महेंद्र सिंह धोनी!
महेंद्र सिंह धोनी का क्रिकेटिंग सेंस वाकई में कमाल का है. वो सामने वाले खिलाड़ी के दिमाग़ में क्या चल रहा है, वो भी पढ़ लेते हैं. कप्तान कोई भी हो विकेट के पीछे से धोनी ही पूरे गेम को चलाते हैं. कब किस गेंदबाज़ को विपक्षी टीम के फ़लाँ बल्लेबाज़ के ख़िलाफ़ उतरना है, इसे धोनी अच्छे से जानते हैं. यही कारण है कि धोनी दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हों, उनकी फ़ैन फ़ॉलोविंग देखने लायक होती है.
महेंद्र सिंह धोनी युवाओं के बीच भी काफ़ी पॉपुलर हैं. क्रिकेट मैदान पर कभी-कभी तो ऐसे नज़ारे भी देखने को मिल जाते हैं, जब फ़ैंस धोनी के पैर छूने के लिए सुरक्षा घेरा तक तोड़ देते हैं. इस दौरान धोनी अपने फ़ैंस को कभी निराश नहीं करते, वो मैदान पर ही इन क्रेजी फ़ैंस को बड़े प्यार से गले लगाते या फिर उनके साथ मस्ती करते दिख जाते हैं, जबकि अन्य खिलाड़ियों के साथ ऐसा नहीं होता.
यही वो कारण हैं जो महेंद्र सिंह धोनी को महान खिलाड़ी बनाते हैं. सच कहूं तो मुझे धोनी बैटिंग से कहीं ज़्यादा विकिटकीपिंग करते हुए अच्छे लगते हैं.
आपको धोनी के 10 ऐसे ही कारनामे गिनाने जा रहे हैं, जब उन्होंने क्रिकेट फ़ैंस का दिल जीत लिया था-
1- करियर के 5वें मैच में दिखाया था कमाल
5 अप्रैल, 2005 को कप्तान गांगुली ने करियर की शुरुआत के 4 मैचों में बुरी तरह से फ़्लॉप हो चुके धोनी को पाकिस्तान के ख़िलाफ़ तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा. धोनी ने भी मौक़े के फ़ायदा उठाते हुए 123 गेंदों पर 4 छक्कों और 15 चौकों की मदद से 148 रनों की धमाकेदार पारी खेलकर देश को एक नई आस दी.
2- युवा टीम की कप्तानी कर देश को दिलाया पहला टी-20 वर्ल्ड कप
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत साल 2007 में ‘टी20 वर्ल्ड कप’ चैंपियन बना था. ये वही समय था जब धोनी ने युवा खिलाड़ियों वाली इस टीम की कप्तानी करके देश को पहला ‘टी20 वर्ल्ड कप’ दिलाया था.
3- तिरंगे का सम्मान
साल 2019 में न्यूज़ीलैंड में खेले गए एक टी-20 मैच के दौरान धोनी का एक फ़ैन हाथ में भारत का झंडा केलर धोनी के पैर छूने पहुंच गया था. इस दौरान धोनी ने झंडे को पैरों पर लगने से पहले ही उसे अपने हाथों में थाम लिया.
4- धोनी ने 6 मारकर 28 साल बाद जिताया था ‘वर्ल्ड कप’
साल 2011 ‘वर्ल्ड कप’ की जीत भला कौन भूल सकता है. धोनी ने फ़ाइनल में श्रीलंका के ख़िलाफ़ छक्का मारकर देश को 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनाया था. इस मैच में उन्होंने 91* रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी.
5- महेंद्र सिंह धोनी का आर्मी प्रेम
साल 2011 में ‘इंडियन टेरिटोरियल आर्मी’ ने महेंद्र सिंह धोनी को लेफ़्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक दी थी. वो तब से ही टेरिटोरियल आर्मी के साथ जुड़े हुए हैं. छुट्टियों में जब अन्य खिलाड़ी परिवार के विदेश यात्रा पर निकल जाते हैं, तो धोनी ट्रेनिंग के लिए अपनी ‘106 इंफ़ेंट्री बटालियन’ के साथ जुड़ जाते हैं.
6- ‘चैंपियंस ट्रॉफ़ी’ की शानदार जीत
साल 2013 में भारत ने धोनी की कप्तानी में ‘चैंपियंस ट्रॉफ़ी’ अपने नाम की थी. इससे पहले भारत 6 बार चैंपियंस ट्रॉफ़ी खेल चुका था, साल 2002 में भारत और श्रीलंका संयुक्त विजेता बने थे. इसके साथ ही धोनी ICC के तीनों बड़े टूर्नामेंट जिताने वाले दुनिया के पहले कप्तान बने थे.
7- धोनी हेलमेट पर नहीं लगाते तिरंगे का Logo
इसके पीछे की वजह जानकर आपके दिल में धोनी के लिए सम्मान और बढ़ जायेगा. विकेट-कीपर के तौर पर धोनी जब भी फ़ास्ट बॉलिंग के वक़्त विकिटकीपिंग कर रहे होते हैं, तो अपना हेलमेट अपने पीछे ज़मीन पर रख देते हैं. भारत की आन, बान और शान तिरंगे को ज़मीन पर रखना धोनी को पसंद नहीं है. बस यही कारण है कि धोनी अपने हेलमेट पर तिरंगे का लोगो नहीं लगाते.
8- हिटमैन रोहित शर्मा को बनाया ओपनर
रोहित शर्मा को बनाया ओपनर बनाने का श्रेय महेंद्र सिंह धोनी को ही जाता है. रोहित शर्मा ने बतौर ओपनर अपना पहला मैच 6 जून 2013 को दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ ‘चैंपियंस ट्रॉफ़ी’ के दौरान के खेला था. इस मैच में रोहित शर्मा ने 81 गेंदों पर 65 रन बनाए थे. इससे पहले रोहित का करियर ठीक नहीं चल रहा था.
9- बांग्लादेश ने धोनी के ख़िलाफ़ ग़लत फ़ील्ड लगाई, तो ख़ुद करने लगे ठीक
साल 2019 वर्ल्ड कप के दौरान एक अभ्यास मैच के दौरान धोनी ने बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उस वक़्त फ़ैंस का दिल जीत लिया जब बल्लेबाज़ी के दौरान वो गेंदबाज़ को रोककर बांग्लादेश की ग़लत फ़ील्डिंग को ठीक करने लगे. ये देख गेंदबाज़ सब्बीर रहमान हैरान थे.
10- खिलाड़ी के तौर पर मिल चुके हैं ये ख़िताब
साल 2006 में धोनी दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज़ बने थे. साल 2007 में खेल रत्न से सम्मानित, साल 2008 में साल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का ख़िताब मिला, साल 2009 में पद्मश्री से सम्मानित, साल 2011 में लेफ़्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक मिली, साल 2012 में भारत के सबसे सफ़ल कप्तान बने, साल 2013 में ICC People’s Choice Award मिला, साल 2018 में पद्मभूषण से सम्मानित, जबकि साल 2019 में उनके नाम से रांची स्टेडियम में M S Dhoni Pavilion बना.
जन्मदिन मुबारक कैप्टन कूल!