भारत में हमेशा से ही पुरुष खिलाड़ियों की चर्चा ज़्यादा होती है. ख़ासकर जब आप क्रिकेटर हों तो दुनिया की नज़रें बस सिर्फ़ आप पर ही होती हैं. फ़ैंस भी क्रिकेटरों के बारे में ही ज़्यादा देखना और सुनना पसंद करते हैं, लेकिन आज बात देश की महिला खिलाड़ियों की होगी. ये वो महिला खिलाड़ी हैं जिनकी उपलब्धियों ने हमेशा ही देश को गौरवान्वित किया है.
आज हम आपको देश की ऐसी ही 10 सबसे पावरफुल महिला खिलाड़ियों और उपलब्धियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आपका सिर गर्व से ऊंचा हो जायेगा.
आइये जानते हैं इस लिस्ट में देश की कौन-कौन सी महिला खिलाड़ी शामिल हैं-
1- एमसी मैरी कॉम
भारत की स्टार बॉक्सर मैरी कॉम का वर्ल्ड बॉक्सिंग में नाम ही काफ़ी है. वो 5 बार ‘वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियन’ रह चुकी हैं. 2012 के ‘लंदन ओलंपिक’ में मैरी कॉम ने देश के लिए ‘ब्रॉन्ज़ मेडल’ जीता था. वो साल 2014 के ‘एशियन गेम्स’ में ‘गोल्ड मेडल’ जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज़ हैं. इंटरनेशनल लेवल पर जो सफ़लता मैरी कॉम को मिली है वो आजतक किसी दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी को नहीं मिल सकी है.
2- पीटी उषा
‘पेयोली एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर भारत की सबसे सफ़ल ट्रैक एंड फ़ील्ड एथलीट पीटी उषा का नाम भारतीय खेल जगत की बड़ी हस्तियों में शुमार है. पीटी उषा ने ‘एशियन गेम्स’ और ‘एशियन चैंपियनशिप’ में 13 गोल्ड मेडल सहित कुल 33 इंटरनेशनल मेडल जीते हैं.
3- सानिया मिर्ज़ा
भारत को वर्ल्ड टेनिस जगत में पहचान दिलाने का श्रेय सानिया मिर्ज़ा को जाता है. सानिया वर्तमान में वर्ल्ड टेनिस डबल्स में नंबर 1 रैंकिंग पर हैं. सानिया साल 2015 में मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर ‘विंबलडन वीमेन डबल्स ग्रैंड स्लैम’ ख़िताब जीतने वाली पहली भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं. आज यूथ आइकन बन चुकी सानिया देश की हाईएस्ट पेड एथलीट में से एक हैं.
4- मिताली राज
मिताली राज न केवल भारत की, बल्कि दुनिया की सबसे सफ़ल महिला क्रिकेटर हैं. वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड मिताली के नाम ही है. महिला वर्ल्ड क्रिकेट की ‘तेंदुलकर’ के नाम से मशहूर मिताली क़रीब 22 सालों से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल रही हैं. इतने लंबे समय तक खेलने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है.
5- साइना नेहवाल
साइना नेहवाल भारत की पहली और एकमात्र महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जो बैडमिंटन वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप पर रही हैं. साइना ओलंपिक में देश के लिए ‘सिल्वर मेडल’ हासिल करने वाली पहली बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. वो देश की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिसने ‘ओलंपिक मेडल’ और ‘BWF वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप’ जीती हैं. इसके अलावा वो 4-स्टार टूर्नामेंट जीतने वाली पहली भारतीय महिला और सबसे कम उम्र की एशियाई भी हैं.
6- गीता फोगाट
गीता फोगाट ‘कॉमनवेल्थ गेम्स’ में देश को ‘गोल्ड मेडल’ दिलाने वाली पहली महिला रेसलर हैं. उन्होंने 2010 ‘कॉमनवेल्थ गेम्स’ में गोल्ड मेडल जीता था. भारत में महिला रेसलिंग को असल पहचान दिलाने वाली गीता फोगाट ही हैं. गीता की वजह से आज देश की लड़कियों ने रेसलिंग में करियर बनाना शुरू कर दिया है.
7- कर्णम मल्लेश्वरी
भारतीय आयरन लेडी के नाम से मशहूर कर्णम मल्लेश्वरी साल 2000 में ‘सिडनी ओलंपिक’ के दौरान ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनने का कारनामा कर दिखाया था. मल्लेश्वरी की इन्हीं उपलब्धियों के लिए उन्हें 1995-96 में ‘राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार’, साल 1994 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ और साल 1999 में ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया गया था.
8- हिमा दास
भारत की ट्रैक एंड फ़ील्ड एथलीट हिमा दास छोटी सी उम्र में बड़े-बड़े कारनामे कर चुकी हैं. ‘ढिंग एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर 21 साल की हिमा ‘IAAF वर्ल्ड U20 चैंपियनशिप’ के ट्रैक इवेंट में ‘गोल्ड मेडल’ जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं. इसके अलावा उनके नाम 50.79 सेकेंड के समय के साथ 400 मीटर का भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है जो उन्होंने जकार्ता में 2018 के एशियन गेम्स में बनाया था.
8- रानी रामपाल
भारतीय महिला हॉकी को एक नई पहचान दिलाने का श्रेय रानी रामपाल को जाता है. बेहद ग़रीब परिवार से ताल्लुक़ रखने वाली रानी आज भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान भी हैं. रानी अपने जैसी उन लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं जो ग़रीबी से लड़ रही हैं.
10- साक्षी मलिक
साक्षी मलिक ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर और देश की चौथी महिला ओलंपिक पदक विजेता हैं. साक्षी ने साल 2016 के ‘रियो ओलंपिक’ में देश के लिए ‘ब्रोंज़ मेडल’ जीता था.
आप भी बताइये इस लिस्ट और किन किन महिला खिलाड़ियों को शामिल किया जा सकता था?