Grandma Padma Handicraft Business: आज की युवा पीढ़ी जहां ज़रा सी मेहनत करके थक जाती है उन्हें आराम चाहिए. इसके अलावा, आज के युवाओं में आत्मविश्वास की भी काफ़ी कमी है, जो किसी भी तरह के स्टार्टअप से डरते हैं. वहीं, अहमदाबाद की 88 साल की पद्मा पारीख हैं, जिन्होंने इस उम्र में शुरुआत की वो भी बिना डरे, बिना झिझके. इन्होंने अपनी कला को अपनी ताक़त बनाया और आज देश ही नहीं विदेश में भी अपना नाम बना चुकी है. इस उम्र में भी वो आराम नहीं करना चाहती हैं उन्हें न तो थकना पसंद है और न ही खाली बैठना.
पद्मा पारीख दादी और नानी (Grandma Padma Handicraft Business) सब बन चुकी हैं जिस उम्र में लोग रिटायर होते हैं उसमें इन्होंने काम करके अपना नाम बनाया है. पद्मा जी को बचपन से ही आर्ट और क्राफ़्ट में दिलचस्पी थी, अपने इसी शौक़ को इन्होंने बिज़नेस के रूप में इस्तेमाल किया और आज वो एक सक्सेसफ़ुल हैंडीक्राफ़्ट बिज़नेस का मालकिन हैं.
चलिए, द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इनके बारे में और विस्तार से जानते हैं:
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पद्मा पारेख अहमदाबाद की रहने वाली हैं. बचपन से क्रोशिया और कढ़ाई का शौक़ होने के चलते आस-पड़ोस के लोग पद्मा जी से कई चीज़ें बनवाकर ले जाते थे और वो ख़ुशी-ख़ुशी बना भी देती थीं. उम्र के तकाज़े के साथ-साथ शारीरिक कमियां होना तो लाज़िमी ही है पद्मा जी को भी कुछ दिक्कतें हैं जैसे, उन्हें एक आंख से दिखाई नहीं देता है और घुटनों में तक़लीफ़ रहती है उसके बावजूद वो बड़ी शिद्दत से इस काम को करती हैं.
बस अपनी दादी की इसी लगन को देखकर इनकी पोतियों ने साल 2019 में इनके हुनर को हैंडीक्राफ़्ट बिज़नेस में बदलने की सोची. इसकी शुरुआत इन्होंने अपनी दादी का Instagram अकाउंट बनाकर की. इनकी पोतियां अपनी दादी के हुनर को दुनिया तक पहुंचाने चाहती थीं. बाकी लोगों की तरह ही साल 2020 में जब कोरोना ने दस्तक दी तो पद्मा जी का भी काम चल पड़ा. लोगों को इनकी बनाई चीज़ें पसंद आने लगीं, जिससे इन्हें ऑर्डर मिलना शुरू हो गए. आज पद्मा जी पहुंच केवल भारत में ही नहीं, बल्कि कनाडा, अमेरिका, जापान सहित 10 देशों में भी है. इन्हें सभी जगह से काफ़ी बड़े-बड़े ऑर्डर मिलते हैं.
पद्मा दादी नए कपड़ों पर तो हैंडक्राफ़्ट करती ही हैं साथ ही वो पुरानी वेसट चीज़ों को भी अपनी आर्ट से नया बना देती हैं जैसे, पुराने पर्स को क्रोशिया के ज़रिए नया बना देती हैं. ऐसे ही वो कई चीज़ें बना चुकी हैं जिनमें, क्रोशिया के बने चिड़िया, गुड़िया, चादर, चटाई सहित कई चीज़ें शामिल हैं.
Instagram से शुरुआत करने वाली दादी आज समय के अनुसार ही ऑर्डर लेती हैं. पद्मा जी लोगों के कहने पर कस्टमाइज़ चीज़ें भी बनाती हैं. इनके बेस्ट सेलिंग प्रोडक्ट्स में क्रोशिया से बने पक्षी हैं. हैंडीक्राफ़्ट बिज़नेस चला रहीं पद्मा दादी से लोग जब कहते हैं कि इस उम्र में क्यों काम कर रही हैं तो वो कहती हैं कि,
इस उम्र में खाली बैठने से अच्छा है कि व्यस्त रहा जाए.
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पद्मा दादी आज उन सभी लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं जो उम्र के एक पड़ाव पर आकर सोचते हैं कि अब वो कुछ नहीं कर पाएंगे. इसलिए पद्मा दादी से प्रेरणा लें कि शुरुआत कभी भी कर सकते हैं.