Mother-Daughter Things: मां के लिए बेटी से अच्छी और बेटी के लिए मां से अच्छी फ़्रेंड तो हो ही नहीं सकती है. जब एक लड़की मां बनती है और उसे बेटी होती है तो वो उस बेटी में अपनी बीती हुई ज़िंदगी को जीने की कोशिश करती है. मां उसे हर वो चीज़ देना चाहती है जो उसे नहीं मिली या जो उसे वो देना चाहती है. एक मां उसमें अपनी खोई सहेली को ढूंढती है और ढूंढने से वो उसे मिल जाती है. सारा दिन एक-दूसरे के साथ मस्ती करते हुए बिताती हैं. उसे घर के काम, तौर-तरीक़े, सामाजिक बातें और सलीक़े सब सिखाती है. एक बेटी को अपनी मां से हर वो चीज़ मिलती (Mother-Daughter Things) है जो उसकी मां में होती है.
एक बेटी को अपनी मां से क्या-क्या चीज़ें (Mother-Daughter Things) सीखनी चाहिए या उसे क्या-क्या अपनी मां से मिलता है उसके बारे में हर बेटी को जानना ज़रूरी है. ये हैं वो कुछ चीज़ें जो एक बेटी को अपनी मां से मिलती हैं.
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Mother-Daughter Things
1. काम के प्रति ईमानदारी
एक मां हमेशा चाहती है कि उसके बच्चे अपने काम के प्रति ईमानदारी रखें वो ऐसा सिर्फ़ बेटियों को ही नहीं, बल्कि अपने बेटों को भी सिखाती है क्योंकि काम के प्रति ईमानदारी ही ज़िंदगी में सफ़लता दिलाती है.
2. मां के जैसे बनना
एक बेटी के लिए उसकी मां हमेशा उसकी आईडियल होती है. यही कारण है कि बेटी समझदार होते ही अपने मां जैसी बनना चाहती है. मां की साड़ी और चूड़ी पहनकर ख़ुद को उस जैसे बनाने की कोशिश करती है.
3. भगवान में आस्था
4. पारिवारिक मूल्यों का सम्मान
बच्चे के जीवन में मां पहली टीचर होती है और वो अपनी बेटी को क, ख, ग, घ और A,B,C,D, के साथ-साथ पारिवारिक मूल्यों और नियमों को भी सिखाती है.
5. मां को सब पता होता है
कभी भी कोई सलाह लेनी होती है तो एक बेटी अपनी मां के पास ही जाती है और वो चाहती कि उम्र कितनी भी बढ़ जाए, लेकिन उसकी सलाहकार हमेशा मां ही रहेगी.
6. संस्कृति और संस्कार की भावना
मां ही बच्चे को संस्कृति और संस्कार सिखाती है, वही त्योहारों की रौनक और उनके महत्व को बताती है. मां के बिना ये सब सीख पाना संभव नहीं है.
7. मां की तरह बच्चे को समझने की समझ
ज़िंदगी के हर मोड़ पर एक मां ही होती है जो दूसरों से अलग आपके मन की बात को सही समझ पाती है. हर बेटी को अपनी मां से सीखना चाहिए कि जब एक बच्चे को ज़रूरत हो तो उसे कैसे समझना और समझाना चाहिए.
8. ख़ूबसूरती
मां से ख़ूबसूरत इस दुनिया में कोई और चीज़ बनी ही नहीं है और हर बेटी के लिए उसकी मां की सबसे ख़ूबसूरत होती है तभी तो वो दुनिया की लड़कियों को छोड़कर अपनी मां के जैसी बनना चाहती है.
9. साफ़-सफ़ाई करना
मां हमेशा बेटे और बेटियों को घर साफ़ और व्यवस्थित करने के बारे में सिखाती और बताती रहती है. क्योंकि जब आप कहीं अकेले रहते हैं तो मां की यही सीख घर के कामों को आसान बना देती है.
10. ज्वैलरी और साड़ी का कलेक्शन
बचपन से मां की साड़ी और ज्वैलरी को पहन कर ही एक बेटी बड़ी होती है. इसलिए उसे मां की तरह ही ज्वैलरी और साड़ी से लगाव भी होता है और उन्हें सहज कर रखना भी आता है.
11. किचन को संभालने का तरीक़ा
घर हो या किचन दोनों को संभालने के बारे में मां से बेहतर न तो कोई सिखा पाया है और न ही कोई सिखा पाएगा. एक बेटी को अपनी मां से किचन के तौर-तरीक़े ज़रूर सीखने चाहिए क्योंकि दिल का रास्ता पेट से ही होकर जाता है.
12. परिवार को मैनेज करना
फ़ैमिली बड़ी हो तो उसे संभालने में समस्याएं तो आती हैं. इन सब समस्याओं को बिना आपा खोये कैसे सुलझाना है वो हमें मां से सीखना चाहिए.
मां अपने बच्चों को हमेशा सिखाती रहती है उन्हें दुनिया की बीड़ कभी अकेला नहीं छोड़ती.