भारत को हमेशा से ही वर्ल्ड क्रिकेट में उसके शानदार बल्लेबाज़ों के लिए जाना जाता है. गावस्कर, सचिन, सौरव, द्रविड़, लक्ष्मण और विराट ये कुछ ऐसे नाम हैं जो वर्ल्ड क्रिकेट पर राज करते हैं. वहीं भारत में हमेशा से ही तेज़ गेंदबाज़ों की कमी रही है. भारत में कुछ ही तेज़ गेंदबाज़ ऐसे हुए हैं, जिनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ों में की जाती है.
ऐसे ही एक तेज़ गेंदबाज़ हुआ करते थे जवागल श्रीनाथ. श्रीनाथ पूरे 12 साल तक भारतीय पेश अटैक के मुख्य गेंदबाज़ रहे. साल 2002 में उन्होंने क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया था. कप्तान सौरव गांगुली चाहते थे कि श्रीनाथ 2003 का विश्वकप खेलें. गांगुली के कहने पर ही श्रीनाथ ने 2003 का विश्वकप खेला था.
श्रीनाथ ने इस दौरान शानदार गेंदबाज़ी से ये साबित कर दिया था कि क्यों कप्तान गांगुली को उन पर इतना भरोसा था. पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 23.06 के शानदार औसत से 16 विकेट्स चटकाए, जबकि उनका इकॉनमी रेट 4.04 का रहा था. 2003 विश्वकप श्रीनाथ के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आख़िरी टूर्नामेंट था इसके बाद उन्होंने क्रिकेट से सन्यास ले लिया.
मौजूदा समय में आईसीसी मैच रेफ़री जवागल श्रीनाथ कपिल देव के बाद भारत के सबसे सफ़ल तेज़ गेंदबाज़ माने जाते हैं. श्रीनाथ आज भी वनडे क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज़ हैं. श्रीनाथ ही वो पहले तेज़ गेंदबाज़ थे, जिन्होंने बॉलर्स को अग्रेशन के साथ गेंदबाज़ी करना सिखाया. रणनीति के तहत बल्लेबाज़ के मन में ख़ौफ़ पैदा करने के लिए श्रीनाथ अकसर ऐसा किया करते थे और इसमें वो सफ़ल भी होते थे.
वर्ल्ड कप में अधिक विकेट लेने वाले भारतीय
श्रीनाथ ने 18 अक्टूबर, 1991 में ‘विल्स ट्रॉफ़ी’ के दौरान पाकिस्तान के ख़िलाफ़ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. श्रीनाथ चार वर्ल्ड कप 1992, 1996, 1999 और 2003 खेलने वाले भारत के एकमात्र तेज़ गेंदबाज़ हैं. आईसीसी वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे अधिक 44 विकेट विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीनाथ और ज़हीर ख़ान के नाम है.
सबसे पहले घरेलू मुक़ाबले में ली थी हैट्रिक
जवागल श्रीनाथ का जन्म 31 अगस्त, 1969 को कर्नाटक के मैसूर शहर में हुआ था. IT इंजीनियर श्रीनाथ ने साल 1989 में हैदराबाद के ख़िलाफ़ अपने पहले घरेलू मुक़ाबले में ही हैट्रिक लगाकर इतिहास रच दिया था. डेब्यू मैच में हैट्रिक लगाने वाले वो भारत के तीसरे और कर्नाटक के पहले गेंदबाज़ थे.
अरविंद डी सिल्वा को मानते थे सबसे ख़तरनाक बल्लेबाज़
श्रीनाथ ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान स्वीकार किया कि श्रीलंका के पूर्व कप्तान और धाकड़ बल्लेबाज़ अरविंद डी सिल्वा के सामने गेंदबाज़ी करना सबसे मुश्किल होता था. वहीं सचिन और द्रविड़ को नेट में गेंदबाज़ी करना किसी चुनौती से कम नहीं होता था.
श्रीनाथ ने एक बार कहा था कि अगर आपको ये जानना है कि, ‘आप कितने अच्छे गेंदबाज़ हैं, तो नेट पर सचिन को गेंदबाज़ी करके देखो. कोई भी भारतीय गेंदबाज़ अगर सचिन और राहुल द्रविड़ को छका सकता है, तो समझो कि आपकी लाइन और लेंथ परफ़ेक्ट है’
श्रीनाथ वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ 200, 250 और 300 विकेट लेने वाले भारतीय तेज़ गेंदबाज़ हैं. दुनिया की सबसे मुश्किल टीमों में से एक दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 24.48 की औसत से 60 विकेट लेने वाले श्रीनाथ भारत के पहले गेंदबाज़ हैं.
जवागल श्रीनाथ ने साल 2003 में वनडे से संन्यास ले लिया था, उन्होंने अपने करियर में 67 टेस्ट मैच खेले जिसमें उनके नाम 236 विकेट हैं. वहीं 229 वनडे मैचों में उन्होंने कुल 315 विकेट झटके.