जब भी भारत और उससे जुड़े खेलों की बात आती है तो क्रिकेट और हॉकी से होते हुए बात कुश्ती और बॉक्सिंग पर आकर सिमट जाती है, लेकिन अपने देश में ऐसे बहुत से खेल हैं, जो अपने-अपने क्षेत्रों में तो बहुत फ़ेमस हैं, मगर उन्हें राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेला जाता. इनमें से तो कुछ ऐसे हैं जिनका क्रेज़ उससे जुड़े हर व्यक्ति के सर चढ़कर बोलता है और लोग इनसे जुड़ी प्रतियोगिताओं का इंतजार साल भर करते हैं.
चलिए आज आपको बताते हैं देश के कुछ ऐसे ही दिलचस्प खेलों के बारे में जो कई क्षेत्रों में बड़े ही चाव से खेले जाते हैं.
1. यूबी लपकी-मणिपुर
ये फ़ुटबॉल के जैसा ही एक पारंपरिक खेल है, लेकिन इसमें फ़ुटबॉल की जगह नारयिल को बॉल की तरह इस्तेमाल करते हैं.
2. कंबाला- कर्नाटक
कंबाला भैंसों की रेस है. इसमें भैंसों की जोड़ी को एक अादमी पकड़कर साथ दौड़ता है और पानी, मिट्टी आदि से गुज़रते हुए ये रेस पूरी होती है.
3. देसी ओलंपिक्स- पंजाब
1933 से यहां के किसान किला रायपुर स्पोर्ट्स फ़ेस्टिवल जिसे देसी ओलंपिक कहा जा जाता है, का आयोजन करते हैं. इसमें घुड़सवारी करते हुए स्टंट, मोटरबाइक स्टंट, दातों से किसी भारी वस्तू को खिंचना, बैलगाड़ी रेस, जैसे खेल खेले जाते हैं.
5.मौत का कुआं- हरियाणा
मौत का कुआं एक ऐसा खेल है जो गुरुत्वाकर्षण की शक्ति के खिलाफ़ खेला जाता है. लकड़ी के बने कुएं में कुछ लोग कार और बाइक दौड़ाते हुए स्टंट करते नज़र आते हैं. पहले जब भी मेला लगता था तब इसे देखने लोग ज़रूर जाते थे.
6. गतका- पंजाब
गटका सिक्खों का पारंपरिक खेल है, जो मार्शल आर्ट के जैसा है. ये कुछ-कुछ तलवारबाजी के जैसा भी होता है. इस दौरान धार्मिक गीत और संगीत बजाया जाता है.
7. केनांग हुआन-निकोबार द्वीप समूह
यहां के आदिवासियों का ये फ़ेवरेट खेल है. इसमें लोगों की जानवरों को कंट्रोल करने की शक्ति का परिक्षण किया जाता है.
8. पच्चीसी
ये भी एक बोर्ड गेम है. इसे भारत का सबसे पुराना खेल कहा जाता है. ये लूडो का प्राचीन वर्ज़न है.
9. कलारिपट्टू- केरल
इसे मार्शल आर्ट की मदर कहा जाता है. इसमें हथियार और किकिंग का भी प्रयोग किया जाता है.
10. चौका-त्रिपुरा
ये लूडो के जैसा ही एक खेल है. इस खेल को घर में पाइ जाने वाली इमली के बीज, चूड़ियों के टुकड़े, सीप, आदि वस्तुओं के साथ खेला जाता है.
11. मलखंब- महाराष्ट्र
इसकी शुरूआत 12वीं सदी में हुई थी. ये जिमनास्टिक का इंडियन वर्ज़न है, जिसमें खिलाड़ी एक लकड़ी के पोल (जिसे मल्लखंब कहा जाता है) पर बिना सहारे अलग-अलग पोजिशंस में खड़े होते हैं.
12. थांग ता- मणिपुर
इस खेल में तलवार या फिर कुल्हाड़ी के का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें बेहतरीन सेल्फ डिफेंस का नज़ारा देखने को मिलता है.
13. वल्लमकली- केरल
इस पारंपरिक खेल में नौका रेस की जाती है. ये एक टीम वर्क गेम है जिसमें सांप जैसी दिखाई देने वाली नाव का इस्तेमाल होता है. इस नौका रेस का आयोजन ओणम के दौरान किया जाता है.
14. Insuknawr – मिजोरम
इस गेम में प्लेयर्स की मेंटल और फ़िजिकल स्ट्रेंथ चेक की जाती है. दो खिलाड़ी एक लकड़ी के डंडे के ज़रिये एक-दूसरे को धकेलते हैं.
15. नागा रेसलिंग- नागालैंड
इस रेसलिंग में खिलाड़ी एक-दूसरे को कमर से पकड़कर नीचे गिराने की कोशिश करते हैं, जो सबसे ज़्यादा ऐसा करता है वो जीत जाता है.
16. सिलम्बम- केरल
ये भी कुछ-कुछ तलवारबाजी जैसा ही है, लेकिन इसमें तलवार की जगह लकड़ी की एक स्टिक का इस्तेमाल किया जाता है. ये भारतीय सेल्फ़ डिफ़ेंस की तकनीक के नमूनों में से एक है.
17. Pallanguli – तमिलनाडु
ये एक बोर्ड गेम है जिसमें 14 कप होते हैं. इसे बीजों के जरिये खेला जाता है, जिसके दो कप लगातार खाली रह जाते हैं वो आउट हो जाता है.
18. जल्लीकट्टू- तमिलनाडु
ये एक ऐसा खेल है जो बैलों के साथ खेला जाता है. ये बहुत ही ख़तरनाक खेल है जिसमें खिलाड़ी की जान जाने का ख़तरा भी रहता है.
19.अवित्थाल्लू- केरल
युद्ध तो अब होते नहीं, लेकिन केरल में ओणम का समापन इस खेल के साथ होता है, जिसमें दो समुदायों के लोग फ़िजिकली आपस में लड़ते हैं. इसमें वो ऐसा दिखाते हैं जैसे वो एक-दूसरे से युद्ध कर रहे हैं.
20. वेटरुककाल सेवल पोर्र- तमिलनाडु
इसमें दो मुर्गों की लड़ाई कराई जाती है. इसके लिए उन्हें ख़ासतौर पर ट्रेनिंग दी जाती है. ये भारत के कई राज्यों में फ़ेमस है.
तो ये थी कुछ अननोन भारतीय खेलों की लिस्ट. अगर आप भी किसी ऐसे ही खेल के बारे में जानते हैं, तो कमेंट कर हमसे ज़रूर शेयर करें.