भारत में आज भी अधिकतर लोग प्रीपेड सिम ही इस्तेमाल करते हैं. लेकिन हर महीने प्रीपेड रिचार्ज के झंझट से बचने के लिए नौकरीपेशा लोग पोस्टपेड इस्तेमाल करना अधिक पसंद करते हैं. नौकरीपेशा लोगों को छोड़ दें तो भारत में अधिकतर लोग पोस्टपेड के बजाय प्रीपेड सिम ही इस्तेमाल करना ज़्यादा पसंद करते हैं. ऐसे में ग्राहकों को लुभाने के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर भी एक से बढ़कर एक प्री-पेड प्लान लेकर आते हैं.
भारत में जियो लॉन्च होने के बाद से हर Tariff Plans बेहद सस्ते हो चुके हैं. उपभोक्ता को आज कम पैसों में भी बढ़िया से बढ़िया प्लान मिल जाते हैं. पहले जहां 500 रुपये में 2GB इंटरनेट देता मिलता था आज 100 रुपये से भी कम में 2GB देता मिल जाता है. इस दौरान 1 महीने की वैलिडिटी बोलकर हमें 30 दिन के बजाय 28 दिन की वैलिडिटी वाला Tariff Plans थमा दिया जाता है.
भारत में प्रीपेड यूजर्स बड़ी संख्या में हैं. आप भी हर महीने या तीन महीने में एक बार रिचार्ज ज़रूर कराते होंगे. लेकिन, क्या कभी रिचार्ज करते वक्त सोचा है कि रिचार्ज प्लान (Tariff Plans) 28, 56, 84 दिनों की वैलिडिटी के साथ ही क्यों आते हैं? 30 दिन का रिचार्ज क्यों नहीं होता. कुछ कंपनियां तो 24 दिन की वैलिडिटी भी ऑफ़र करती हैं. क्या कभी कंपनी से इसका जवाब मांगा है?
चलिए इसके पीछे का खेल विस्तार से समझते हैं
अगर आप हर 28 दिन को 1 महीना मानकर चलते हैं तो 1 साल में 12 के बजाय 13 महीने हो जायेंगे. 1 साल में 7 महीने ऐसे होते हैं, जिनमें 31 दिन होते हैं. 28 दिन के महीने के हिसाब से हर महीने में से 3 दिन शेष बच जाते हैं. प्रति महीने के हिसाब से (7×3) = 21 दिन हो जाएंगे. साल में 4 महीने ऐसे होते हैं, जो 30 दिन के होते हैं. इनमें से भी 2 दिन हर महीने शेष रह जाते हैं. प्रति महीने के हिसाब से (2×4) = 8 दिन हो जाएंगे. अगर फ़रवरी 29 दिन का है तो ऐसे में (21+ 8 +1) = 30 दिन होते हैं.
टेलीकॉम ऑपरेटर यहीं पर ग्राहकों के साथ खेल कर जाते हैं. इसका साफ़ सा मतलब है कि 28 दिन का Tarrif Plans देकर टेलीकॉम ऑपरेटर्स को पूरा महीने का फायदा होता है.
इसी साल अप्रैल में आमने आई कुछ रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया था कि यूजर्स की समस्याओं पर टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI जल्द ही एक कंसल्टेशन पेपर जारी कर सकता है. अगर TRAI के सभी स्टेकहोल्डर्स एकमत राय देते हैं तो TRAI टेलिकॉम कंपनियों को ज़रूरी बदलाव करने के आदेश जारी कर सकता है. ऐसे में प्रीपेड (Prepaid) ग्राहकों को 24 दिन, 28 दिन, 56 दिन और 84 दिन की वैलिडिटी के बजाय पूरे 30 दिनों की वैलिडिटी मिलने लगेगी.