Rich Junk Seller Fakirchand of Haryana in Hindi: ये दुनिया भी बड़ी अजीबो-ग़रीब है, कोई अरबों रुपये कमाकर भी शांत नहीं बैठता, तो कोई जितना कमाता है, उसका एक बड़ा हिस्सा दान में दे देता है. कुछ ऐसे ही हैं हरियाणा के फक़ीरचंद, जो भले ही कबाड़ बीनने का काम करते हैं, लेकिन दान करने में बड़े-बड़े बिज़नेसमैन को भी पीछे छोड़ सकते हैं.
आइये, विस्तार से जानते हैं दान करने में अंबानी से भी बड़ा दिल रखने वाले फक़ीरचंद (Rich Junk Seller of Haryana in Hindi) के बारे में, जो अब तक 35 लाख रुपये डोनेट कर चुके हैं.
कमाई का 90 प्रतिशत कर देते हैं दान
Rich Junk Seller of Haryana in Hindi: हम जिनकी बात कर रहे हैं उनका नाम है फ़क़ीरचंद, जो क़रीब 25 सालों से कबाड़ बीनने और उन्हें बेचने का काम कर रहे हैं. हरियाणा के कैथल के रहने वाले फ़क़ीरचंद जो भी कमाते हैं उसका 90 प्रतिशत ग़रीबों में दान कर देते हैं.
इनके नाम के साथ भले ही फ़क़ीर जुड़ा हो, लेकिन ये दिल से अमीर हैं. जानकर हैरानी होगी कि 53 वर्षीय फ़क़ीरचंद अब तक 35 लाख रुपये दान कर चुके हैं. उनकी इस दरियादिली की वजह उनका अपने क्षेत्र में नाम है और जिसको भी उनके बारे में पता चलता है, तारीफ़ करते नहीं थकता है.
पांच भाई-बहनों में अकेले बचे हैं
Rich Kabadiwala of Haryana in Hindi: मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो फ़क़ीरचंद के पांच भाई-बहन थे, लेकिन अब वो सिर्फ़ अकेले बचे हैं. उन्होंने अपने बचाए हुए 11 लाख और भाई-बहनों की मौत के बाद उनके बचाए 24 लाखा रुपये सब दान में दे दिए थे.
वो एक बड़ी ही साधारण सी ज़िंदगी जीते हैं. उनका एक छोटा सा मकान है और कबाड़ बेचकर अपना गुज़ारा करते हैं.
क्यों कर दिया इतना पैसा दान?
Rich Junk Seller Fakirchand of Haryana in Hindi: ये सवाल आपने मन में आ सकता है कि आख़िर फ़क़ीरचंद ने लाखों रुपये दान क्यों कर दिया, जबकि वो इतने पैसों से एक अच्छी ख़ासी लाइफ़ जी सकते थे. दरअसल, उन्हें कड़ी मेहनत करना पसंद है और खाली बैठकर खाना उन्हें पसंद नहीं. इसके साथ ही वो ग़रीबों और ज़रूरतमंदों की मदद करना भी चाहते थे. यही वजह है कि उन्होंने सारे बचाए पैसे दान कर दिए और आज भी अपनी कमाई का 90 प्रतिशत दान कर देते हैं.
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प्रतिदिन कमाते हैं 700-800 रुपये
Rich Kabadiwala of Haryana in Hindi: मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो फ़क़ीरचंद रोज़ाना कबाड़ बेचकर 700 से 800 रुपये कमा लेते हैं, जिसमें से 150-200 रुपये अपने पास रखते हैं और बाकी ग़रीबों में बांट देते हैं. उनके कबाड़ में प्लास्टिक, गत्ता और लोहे की चीज़ें शामिल होती हैं.
एक मीडिया संगठन से बात करते हुए फ़क़ीरचंद कहते हैं कि, “मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है. इसलिये मैंने सोचा कि क्यों न पैसे अच्छे कामों में लगाए जाएं. बड़े-बड़े उद्योगपति जैसे रतन टाटा भी तो दान करते हैं, तो मैंने भी सोचा दान करने का. इसके साथ वो ये भी कहते हैं कि दान करने के लिए अमीर होना ज़रूरी नहीं, बल्कि दिल बड़ा होना चाहिए.”
ग़रीब लड़कियों की करा चुके हैं शादी
Rich Junk Seller of Haryana in Hindi: सिर्फ़ दान ही नहीं, बल्कि फ़क़ीरचंद 5 ग़रीब लड़कियों की शादी भी करा चुके हैं. जानकारी के अनुसार, उन्होंने हर शादी में 75 हज़ार रुपये का समान भी दिया था. वहीं, अपने क्षेत्र यानी कैथल में नीलकंठ मंदिर के लिए वो क़रीब 13 लाख रुपये दान कर चुके हैं. इसके अलावा गौशाला व वृद्धाश्रम में भी लाखों रुपये दान कर चुके हैं.
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