ज़ोर से मत हंसो लड़की हो
कितना भी अच्छा कर लो, लेकिन आख़िरी में हम लड़कियों को सुनने को यही सब मिलता है, जिसके बारे में सोच कर दुखी होने से कोई फ़ायदा नहीं है. हमें तो हमारे काम की आधी भी तारीफ़ बड़ी मुश्किल से मिलती है. मगर आज हर लड़के से लड़कियां कुछ कहना ज़रूर चाहती हैं, वो शिकायत भी है, तारीफ़ भी और उनकी उन हरकतों के बारे में भी, जो भरी भीड़ में हमें असहज कर देती हैं.
चलिए, तो फिर कहने का सिलसिला चालू करते हैं.
सबसे पहले धन्यवाद
उन सभी पुरूषों के लिए, चाहे वो मुझे ऑटो से सुरक्षित घर पहुंचाने वाले ऑटोवाले हों या मैं रोज़ जिन बसों से जाती हूं, उस बस के कंडक्टर या ड्राइवर.
ऑफ़िस के वॉचमैन अंकल, जो हमें मैडम कह कर खड़े हो जाते हैं, ये बहुत अजीब है क्योंकि वो हमसे बड़े हैं.
इसके बाद कुछ बातें जो ख़ास हैं, वो बताना चाहूंगी
जब आप किसी भी महिला को इज़्ज़त की नज़र से देखते हैं, तो वो एहसास उसके लिए सर्वोपरि होता है.
कुछ बातों पर नाराज़गी भी है
जो सार्वजनिक स्थानों पर अपनी गंदी हरकतों से हमें ये सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि हमें लड़की क्यों बनाया?
जो किसी लड़की की योग्यता का सम्मान सिर्फ़ इसलिए नहीं करते कि वो एक लड़की है.
कुछ ख़ास बातें आप सबके लिए
ख़ूबसूरत लड़कियों की तारीफ़ करते हैं, तो जो कम ख़ूबसूरत हैं उन्हें मज़ाक का पात्र न बनाएं.
अगर कोई लड़की किसी विषय में आपसे बेहतर ज्ञान रखती है तो इसको स्वीकार करें. लड़की का ज्ञानी होना आपके पुरुषत्व को जरा भी ठेस नहीं पहुंचाएगा.
ये हर लड़की के दिल की बात है, जो आप लोगों के दिल तक पहुंचाने की कोशिश की है. इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए क्लिक करें.