50s To 90s Popular Indian Magazines: भारत में मैगज़ीन (Magazine) का इतिहास बेहद पुराना है. भारत में सबसे पहले मैगज़ीन अंग्रेज़ों द्वारा प्रकाशित की गई थी. देश में प्रकाशित होने वाली पहली मैगज़ीन Oriental Magazine या Calcutta Amusement थी, जो 1785-86 के बीच प्रकाशित हुई थीं. इसके बाद कई छोटे-मोटे मिशनरी प्रकाशन हुए, लेकिन एक भारतीय द्वारा स्थापित और संपादित होने वाली पहली पत्रिका Hindustan Review थी, जो 1900 में शुरू हुई थी. इसीलिए आज हम उन देसी मैगज़ीन्स की बात करने जा रहे हैं जिनकी स्थापना 20वीं हुई थी. लेकिन ये 50s से लेकर 90s तक लोगों के बीच काफ़ी मशहूर रहीं. इंटरनेट के इस दौर में भी ये मैगज़ीन आज हमारे बीच हैं.

चलिए जानते हैं इस लिस्ट में कौन कौन सी मैगज़ीन हैं जो आज भी लोग पढ़ना पसंद करते हैं-

1- FilmFare Magazine

फ़िल्मफ़ेयर देश की सबसे पुरानी फ़िल्मी मैगज़ीन है. इसकी स्थापना सन 1952 में हुई थी. ये Worldwide Media द्वारा पब्लिश की जाती है. आज इंटरनेट के इस दौर में भी ये देश की सबसे पॉपुलर फ़िल्मी मैगज़ीन है. ये सालाना फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार बॉलीवुड, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार दक्षिण, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार पूर्व, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मराठी, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार पंजाबी, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार ओटीटी, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार शॉर्ट फ़िल्म और फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार स्टाइल एंड ग्लैमर भी वितरित करती है.

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2- India Today Magazine

इंडिया टुडे आज भी भारत की सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली मैगज़ीन है. ‘लिविंग मीडिया इंडिया लिमिटेड’ द्वारा प्रकाशित ये एक साप्ताहिक अंग्रेज़ी भाषा की न्यूज़ पत्रिका है. इंडिया टुडे की स्थापना 1975 में विद्या विलास पुरी (थॉम्पसन प्रेस के मालिक) द्वारा की गई थी. वर्तमान में इंडिया टुडे मैगज़ीन हिंदी, तमिल, मलयालम और तेलुगु में भी प्रकाशित होती है. आज इंडिया टुडे ग्रुप के कई न्यूज़ चैनल्स हैं बावज़ूद इसके इस मैगज़ीन की रीडरशिप 8 मिलियन के क़रीब है.

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3- Femina Magazine

फ़ेमिना मैगज़ीन की शुरुआत सन 1959 में हुई थी. इसे हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली और तमिल में पब्लिश किया जाता है. इसका स्वामित्व Worldwide Media के पास है, जो The Times Group की पूर्ण सहायक कंपनी है. फ़ेमिना देश की सबसे पुरानी महिला अंग्रेज़ी पत्रिका भी है, जो क़रीब 6 दशकों से प्रकाशित हो रही है.

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4- Grihshobha Magazine

दिल्ली प्रेस द्वारा प्रकाशित गृहशोभा (Grihshobha) भारत की सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली हिंदी पत्रिका है, जो महिलाओं पर केन्द्रित पत्रिका है. इसकी स्थापना 8 भाषाओं में प्रकाशित होती है. इंटरनेट के इस दौर में आज भी देश में इसके 1 मिलियन रीडर्स हैं. दिल्ली प्रेस की स्थापना 1939 में विश्वनाथ द्वारा की गई थी. कंपनी की पहली पत्रिका 1940 में ‘कारवां’ थी. दिल्ली प्रेस की प्रमुख हिंदी पत्रिका ‘सरिता’ 1945 में शुरू की गई थी. इसके बाद ‘सरस सलिल’, ‘वुमन एरा’ और ‘चंपक’ जैसी पत्रिकाएं भी प्रकाशित की.

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5- Stardust Magazine

स्टारडस्ट मैगज़ीन (Stardust Magazine) मुंबई की ‘मैग्ना पब्लिशिंग कंपनी लिमिटेड’ द्वारा प्रकाशित की जाती है. इसकी शुरुआत सन 1971 में नारी हीरा द्वारा शुरू की गई थी. साल 1995 के बाद ये फ़िल्म मैगज़ीन प्रसिद्ध पत्रकार, लेखक और स्तंभकार, शोभा डे की एडिटरशिप में काफ़ी लोकप्रिय हुई. इस फ़िल्मी मैगज़ीन का सर्कुलेशन आज भी 2,88,000 के क़रीब है, पहले 90 के दशक के मुक़ाबले केवल 10 प्रतिशत है.

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6- Cine Blitz Magazine

सिनेब्लिट्ज़ मुंबई से हर महीने प्रकाशित होने वाली हिंदी और अंग्रेज़ी फ़िल्म मैगज़ीन है. इसकी शुरुआत दिसंबर 1974 में Rifa Publications की Russy Karanjia ने की थी. साल 2006 तक ये भारत में टॉप 3 फ़िल्म मैगज़ीन में से एक थी. मई 2020 से इसने केवल एक विशेष डिजिटल संस्करण लॉन्च किया जबकि जून 2020 में अपने वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की थी. लेकिन इंटरनेट के दौर में भी ये मैगज़ीन हमारे बीच है.

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7- Vanita Magazine

वनिता मैगज़ीन ‘मलयाला मनोरमा ग्रुप’ द्वारा प्रकाशित एक हिंदी वीमेन पत्रिका है. ये पत्रिका हिंदी समेत कई अन्य दक्षिण भाषाओं में भी प्रकाशित होती है. ऑडिट ब्यूरो ऑफ़ सर्कुलेशन के मुताबिक़, सर्कुलेशन के हिसाब से ये भारत की सबसे बड़ी पत्रिका है, जिसकी औसत बिक्री 687,915 प्रतियां (दिसंबर 2013 तक) है. इंटरनेट के इस दौर में भी इसके सर्कुलेशन से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये कितनी मशहूर मैगज़ीन है.

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8- Sarita Magazine

सरिता मैगज़ीन ‘दिल्ली प्रेस ग्रुप’ द्वारा प्रकाशित एक हिंदी पत्रिका है. ये पहली बार सन 1945 में प्रकाशित हुई थी. महिलाओं पर केंद्रित ये पत्रिका सामाजिक और पारिवारिक पुनर्निर्माण की विचारधारा का प्रतीक है. सन 1950 के दशक में इसे मासिक आधार पर प्रकाशित किया गया था. सोशल मीडिया के इस दौर में आप इस मैगज़ीन को बुक स्टोर पर देख पाएंगे.

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