Daily Dump Success Story: कीचड़ में कमल उगता है ये कहावत कई बार सुनी होगी, इस कहावत का जीता-जागता उदहारण हैं कम्पोस्टवाली पूनम बिर कस्तूरी, जिन्होंने पहला कम्पोस्टर बनाया है. हाल ही में, वो Shark Tank India Season 2 में अपना आइडिया लेकर पहुंची और सभी शार्क्स को कम्पोस्ट के बारे में बहुत ज़रूरी बातें भी बताईं. जिस कचरे को फेंकने से पहले या गंदगी फैलाने से पहले बहुत से लोग एक बार सोचते नहीं उसी कचरे से पूनम बिर ने अपना स्टार्टअप खड़ा कर दिया, जिसके लिए वो फंडिंग की डिमांड लेकर शार्क टैंक इंडिया में गई थीं.
चलिए जानते हैं कि, इस स्टार्टअप के पीछे पूनम बिर कस्तूरी की क्या सोच रही थी और शार्क्स से उन्हें इस यूनिक कॉन्सेप्ट के लिए फंड मिला या नहीं?
Daily Dump Success Story
ये भी पढ़ें: प्रेरणादायक: 40 साल से जहां करती आ रही थी साफ-सफाई, अब उसी शहर की डिप्टी मेयर बनीं चिंता देवी
पूनम बिर कस्तूरी को कम्पोस्टवाली के नाम से भी जाना जाता है इस नाम को बनाने के पीछे उन्होंने बहुत कड़ा संघर्ष किया है. आज क़रीब 80 हज़ार से ज़्यादा परिवारों में पूनम की कंपनी Daily Dump की कंपोस्टिंग यूनिट्स और गार्डनिंग किट खाद बनाने के लिए इस्तेमाल की जाती है.
पूनम ने मई साल 2008 में देश का पहला कम्पोस्टर (Composter) बनाकर Daily Dump की शुरुआत की. इस शुरुआत करने की पहल साल 1985 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ डिजाइन से हुई थी, जहां से उन्होंने प्रोडक्ट डिज़ाइन में ग्रेजुएशन किया. इसके बाद, बेंगलुरु में सृष्टि स्कूल ऑफ़ आर्ट डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी की फ़ाउंडर फ़ैकल्टी में रहीं यहीं से इन्हें घरेलू कंपोस्टिंग का आइडिया आया बस तभी अपने आइडिया को भुनाने के लिए उन्होंने कंपोस्टिंग यूनिट बना डाला.
पूनम ने बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए इसकी पहल की थी, इनके कम्पोस्टर का नाम खम्बा है, जिसे टैराकोटा से बनाया गया है. इसके अलावा, पूनम ने Aaga नाम का पहला Hot Pile कम्यूनिटी कंपोस्टर भी बनाया है. इनके सभी प्रोडक्ट्स को आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है और इससे बनने वाली खाद पौधों के लिए भी उपयोगी है.
पूनम बिर कस्तूरी कहती हैं,
लोगों को अपने हाथों को गंदा करने में समस्या होती है, इसलिए कंपोस्टर में टेराबाईट हाथों को गंदा नहीं होने देता है. ये घर के बहुत ही फ़्रेंडली है, जिसे आप अन्य उपकरण की तरह आसानी से रख सकते हैं. इस कंपोस्टर के ज़रिए लोगों का खाद ख़रीदने का खर्चा बचा और प्रदूषण को कम करने का भी ज़रिया मिला.
ये भी पढ़ें: Success Story: ड्राइवर की बेटी सना अली का हुआ ISRO में चयन, पढ़ाई के लिए गिरवी रखने पड़े गहने
वो आगे कहती हैं,
मेरा मानना है कि लोगों के लिए कूड़ा फेंकना आसान होता है और मेरे लिए उसी कूड़े से काम की चीज़ बनाना आसान है. इसलिए मैंने उसी कूड़े से बिना परेशानी के बदबूरहित खाद बनाने का फ़ैसला लिया और होम कंपोस्टर बनाया, जिससे घरों का कूड़ा 80% तक कम किया जा सकता है.
Shark Tank India में पूनम कस्तूरी ने बताया,
इस कम्पोस्टर को ख़ास तरह से डिज़ाइन करके बनाया गया है, जिससे खाद में नमी या बदबू नहीं रहती है. इससे खाद बनाने में 30 दिन लगते हैं. 30 दिनों में ही खाद तैयार हो जाती है.
पूनम बिर कस्तूरी को Shark नमिता थापर से 30 लाख रुपये का फ़ंड हासिल हुआ.