Year Ender 2022: अंतरिक्ष (Space) के क्षेत्र में भारत की यात्रा 1960 के दशक में शुरु हुई थी. तब डॉ. विक्रम साराभाई के नेतृत्व में ‘इंडियन नेशनल कमेटी फ़ॉर स्पेस रिसर्च’ की स्थापना की गई थी. भारत के पहले सैटेलाइट ‘आर्यभट्ट’ को रूस के ‘आस्त्राखान ओब्लास्ट’ से लॉन्च किया गया था. भारत की सरज़मीं से पहला रॉकेट 21 नवंबर, 1963 को सफलता पूर्वक लॉन्च किया गया था. भारतीय स्पेस सेक्टर के इतिहास में इसे मील का पत्थर माना जाता है. लेकिन पिछले कुछ सालों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने जो कीर्तिमान स्थापित किए हैं वो यादगार हैं. ISRO ने साल 2022 में भी कई नए कीर्तिमान स्थापित (Achievements of ISRO) किए हैं. इस साल इसरो ने अपना पहला प्राइवेट रॉकेट भी लॉन्च किया है.
चलिए जानते हैं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इस साल कौन कौन से कीर्तिमान स्थापित किए हैं-
1- Satellite EOS-04 सफलतापूर्वक प्रक्षेपित
14 फ़रवरी 2022 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित ‘सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र’ से पीएसएलवी-सी (PSLV-C52) के ज़रिए Satellite EOS-04 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था. इसके साथ ही दो अन्य छोटे राइडशेयर सैटेलाइट्स ‘INS-2TD’ और ‘INSPIRESat-1’ को भी अंतरिक्ष भेजा गया. सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र का ये 80वां प्रक्षेपण यान मिशन था, जबकि पीएसएलवी की ये 54वीं उड़ान थी.
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2- Vikram-S रॉकेट लॉन्च
18 नवंबर, 2022 को ISRO ने निजी तौर पर विकसित अपना पहला Vikram-S रॉकेट लॉन्च किया था. निजी अंतरिक्ष उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ISRO का ये प्रयास देश के लिए मील का पत्थर साबित हुआ. विक्रम-एस रॉकेट को चेन्नई शहर के ‘सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र’ से 18 नवंबर की सुबह दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के साथ लॉन्च किया गया था. लांच के समय ये मिसाइल 55.6 मील की ऊंचाई पर पहुंच गयी थी जो NASA द्वारा निर्धारित 50 मील की पृथ्वी-अंतरिक्ष सीमा से अधिक है, लेकिन कर्मन रेखा (पृथ्वी से लगभग 62 मील ऊपर) से कम है, जिसे अक्सर अंतरिक्ष की सीमा माना जाता है.
3- RH200 रॉकेट का सफल परीक्षण
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) ने 24 नवंबर, 2022 को तिरुवनंतपुरम के थुंबा तट से RH200 रॉकेट के तौर पर अपना लगातार 200वां सफल प्रक्षेपण किया. RH200 ने थुंबा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन (TERLS) से उड़ान भरी थी. इसरो के लिए ये परीक्षण ऐतिहासिक पल था. इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, ISRO के अध्यक्ष एस. सोमनाथ समेत कई लोग इसके गवाह बने.
4- Ocean-Sat 3 समेत 9 सैटेलाइट प्रक्षेपित
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 26 नवंबर को एक साथ 9 सैटेलाइट लॉन्च किए थे. तमिलनाडु के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV-C54) की सहायता से Ocean-Sat 3 और भूटान के एक उपग्रह समेत 8 सैटेलाइट को EOS-06 मिशन के तहत सफलतापूर्वक लॉन्च किया था. ये साल 2022 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का 5वां और आख़िरी मिशन था.
5- Ocean-Sat 3 समेत 9 Satellite प्रक्षेपित
साल 2022 के लिए ये भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का 5वां और आख़िरी मिशन था. 26 नवंबर 2022 को ISRO ने अपने विश्वसनीय रॉकेट पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV-C54) की सहायता से Ocean-Sat 3 सहित 9 उपग्रहों को प्रक्षेपित कर अपनी-अपनी कक्षाओं में सफलता से स्थापित किया. इसरो के मुताबिक़, PSLV-C54 ने ओशियन सैट शृंखला के अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-06 को पृथ्वी से 742 किमी ऊंचाई पर अपनी कक्षा में प्रक्षेपण के बाद 17 मिनट में पहुंचाया. सभी उपग्रह भी अपनी निर्धारित कक्षाओं में क़रीब 528 किमी ऊंचाई पर स्थापित किए गए.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की ये उपलब्धियां भारत को सुपर पावर बनाने की ओर अग्रसर हैं.
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