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हिंदू पंचांग के अनुसार, धन और समृद्धि का प्रतीक धनतेरस (Dhanteras) कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को होता है. इस दिन भगवान धनवंतरी और धन कुबेर के साथ देवी मां लक्ष्मी की पूजा करना शुभ होता है.
धनतेरस पर क्यों की जाती है ख़रीददारी?
पौराणिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दीपावली के दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है. इस दिन भगवान धन्वंतरि हाथों में अमृत से भरा कलश लेकर प्रकट हुए थे. इसलिए इस दिन को उनके जन्मदिन स्वरूप भी मनाया जाता है. हिन्दू धर्म के अनुसार, ये आयुर्वेद के देवता हैं. इसलिए धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा करना शुभ माना जाता है. हाथों में कलश लिए होने के कारण आज के दिन ख़रीदारी की जाती है ताकि घर में घन और धान्य की कमी न हो. धनतेरस को धनत्रयोदशी और धनवंतरि जयंती के नाम से भी जाना जाता है.
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धनतेरस तिथि और शुभ मुहूर्त
धनतेरस के दिन प्रदोष काल शाम 5 बजकर 37 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक है. वहीं वृषभ काल शाम 6 बजकर 18 मिनट से रात 8 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. ऐसे में धनतेरस वाले दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 18 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक रहेगा.
धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस के दिन पूजा के समय घर की उत्तर की ओर धनवंतरी और कुबेर की मूर्ति रखें. इसके बाद इनकी मूर्ति के सामने एक-एक घी का दीपक जलाएं. अब धूप दीप से आरती करके भगवान धनवंतरी को पीली मिठाई और कुबेर को सफ़ेद मिठाई का भोग लगाएं. पूजा के दौरान ‘ॐ ह्रीं कुबेराय नमः’ का जाप करें. इसके बाद ‘धनवंतरि स्तोत्र’ का पाठ करें. अंत में आरती करके पूजा में कोई भी ग़लती हुई या न हुई हो उसके लिए क्षमा मांगते हुए हाथ जोड़कर भगवान का आशीर्वाद लें.
धनतेरस के दिन बाज़ारों की सजावट में मन ऐसा खो जाता है कि समझ ही नहीं आता कि क्या ख़रीदें और क्या नहीं. हालांकि, लिस्ट तो बना ली होगी आपने, लेकिन लिस्ट में कहीं वो सामान तो नहीं लिख लिया जो लेना नहीं होता है. क्योंकि कुछ चीज़ें ऐसी होती हैं, जो धनतेरस पर भूलकर भी नहीं लेनी चाहिए.
1. स्टील से बनी चीज़ें
धनतेरस के दिन ज़्यादातर लोग स्टील के बर्तन ले आते हैं. इस दिन बाज़ारों में भी स्टील के बर्तन जगमगाते हैं, जबकि इन्हें ख़रीदने से बचना चाहिए क्योंकि स्टील शुद्ध धातु नहीं है. इस पर राहु का प्रभाव भी ज़्यादा होता है. इसलिए आप इस दिन सिर्फ़ प्राकृतिक धातुएं ही खरीदें. इसके अलावा केवल पीतल खरीदा जा सकता है.
2. लोहे की वस्तुएं न ख़रीदें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लोहे को शनिदेव का प्रतीक माना जाता है. इसलिए लोहे से बनी चीज़ों को धनतेरस पर ख़रीदने से बचें. ऐसा करने से धन कुबेर की कृपा नहीं होती है.
3. एल्यूमिनियम का सामान न ख़रीदें
एल्यूमिनियम धातु पर भी राहु का प्रभाव ज़्यादा होता है इसलिए धनतेरस पर एल्यूमिनियम के बर्तन या सामान न ख़रीदें. धनतेरस वाले दिन एल्यूमिनियम की कोई भी चीज़ घर में लाने की ग़लती न करें.
4. मिलावटी चीज़ों से बचें
धनतेरस के दिन कोई भी मिलावटी चीज़ें जैसे तेल, घी या कोई अन्य घरेलू सामान लाने से बचें. क्योंकि इस दिन अशुद्ध चीज़ें ख़रीदना अशुभ माना जाता है. धनतेरस पर अशुद्ध तेल या घी के दिये ना जलाएं.
5. काले रंग की चीज़ें न ख़रीदें
धनतेरस के दिन काले रंग की चीज़ों की ख़रीदारी करना अशुभ होता है, क्योंकि काले रंग को दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है. इसलिए धनतेरस पर काले रंग की चीज़ें न ख़रीदें.
6. खाली बर्तन लाने से बचें
धनतेरस के दिन अगर आप बर्तन ख़रीद कर ला रहे हैं तो उसे घर में खाली न लेकर आएं. बर्तन को घर लाने से पहले उसमें पानी, चावल या किसी दूसरी चीज़ से भर लें.
7. कांच के बर्तन न ख़रीदें
धनतेरस पर कांच के बर्तन या कांच का कोई भी सामान घर में न लाएं. इस दिन कांच की चीज़ों का इस्तेमाल करना अशुभ माना जाता है.
8. चीनी मिट्टी के बर्तन न ख़रीदें
धनतेरस पर चीनी मिट्टी से बने बर्तन या गुलदस्ता आदि नहीं ख़रीदना चाहिए. इन चीज़ों में स्थायित्व नहीं रहता है, जिससे घर में बरकत की कमी रहती है.
9. प्लास्टिक का सामान लाने से बचें
धनतेरस पर प्लास्टिक की बनी चीज़ें भी घर में न लाएं क्योंकि प्लास्टिक से बरकत नहीं होती हैं. इसलिए धनतेरस पर प्लास्टिक से बना कोई भी सामान घर में न लाएं.
10. नुकीली या धारदार चीज़ें न ख़रीदें
धनतेरस के दिन नुकीली या धारदार वस्तुएं ख़रीदने से बचना चाहिए, जिसमें चाकू, कैंची, पिन, सूई या कोई धारदार शामिल हैं. धनतेरस पर इन चीज़ों को ख़रीदना अशुभ माना जाता है.
आपको बता दें, धनतेरस पर सोने-चांदी की चीज़ें, बर्तन, झाड़ू और धनिया ख़रीदना बहुत शुभ माना जाता है.