Success Story: PCS अफ़सर बनीं, जीता मिसेज़ इंडिया का ख़िताब, पढ़े ऋतु सुहास की सफ़लता की कहानी

Abhay Sinha

PCS Ritu Suhas Success Story: हौसला हो हालात बदल ही जाते हैं. बस ज़रूरत होती है मेहनत की, फिर ज़िंदगी में हर मुकाम हासिल किया जा सकता है. PCS अफ़सर ऋतु सुहास इस बात का जीता-जागता उदाहरण हैं. लोअर मिडिल क्लास परिवार में पली-बढ़ीं ऋतु ने एक प्रशासनिक अफ़सर (UP PCS Officers) से मिसेज़ इंडिया बनने तक का सफ़र तय किया है.

aajtak

हालांकि, ये कोई आसान काम नहीं था. उनकी ज़िंदगी में एक वक़्त ऐसा भी था, जब उनके पास अख़बार वाले को देने के लिए 100 रुपये तक नहीं थे.

आइए जानते हैं PCS अफ़सर ऋतु सुहास की सफ़लता की कहानी-

एडवोकेट पिता की बेटी हैं ऋतु सुहास (PCS Ritu Suhas Success Story)

ऋतु सुहास का जन्म 16 अप्रैल 1983 को लखनऊ में हुआ था. उनके पिता आरपी शर्मा लखनऊ हाईकोर्ट में एडवोकेट और मां जनक देवी हाउस वाइफ हैं. ऋतु के अलावा उनके परिवार में उनकी एक बहन और भाई भी हैं. (Ritu Suhas Family)

पिता की इनकम ज़्यादा नहीं थी, इसलिए परिवार को अपनी ज़रूरतें पूरी करने के लिए काफ़ी स्ट्रगल करना पड़ता था. ऋतु को भी पढ़ाई में कोचिंग वगैरह की हेल्प नहीं मिल पाती थी. उस पर उनके परिवार में लड़कियों को बाहर निकलने की बहुत आज़ादी नहीं थी.

tosshub

ऐसे में जब ऋतु ने नवयुग गर्ल्स कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विसेज़ की तैयारी करने का सोचा तो रिश्तेदारों ने ऑब्जेक्शन किया. हालांकि, उनके पेरेंट्स ने साथ दिया. मगर इस तैयारी के लिए उनके पास पैसे नहीं थे. (Ritu Suhas Struggle)

सेल्फ़ स्टडी कर निकाला PCS का एग्ज़ाम

भले ही ऋतु के पास पैसे कम थे, मगर तैयारी करने की इच्छाशक्ति बहुत थी. उन्होंने सेल्फ़ स्टडी करना शुरू किया. नोट्स बनाने के लिए वो अपनी एक दोस्त के घर जाती थीं. अंग्रेज़ी का अख़बार भी लगवा रखा था.

मगर तैयारी के दौरान एक दिन ऐसा है, जब ऋतु के पास अख़बार वाले को देने के लिए 100 रुपये भी नहीं थे. उस दिन उन्होंने तय किया कि वो ट्यूशन पढ़ा कर अपनी तैयारी करेंगी. ताकि, अपने नोट्स और किताबों वगैरह का खर्चा उठा सकें.

साल 2003 में यूपी पीसीएस परीक्षा होने के बाद उसका रिज़ल्ट एक साल के लिए टाल दिया गया था. बेरोज़गारी के दौर में उनके लिए एक साल का वक़्त काटना काफी भारी साबित हुआ था. फिर 2004 में रिज़ल्ट जारी हुआ और उसमें सफल घोषित होने के बाद उन्हें सरकारी नौकरी मिल गई थी.

news18

ऋतु सुहास की पहली पोस्टिंग मथुरा में एसडीएम के तौर पर हुई थी. उसके बाद वो बतौर एसडीम आगरा, जौनपुर और सोनभद्र में भी रही हैं. बाद में अपर नगर आयुक्त इलाहाबाद के पद पर अपॉइंट की गई थीं. साल 2008 में उन्होंने IAS सुहास एलवाई (Suhas LY Wife) से शादी की थी. (Ritu Suhas Husband)

PCS अफ़सर से रैंप वॉक तक का सफ़र

ऋतु सुहास और सुहास एलवाई के दो बच्चे हैं. ऋतु मॉडलिंग में भी अपना दबदबा कायम कर चुकी हैं. वो 2019 में मुंबई में हुई मिसेज़ इंडिया-2019 (Mrs India 2019) प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं.

news18

उस साल हुई इस प्रतियोगिता में 20 राज्यों के 59 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. प्रतियोगिता 6 राउंड में हुई थी और इन्होंने कॉस्ट्यूम व सवाल-जवाब सेशन में सबसे शानदार प्रदर्शन किया था. ऋतु समय-समय पर रैंप पर नजर आती हैं. फ़िलहाल ऋतु उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की एडीएम पद पर तैनात हैं.

ये भी पढ़ें: Rekha Jhunjhunwala: जानिए कौन हैं रेखा झुनझुनवाला, जो दो हफ्तों में 1000 करोड़ रुपए कमाई हैं

आपको ये भी पसंद आएगा
पिता बनाते हैं पंक्चर, मां ने सिलाई कर पढ़ाया… बेटे ने जज बन कर किया मां-बाप का नाम रौशन
पत्थर तोड़ने वाले मज़दूर ने निकाला UPSC एग्ज़ाम, आपको भी प्रेरित करेगी राम भजन की कहानी
मां बेचती थी चाय, पिता गार्ड, बेटे ने ISRO साइंटिस्ट बन Chandrayaan 3 मिशन में निभाई अहम भूमिका
IAS K Jaiganesh: कहानी उस वेटर की, जो 6 बार असफल हुआ पर हिम्मत नहीं हारी और पास की UPSC परीक्षा
बेमिसाल पत्नी! पहले गहने बेचकर पति को बनाया टीचर, फिर ख़ुद भी मेहनत से हासिल की सरकारी नौकरी
दिहाड़ी मज़दूरी करने वाली महिला ने पूरी की PhD, मिसाल है भारती के संघर्ष की कहानी