Ravi Shastri Audi Car: पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) सोशल मीडिया पर अक्सर अपने ड्रिंकिंग के शौक को लेकर ट्रोल होते रहते हैं. ख़ासकर जब वो भारतीय क्रिकेट टीम के कोच थे. तब टीम इंडिया जब भी कोई मैच हारती थी सोशल मीडिया पर लोग उन्हें चियर्स करते हुए जमकर ट्रोल करने लगते थे. लेकिन बतौर क्रिकेटर और कोच उनके करियर की बात करें तो उनके रिकॉर्ड शानदार रहे हैं.
80 और 90 के दशक में रवि शास्त्री (Ravi Shastri) बतौर क्रिकेटर काफ़ी मशहूर थे. उस दौर में बॉलीवुड अभिनेत्रियों के साथ उनके लिंक अप की ख़बरें भी आम थी. अमृता सिंह और रवि शास्त्री की लव स्टोरी भी उस दौर में काफ़ी सुर्ख़ियों में रही. रवि शास्त्री केवल लव के मैदान के ही नहीं, बल्कि क्रिकेट के मैदान के भी ज़बरदस्त खिलाड़ी थे. बतौर ऑल राउंडर उन्होंने भारत कोई कई अहम जीत दिलाई थी.
आज हम आपको रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की एक ऐसी उपलब्धि के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी वजह से भारत को अपनी पहली ऑडी कार मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था.
बात साल 1985 की है. भारतीय क्रिकेट टीम को वर्ल्ड चैंपियन बने 2 साल बीत चुके थे. 17 फ़रवरी से 10 मार्च 1985 तक ऑस्ट्रेलिया में World Championship of Cricket सीरीज़ का आयोजिन किया गया था. इसे बेंसन एंड हेजेज विश्व चैम्पियनशिप ऑफ़ क्रिकेट (Benson and Hadges Cup) के नाम से भी जाना जाता है. इस टूर्नामेंट में कुल 7 टीमों ने हिस्सा लिया था. 10 मार्च 1985 को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए फ़ाइनल मुक़ाबले में भारत ने पाकिस्तान को 8 विकेट से शिकस्त देकर कप अपने नाम किया था.
भारत की पहली Audi Car
इस पूरे टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा था. ख़ासकर रवि शास्त्री ने इस दौरान कमाल का प्रदर्शन किया था. इसलिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट’ भी चुना गया था. इस दौरान रवि शास्त्री को इनाम में के तौर पर एक ब्रांड न्यू ऑडी 100 कार (Audi 100 Car) मिली थी. ये कार इसलिए भी ख़ास थी क्योंकि ये भारत में आने वाली पहली ऑडी कार (Audi Car) थी.
आज के दौर में किसी क्रिकेटर के लिए कार इनाम के तौर पर लग्ज़री कार मिलना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन रवि शास्त्री को मिलने वाला ये अवार्ड ऐसा था जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हुई थी. उस दौर में भारतीय क्रिकेटरों को इनाम के तौर पर साइकिल, मोटर साइकिल या स्कूटर ही मिलते थे, लेकिन भारत से बाहर इनाम के तौर पर कार मिलना बहुत बड़ी उपलब्धि थी. क्योंकि उस दौर में किसी भी प्रॉडक्ट से जुड़ा ‘इम्पोर्टेड’ शब्द ही उसकी क़ीमत को बढ़ा देता था.
दरअसल, साल 2022 में ‘सुपर कार क्लब ऑफ़ इंडिया’ ने रवि शास्त्री की इस आइकॉनिक कार को रिस्टोर किया था. इस दौरान कार को उसके 1985 वाले लुक में लाया गया था. देश के मशहूर बिज़नेसमैन गौतम सिंघानिया ने ये विंटेज ऑडी 100 कार (Audi 100 Car) रवि शास्त्री को सौंपी थी. 37 साल पुरानी इस कार को हूबहू वैसा ही देखकर रवि शास्त्री बेहद भावुक हो उठे थे. बता दें कि रवि शास्त्री क़रीब 10 साल बाद अपनी इस कार को देख रहे थे.
देखिए अपनी उस आइकॉनिक कार के बारे में रवि शास्त्री ने क्या कहा-