पिता ठेले पर बेचते हैं समोसा-कचौड़ी, बेटी ने जीता ‘ब्यूटी कॉन्टेस्ट’, प्रेरणादायक है प्रज्ञा राज की कहानी

Maahi

Samosa-Kachori Saller Daughter Win Beauty Pageant: अगर हौंसले बुलंद हो तो मंज़िल आसान हो जाती है. ग़रीबी भी इसके आड़े नहीं आती. कुछ ऐसे ही हौंसले झारखंड की रहने वाली प्रज्ञा राज (Pragya Raj) के भी हैं, जिन्होंने अपनी ग़रीबी को ही अपनी ताक़त बनाकर महज 13 साल की उम्र में ‘ब्यूटी कॉन्टेस्ट’ जीतकर अपने माता-पिता ही नहीं, बल्कि झारखंड व अपने गांव का नाम भी रौशन किया. गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली प्रज्ञा ने कभी इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दी.

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दरअसल, हाल ही में गुजरात में सेलिब्रिटी लुक मॉडलिंग द्वारा आयोजित ‘मिस्टर, मिस एंड किड्स यूनिवर्स’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में देश के 10 राज्यों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. इस दौरान झारखंड के गुमला की रहने वाली प्रज्ञा राज विनर बनीं. प्रज्ञा को मॉडलिंग का काफ़ी शौक है. इसमें परिवार वाले भी उन्हें काफ़ी सहयोग करते हैं, जिस कारण वो ये ख़िताब जीतने में कामयाब रहीं.

मिस झारखंड भी रह चुकी हैं प्रज्ञा

प्रज्ञा राज इसी साल अगस्त में ‘मिस झारखंड’ का ख़िताब भी जीत चुकी हैं. अगस्त माह में बॉबी एंटरटेनमेंट रांची के तत्वाधान में आयोजित प्रतियोगिता में ‘मिस झारखंड’ का ख़िताब जीती थीं. क़रीब 2 महीने ही वो दूसरा ख़िताब जीतने में कामयाब रही हैं. अब सीएलएम द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में उन्होंने फिर से ख़िताब अपने नाम किया है.

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पिता बेचते हैं समोसे-कचौड़ी

प्रज्ञा राज बेहद मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हैं. वो ज़िला मुख्यालय के करमटोली स्थित केंद्रीय विद्यालय गुमला की 8वीं कक्षा की छात्रा है. उनके पिता ठेले पर समोसा, कचौड़ी व जलेबी बेचते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद उन्होंने मॉडल बनने का सपना नहीं छोड़ा. प्रज्ञा छोटी उम्र से ही मॉडलिंग करती आ रही हैं. इस दौरान उनके माता-पिता ने उन्हें काफ़ी सपोर्ट किया.

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प्रज्ञा राज ने बताया कि, ‘ब्यूटी कॉन्टेस्ट‘ जीतने के लिए कई तरह की ड्रेसेज़ और ब्यूटी प्रोडक्ट की ज़रूरत पड़ती है, लेकिन मेरे पिताजी ने कॉन्टेस्ट में जीतने के लिए मुझे वो हर चीज़ दिलाई जिसकी मुझे ज़रूरत थी. आर्थिक स्थिति ख़राब होने के बावजूद पिताजी ठेले पर समोसे बेचकर मेरा सपना पूरा करने में लगे रहे.

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