When Mohammed Siraj Could Not Go To Father’s Last Rites : आख़िरी बार ऐसा कब हुआ था, जब एक ख़िलाड़ी ऑन फ़ील्ड और ऑफ़ फ़ील्ड दोनों ही जगह फैंस का दिल जीतने में क़ामयाब रहा हो? फ़िलहाल, मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) ने ये काम 17 सितंबर यानी बीते रविवार को एशिया कप 2023 (Asia Cup 2023) में भारत बनाम श्रीलंका मैच में कर दिखाया है. मियां भाई के नाम से मशहूर सिराज ने श्रीलंका के कोलंबो में अपनी धुआंदार गेंदबाज़ी से विरोधी टीम के छक्के छुड़ा दिए. भारत के एशिया कप में विजेता बनने के पीछे का मुख्य किरदार सिराज को ही बताया जा रहा है.
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उन्होंने मैच में मात्र 21 रन देकर 6 विकेट चटकाए. जिस वजह से उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच (Player Of The Match) का ख़िताब मिला. हालांकि, उन्होंने इस दौरान सबका दोबारा दिल तब जीत लिया, जब उन्होंने ईनामी राशि को ग्राउंड स्टाफ़ के नाम कर दिया. हालांकि, ये पहली बार नहीं है, इससे पहले भी एक बार सिराज ने सबकी वाहवाही लूटी थी. आइए आज उस किस्से को याद कर लेते हैं.
कोरोना काल के दौरान का है क़िस्सा
साल 2020 में कोरोना काल के दौरान भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सिडनी में सीरीज़ चल रही थी. उस दौरान प्रैक्टिस से लौटने के दौरान सिराज को अपने पिता के इंतकाल की ख़बर मिली. लेकिन वो क्वारंटाइन में थे और भारत नहीं जा सकते थे. इस दिल पसीज देने वाले पल के दौरान भी सिराज ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने स्विंग गेंदबाज़ी के दम पर सीरीज़ में 13 विकेट चटकाए. यही नहीं, वो टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज़ भी बने थे.
राष्ट्रगान के वक़्त हो गए थे भावुक
इस सीरीज़ के एक मैच में राष्ट्रगान के दौरान सिराज काफ़ी इमोशनल हो गए थे. दिन का खेल ख़त्म होने के बाद उनसे इसकी वजह पूछने पर उन्होंने बताया था कि उन्हें अपने पिता की याद आ गई थी. इसके अलावा गाबा में भारत की तरफ़ से पांच विकेट चटकाकर ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले सिराज ने इस दौरान अपने पिता को ट्रिब्यूट भी दिया था. उन्होंने दोनों हाथ ऊपर उठाकर अपने पिता को श्रद्धांजलि दी थी. उनका ये फ़ोटो सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल था. उन्होंने एक बार मीडिया इंटरव्यू में ये भी बताया था, “मैं फ़ोन पर कभी नहीं रोया, लेकिन ऐसे कई मौके आए जब मैं फ़ोन पर रो दिया करता था और बाद में उससे (मंगेतर) बात करता.”
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फ़र्श से अर्श तक पहुँचने वाला ख़िलाड़ी
मोहम्मद सिराज वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे नंबर पर आ चुके हैं. उनका जन्म हैदराबाद के बेहद ग़रीब परिवार में हुआ था. उनके पिता गौस मोहम्मद एक ऑटो चालक थे. ये उनके पिता का ही सपना था कि मोहम्मद सिराज क्रिकेटर बनें. उनके घर में पैसों की किल्लत थी, लेकिन इसके बावजूद सिराज ने अपनी मेहनत और लगन से अपने पिता के सपने को पूरा किया. वो आज भी अपनी क़ामयाबी का श्रेय अपने पिता को ही देते हैं.