भारत के पूर्व कप्तान एम.एस. धोनी कई मायनों में अपने समकालीन क्रिकेटरों से अलग हैं. वे न केवल मैच के दौरान कई हैरतअंगेज फैसले ले चुके हैं, बल्कि फील्ड के बाहर भी अपने फैसलों से लोगों को चौंकाने में कामयाब रहे हैं, फिर चाहे वो कप्तानी छोड़ने का निर्णय हो या टेस्ट मैच से सन्यास लेना, धोनी ज्यादातर समय अपने निर्णय लीक से हटकर लेने में ही विश्वास करते हैं.
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में इंग्लैंड को हराकर टी-20 सीरीज़ जीतने वाली टीम इंडिया अपने नए नवेले कप्तान विराट कोहली के सानिध्य में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है. लेकिन इस दौरान टीम मैनेजमेंट ने कुछ ऐसा किया, जिससे धोनी फैंस शायद सकते में आ जायें.
दरअसल सीरीज़ जीतने के बाद टीम इंडिया मैनेजमेंट ने धोनी को भारतीय क्रिकेट में अभूतपूर्व योगदान के लिए सम्मानित करने का फैसला किया था. धोनी को एक मेमेंटो भेंट किया गया, जिसमें धोनी की तस्वीरों के साथ-साथ उन सभी खिताबों की भी तस्वीरें थीं, जो धोनी ने टीम इंडिया को कप्तान रहते हुए दिलाए थे. इन खिताबों में टी20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी, विश्व कप जैसे खिताब भी शामिल थे.
यूं तो धोनी जैसे खिलाड़ियों के लिए ये सम्मान ज़्यादा बड़ी बात नहीं है, लेकिन इस आयोजन को लेकर तरह तरह के कयास भी लगने शुरु हो गए हैं. मसलन, चेन्नई में हुए इस टी 20 को धोनी का भारत की धरती पर आखिरी टी-20 मैच बताया जा रहा है और शायद ये आयोजन भी इसी को ध्यान में रखते हुए किया गया था. इस थ्योरी को इस बात से भी बल मिला है कि रोहित शर्मा जो चोटिल होने की वजह से इस सीरीज़ में हिस्सा नहीं ले पाए थे, वे भी इस आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.
भारत अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के साथ वन डे सीरीज़ खेलने जा रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि धोनी जुलाई में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अपना करियर आगे नहीं बढ़ाएंगे. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि टेस्ट मैचों की तरह ही धोनी, वन डे और टी-20 में भी अचानक सन्यास ले लेंगे या कप्तानी के दबाव हटने के बाद अपने खेल पर पूरी तरह फ़ोकस करते हुए अगले दो-तीन साल भारतीय क्रिकेट को अपनी सेवाएं देंगे.