सन 1951 पहला ‘एशियन गेम्स’ दिल्ली में खेला गया था. इस प्रतियोगिता का आयोजन 4 मार्च से 11 मार्च के बीच हुआ था. इसका आधिकारिक उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने किया था. इस दौरान अधिकतर मुक़ाबले ‘मेजर ध्यानचन्द राष्ट्रीय स्टेडियम’ में खेले गए थे. ‘एशियन गेम्स 1951’ भारतीय खेल इतिहास का पहला और सबसे बड़ा आयोजन था. इस प्रतियोगिता का Motto ‘खेल को खेल भावना के साथ खेलें’ था.
इस प्रतियोगिता में 11 देशों भारत, अफ़ग़ानिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, बर्मा, इंडोनेशिया, ईरान, जापान, फ़िलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड ने हिस्सा लिया था. प्रतियोगिता के 8 Sports के 57 Events के लिए कुल 489 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. इस दौरान जापान सर्वाधिक 60 मेडल के साथ टॉप पर रहा था. भारत 51 मेडल के साथ दूसरे, जबकि ईरान 16 मेडल के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
13 फ़रवरी 1949 को दिल्ली में औपचारिक रूप से ‘एशियाई खेल संघ’ की स्थापना की गई थी. इस दौरान सर्वसम्मति से दिल्ली को ‘एशियाई खेलों’ के पहले मेजबान शहर के रूप में चुना गया था. ‘एशियन गेम्स’ पहले 1950 में खेला जाना था, लेकिन तैयारियों की कमी के चलते इसे 1951 में कराना पड़ा था. इसके 31 साल बाद 1982 में भारत में दूसरी बार ‘एशियन गेम्स’ का आयोजन हुआ था. ‘एशियन गेम्स’ को ‘एशियाड’ भी कहा जाता है.
इन 15 तस्वीरों के ज़रिए देखिए ‘एशियन गेम्स 1951’ कैसा था-
1- ‘एशियन गेम्स 1951’ का आधिकारिक फ़्लैग कुछ ऐसा था
2- राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद सभी खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए
3- मेजर ध्यान चन्द स्टेडियम में सभी देशों के खिलाड़ी ‘फ़्लैग मार्च’ निकलते हुये
4- ‘एशियन गेम्स 1951’ में देश को पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले ‘सचिन नाग’
5- स्विमिंग में गोल्ड मेडल जीतने वाले सचिन नाग को बधाई देते जवाहर लाल नेहरू
6- भारतीय एथलीट Lavy Pinto ‘गोल्ड मेडल’ जीतकर एशिया के सबसे तेज़ धावक बने थे
7- आज़ाद भारत की पहली बास्केटबॉल टीम
8- मेडल पोडियम पर खड़े भारत और जापान के Cyclists
9- भारत और जापान की साइकिल टीम के खिलाड़ी
10- मेजर ध्यानचंद स्टेडियम का अद्भुत दृश्य
11- बास्केटबॉल मैच के दौरान भारतीय टीम
12- जापान के खिलाड़ी फ़्लैग मार्च निकलते हुए
13- ईरान के महमूद नम्जू ने 56 किलोग्राम भार वर्ग में ‘गोल्ड मेडल’ जीता था
14- प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू Closing Ceremony के मौके पर रिबन काटते हुए
15- राष्ट्रगान के दौरान प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सैल्यूट करते हुए
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