72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय वायु सेना की Squadron Leader मिंटी अग्रवाल को युद्ध सेवा मेडल से पुरस्कृत किया गया. ये मेडल पाने वाली मिंटी पहली महिला हैं. Squadron Leader मिंटी ने बालाकोट स्ट्राइक के 1 दिन बाद(27 फरवरी) भारी संख्या में पाकिस्तानी एयर फ़ोर्स के जहाज़, जम्मू कश्मीर के नौशेरा के तरफ़ बढ़ते देखे और भारतीय वायुसेना को सूचित किया. उनकी वजह से समय रहते भारतीय वायुसेना हमले का जवाब दे पाई.
विंग कमांडर अभिनंदन ने जब उड़ान भरी मैं ही उन्हें हालात के बारे में बता रही थी. मैंने अपनी स्क्रीन पर F-16 को गिरते देखा.
-Squadron Leader मिंटी
बातचीत में मिंटी ने ये भी बताया कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारतीय वायु सेना पाकिस्तान से जवाबी कार्रवाई की उम्मीद कर रही थी और वही हुआ.
हमने बालाकोट के नॉन-मिलिट्री ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया. हमें जवाबी हमले की पूरी उम्मीद थी. हम इसके लिए तैयार थे. 24 घंटों में उन्होंने जवाबदेही शुरू की. पहले कुछ ही पाकिस्तानी वायुयान थे बाद में इनकी संख्या बढ़ गई.
-Squadron Leader मिंटी
अग्रवाल का ये भी कहना है कि पाकिस्तानी वायुयान, भारतीय सीमा में क्षति पहुंचाने के लिए घुसे थे. पाकिस्तान का ये दावा था कि वो सिर्फ़ ये दिखा रहा था कि ज़रूरत पड़ने पर वो जवाब दे सकता है.
Squadron Leader मिंटी की बहादुरी को सलाम!