एक एसिड अटैक सर्वाइवर का हाथ थाम इस शख़्स ने साबित कर दिया कि प्यार सूरत से नहीं सीरत से होता है

Kratika Nigam

कभी-कभी लगता है कि प्यार और ज़िंदगी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. तभी तो जब ज़िंदगी डगमगाती है तो प्यार कहीं न कहीं से हाथ थाम लेता है. ऐसा ही कुछ हुआ, एक एसिड अटैक सर्वाइवर के साथ. जहां एकतरफ़ा प्यार ने उसकी ज़िंदगी बर्बाद कर दी, तो वहीं किसी ने उसका हाथ थामकर उसकी ज़िंदगी को खुशियों से भर दिया.

ऊपर आप जो फ़ोटो देख रहे हैं, उसे Humans Of India ने अपने Facebook Page पर शेयर की है. हालांकि इस कपल के नाम आदि के बारे में अभी ज़्यादा जानकारी नहीं है. मगर लोग दिल खोल कर इस कपल को नए जीवन की शुरुआत की शुभकामनाएं दे रहे हैं.

blogspot

कभी सोचा है जिस दिन उस पर तेज़ाब फ़ेंका गया होगा, उस पर क्या बीती होगी? उसकी बचपन की कहानी वाली राजकुमारी और उसके सपने एक पल में जल गए होंगे. उसने उसी पल सोच लिया होगा कि अब कोई राजकुमार नहीं आएगा उसके लिए. मगर कहते हैं न कि हर लड़की के लिए उसका राजकुमार आता है, जिसे उसकी सूरत से ज़्यादा सीरत से प्यार होता है.

bp.blogspot

रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में 85% एसिड अटैक के केस देखने को मिले हैं. आपको बता दूं लक्ष्मी अग्रवाल, जो ख़ुद एक एसिड अटैक सर्वाइवर हैं, वो पिछले कुछ सालों से एसिड अटैक सर्वाइवर्स के की ज़िन्दगी को संवारने के लिए Chhanv Foundation नाम का एक एनजीओ चला रही हैं.

blogspot

यहां पर सिर्फ़ एक सवाल कि अगर एक लड़की ने तुम्हें मना कर दिया, तो तुमने उसके ऊपर तेज़ाब फ़ेंक दिया, पर इस घिनौने काम को करने का हक़ तुम्हें किसने दिया?

आपको ये भी पसंद आएगा
Success Story: बिहार की इस बिटिया ने 5 दिन में 5 सरकारी नौकरी हासिल कर रच दिया है इतिहास
पिता UPSC क्लियर नहीं कर पाए थे, बेटी ने सपना पूरा किया, पहले IPS फिर बनी IAS अधिकारी
मिलिए ओडिशा की मटिल्डा कुल्लू से, जो फ़ोर्ब्स मैग्ज़ीन में जगह पाने वाली एकमात्र भारतीय ‘आशा वर्कर’ हैं
पिता ठेले पर बेचते हैं समोसा-कचौड़ी, बेटी ने जीता ‘ब्यूटी कॉन्टेस्ट’, प्रेरणादायक है प्रज्ञा राज की कहानी
मिलिए नेपाल की प्रगति मल्ला से, जिन्हें मिल चुका है दुनिया की बेस्ट ‘हैंड राइटिंग’ का ख़िताब
बिहार के एक किसान की 7 बेटियों ने पुलिस ऑफ़िसर बनकर पेश की एक अनोखी मिसाल