब बांग्लादेश को जीत के लिए एक गेंद पर दो रन चाहिए थे और सामने थे शुवगता होम. जैसे ही पंड्या ने बॉल डाली बल्लेबाज़ बॉल छुए बिना ही रन के लिए निकल गया. बॉल थी विकेट से काफ़ी दूर खड़े धोनी के पास. उधर से मुस्तफ़िज़ुर रहमान दौड़ते हुए आ रहे थे और इधर से धोनी गेंद थ्रो करने के बजाए अपने गल्ब्ज़ में लिए दौड़ रहे थे. दौड़ने के मामले में भला धोनी को कौन टक्कर दे सकता है. मुस्तफ़िज़ुर रन पूरा करते धोने ने उससे पहले ही बॉल स्टंप पर दे मारी और भारत ने एक रन से मैच जीत लिया.
2. जब दिनेश कार्तिक ने छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई.
हाल ही में श्रीलंका के प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए निदाहास ट्रॉफ़ी का फ़ाइनल भला कौन भूल सकता है. दिनेश कार्तिक ने आख़िरी गेंद पर यादगार छक्का लगाकर भारत को जीत दिलाई थी. फ़ाइनल मैच में बांग्लादेश ने निर्धारित 20 ओवरों में भारत के समक्ष 166 का लक्ष्य रखा, जवाब में भारत के कप्तान रोहित शर्मा के 56 रन बनाये. लेकिन इस मैच के हीरो थे दिनेश कार्तिक, उन्होंने मात्र 8 गेंदों में शानदार 29 रन बनाकर बांग्लादेश के फ़ाइनल जीतने के सपने को चकनाचूर किया.
3. धोनी और कार्तिक ने बांग्लादेश को उसी के घर में रुलाया.
साल 2007, मीरपुर में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ खेले गए एक रोमांचक मैच में धोनी ने एक बार फ़िर बांग्लादेश की जीत का सपना तोड़ दिया. 251 रन का पीछा करने उतरी टीम इंडिया एक समय पर केवल 144 रन पर 5 विकेट खो चुकी थी. धोनी इस मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आये थे. इसके बाद धोनी का साथ देने आये दिनेश कार्तिक ने नाबाद 58 रन और धोनी ने नाबाद 91 रन बनाकर भारत को 5 विकेट से मैच जिताया.
4. एशिया कप टी-20 फ़ाइनल.
साल 2016, एशिया कप टी-20 के फ़ाइनल मुक़ाबले में भारत ने बांग्लादेश को हराकर पहले टी-20 एशिया कप का ख़िताब अपने नाम किया. फ़ाइनल में भारत को जीत के लिए 121 रन का टारगेट मिला था. मैच एक रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया था, जहां भारत को 12 बॉल में जीत के 19 रन चाहिए थे.
लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने 5 बॉल में ही 20 रन बनाकर बांग्लादेश की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
5. भारत-बांग्लादेश के बीच खेले गए एक अन्य टी-20 मुक़ाबले में भी धोनी ने अंतिम बॉल पर छक्का लगाकर मैच ख़त्म किया था.
6. साल 2017, रिद्दिमान साहा ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ हैदराबाद टेस्ट में छठे नंबर पर आकर शानदार शतकीय पारी खेली थी. भारत ये टेस्ट 208 रनों से जीता था.
हम तो बस यही उम्मीद करते हैं कि भविष्य में आने वाले भारतीय विकेटकीपर भी बांग्लादेश को ऐसे ही हराएंगे.