‘मां’
Happy Mother’s Day: दुनिया में हर चीज़ की परिभाषा है. बस आज तक कोई इस शब्द को ही नहीं समझा पाया है. ढूंढ़ता भी कैसे हमारी ‘मां’ होती ही इतनी अनमोल है. वो कब, क्या कर गुज़र जाये, किसी को कुछ पता नहीं होता है. शायद इसलिये हम उसे समझ कर भी नहीं समझ पाते हैं. ‘मां’ मैथ्स की वो अनसुलझी पहेली है, जिसे आज तक बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाये हैं.
यही वजह है जब कोई पूछता है कि देसी मां कैसी होती है, हम उसे ये जवाब दे देते हैं:
1. बिना डिग्री के वो हर काम करना जानती है. सोचो अगर उसे डिग्री मिल जाती, तो क्या कुछ कर गुज़रती!
2. एक बार को हमारा आत्मविश्वास (Confidence) हिल सकता है, लेकिन देसी मां हर जगह पर कॉन्फ़िडेंट नज़र आती है.
3. 30 की उम्र में भी हम कुछ नया सीखने से डरते है और मां Whatsapp से लेकर Instagram Reels तक आ पहुंची है.
4. माना वो हमारे लिये 24 घंटे काम कर सकती है, लेकिन वो भी इंसान है और उसे भी आराम की ज़रुरत है.
5. देसी मां बलिदानी होती है, लेकिन अगर बलिदान नहीं करेगी, तो ज़माना कहेगा कि ‘कैसी मां है ये’?
6. हम टूटते हैं तो मां संभाल लेती हैं, लेकिन जब वो टूटती है तो कोई संभालने वाला नहीं होता है.
7. मां सबकी पसंद जानती है, पर उसे कभी उसकी पसंद का करने नहीं दिया जाता.
8. सबको अपना स्वाभिमान प्यारा होता है, लेकिन अगर वो स्वाभिमान के बारे में सोचे तो घंमडी कहलायेगी.
9. देसी मां वो है जो बच्चों की ख़ुशी में ख़ुश रहती है, क्योंकि अगर वो अपनी ख़ुशियां ढूंढ़ने निकली तो…
10. देसी मां वो होती है जो सबकी सुनना जानती है, लेकिन सुनाती है, तो सबकी बोलती बंद होती हो जाती है.
वैसे तो मां के बारे में जितना लिखा जाये उतना कम है, लेकिन हमने चंद शब्दों में उसे समझाने की कोशिश की है. अंत में बस इतना कहना चाहेंगे कि दुनिया की हर मां ख़ूबसूरत और अच्छी होती है. मां तुमने सबके लिये बहुत जिया, अब अपने लिये जीना सीखो.
Happy Mother’s Day!