पाकिस्तान इन दिनों कोरोना महामारी से बुरी तरह से जूझ रहा है. क़रीब 22 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में 26 हज़ार लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जबकि अब तक 594 लोगों की मौत हो चुकी है.
इस बीच पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान अज़हर अली ने कोरोना मरीज़ों की मदद के लिए अपने ऐतिहासिक बल्ले और बेहद ख़ास जर्सी को नीलाम किया है. इस नीलामी से अज़हर को 22 लाख रुपये मिले हैं.
पुणे स्थित दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट म्यूज़ियम ‘ब्लेड्स ऑफ़ ग्लोरी क्रिकेट म्यूजियम’ ने नीलामी में रखे अज़हर के इस ख़ास बल्ले को 10 लाख रुपये में ख़रीदा है. जबकि ‘चैम्पियंस ट्रॉफ़ी’ फ़ाइनल में पहनी गई जर्सी को कैलिफ़ोर्निया में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के काश विलानी ने 11 लाख रुपये में ख़रीदी है.
क्यों ख़ास है अज़हर का ये बल्ला?
इसके अलावा अज़हर ने साल 2017 ‘चैम्पियंस ट्रॉफ़ी’ के फ़ाइनल में भारत के ख़िलाफ़ पहनी जर्सी को भी नीलामी किया है. इस जर्सी पर भी पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सभी सदस्यों के हस्ताक्षर हैं.
35 साल के अज़हर ने एक ट्वीट के ज़रिए नीलामी में रखे इस ख़ास बल्ले और जर्सी का आधार मूल्य 10 लाख रुपये रखा था. इनसे 22 लाख रुपये जुटाने में सफ़ल रहे.
इस दौरान अज़हर ने ट्वीट कर जानकारी दी कि ‘नीलामी में रखे गए बल्ले को 10 लाख रुपये में ‘ब्लेड्स ऑफ़ ग्लोरी क्रिकेट म्यूजियम’ ने ख़रीदा, जबकि जर्सी को ख़रीदने में कई लोगों ने दिलचस्पी दिखाई, लेकिन कैलिफ़ोर्निया के रहने वाले काश विलानी ने सबसे बड़ी बोली लगाकर इसे 11 लाख रुपये में ख़रीद ली. इसके साथ ही न्यूजर्सी में रहने वाले एक अन्य पाकिस्तानी जमाल ख़ान ने 1 लाख रुपये का दान भी दिया.
इसके साथ ही न्यूजर्सी में रहने वाले एक अन्य पाकिस्तानी जमाल ख़ान ने 1 लाख रुपये का दान भी दिया.