यूं तो ओलंपिक के लिए भारतीय खिलाड़ियों का पहला दल 1920 में भेजा गया था, जब देश के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक दोराबजी टाटा वाली समिति ने भारत से 5 एथलीट्स को चुन इनमें हिसास लेने के लिए भेजा था. ये पांच खिलाड़ी थे पुरमा बनर्जी, फ़डेप्पा चौगुले सदाशिव दातार, कुमार नवाले और रणधीर शिंदे. मगर ये पहले खिलाड़ी नहीं है जिन्होंने ओलंपिक गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो. इससे पहले एक एथलीट ने भारत की तरफ से इन खेलों में हिस्सा लिया था और पदक भी जीता था.
ओलंपिक में हिस्सा लेना वाला पहला भारतयी एथलीट
Olympic Games यानी ओलंपिक को शुरू हुए 125 साल हो चुके हैं. भारत ने अभी तक इस ओलंपिक में 28 मेडल जीते हैं. इनमें से दो पदक उसी एथलीट ने जीते थे. भारत के लिए ओलंपिक में पहला पदक जीतने वाले इस खिलाड़ी का नाम है Norman Pritchard. नॉर्मन प्रिचर्ड कोलकाता में जन्में थे जो बाद में जाकर ब्रिटेन और अंतिम समय तक अमेरिका में रहे. 1900 के पेरिस ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय एथलीट थे नॉर्मन
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जीते थे 2 रजत पदक
उन्होंने बतौर धावक इन खेलो में भाग लिया था. उन्होंने 200 मीटर बाधा दौड़ और 200 मीटर डैश इवेंट में रजत पदक जीता था. ये उपलब्धि हासिल करने वाले वो पहले एशियाई एथलीट बने थे. नॉर्मन को बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उन्हें दौड़ने के साथ ही फ़ुटबॉल खेलना भी पसंद था. कोलकाता में रहते हुए उन्होंने बहुत से फ़ुटबॉल के मुक़ाबले जीते थे. ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए वो भारतीय पासपोर्ट पर पेरिस पहुंचे थे.
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हालांकि, उन्होंने ओलंपिक में जो पदक जीते थे उन पर ब्रिटेन भी दावा करता है, लेकिन नॉर्मन ने इन खेलों में बतौर स्वतंत्र एथलीट इनमें हिस्सा लिया था. ब्रिटिश इतिहासकारों का कहना है कि नॉर्मन पेरिस British Amateur Athletics Association की टीम के साथ पहुंचे थे. उनके पास Bengal Presidency Athletic Club और London Athletic Club की मेंबरशिप भी थी.
एक्टिंग में आज़माया हाथ
वहीं International Olympic Committee ने उनके द्वारा जीते गए मेडल्स का श्रेय भारत को दिया है. उन्होंने अपनी अधिकारिक वेबसाइट में इसका ज़िक्र भी किया है. Norman Pritchard ओलंपिक में पदक जीतने के बाद इंग्लैंड में बस गए थे. यहां उन्होंने बिज़नेस किया. इसके बाद वो अमेरिका चले गए और एक्टिंग करने लगे. उन्होंने Norman Trevor के नाम से कई प्ले(थिएटर) और मूवीज़ में काम किया था.
देश के लिए पहला ओलंपिक मेडल जीतने वाले नॉर्मन सच में बहुत टैलेंटेड थे.