Filmi Dialogue Or Songs In Hindi: बारिश एक मौसम नहीं एहसास है, यादें हैं. इस एहसास और यादों को फ़िल्मों में बख़ूबी दिखाया गया है, कभी एक्टिंग के ज़रिए तो कभी शब्दों के ज़रिए. शब्दों से बयां होता ये एहसास सीधे दिल पर लगता है. डायलॉग के रूप में लेखक ने बारिश को ताक़त, प्यार, अपनापन, ग़ुस्सा और ख़ुशनुमा पलों से जोड़ा है. बारिश में चाय और पकोड़ों के साथ अगर इन डायलॉग (Filmi Dialogue Or Quotes In Hindi) को भी शामिल कर लिया जाए तो बारिश का मज़ा दोगुना नहीं चौगुना हो जाएगा.

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Filmi Dialogue Or Songs In Hindi

इसलिए ऐसे ही कुछ डायलॉग्स और कोट्स (Filmi Dialogue Or Songs In Hindi) आपके लिए लाए हैं, जिन्हें इस बारिश ज़रूर पढ़ना और बारिश का मज़ा किसी अपने के साथ उठाना.

1.  बारिश की बूंदों से डरने वाले तूफ़ान का मुक़ाबला नहीं कर सकते. 

फ़िल्म: नमक हराम

2. सावन बरसे, तरसे दिल, क्यूं ना निकले घर से दिल, 

बरखा में भी दिल प्यासा है ये प्यार नहीं तो क्या है 
देखो कैसा बेक़रार है भरे बाज़ार में 
यार एक यार के इंतज़ार में.
फ़िल्म: दहक

3. बूंदों के मोतियों में घुल के एहसास आया, वक़्त से निकल के लम्हा दिल के पास आया.

फ़िल्म: वेक अप सिड

4. चले थंडी हवा…हो…संग मन भी गया 

ढूंढू मैं कहां उसको बतलाये कोई मुझको के हां हां रे 
भागे रे मन कहीं आगे रे मन चला जाने किधर जानू ना
फ़िल्म: चमेली

5. आज रपट जायें तो हमें ना उठइयो 

आज फिसल जायें तो हमें ना उठइयो 
 हमें जो उठइयो तो हमें जो उठइयो तो…
ख़ुद भी रपट जइयो हां ख़ुद भी फिसल जइयो 
आज रपट आहा.. आज रपट जायें तो हमें ना उठइयो.
फ़िल्म: नमक हलाल

6. रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन 

भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन 
रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन 
भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन 
रिम-झिम गिरे सावन
फ़िल्म: मंज़िल

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7. इक लड़की भीगी बागी सी, सोती रातों में जागी सी

मिली इक अजनबी से, कोई आगे ना पीछे 
तुम ही कहो ये कोई बात है हम्म… 
फ़िल्म: चलती का नाम गाड़ी

8. सावन ने आज तो, मुझको भिगो दिया 

हाय मेरी लाज ने, मुझको डूबो दिया 
ऐसी लगी छड़ी, सोचूं मैं ये खड़ी 
कुछ मैंने खो दिया, क्या मैंने खो दिया 
चुप क्यों है बोल तू, संग मेरे डोल तू 
मेरी चाल से चल मिला, ताल से ताल मिला 
ओ, ताल से ताल मिला
फ़िल्म: ताल

9. अब के सजन सावन में….

आग लगेगी बदन में घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र 
मिल न पायेंगे दो मन एक ही आंगन में. 
फ़िल्म: चुपके-चुपके

10. अरे हाय हाय ये मजबूरी ये मौसम और ये दूरी 

अरे हाय हाय मजबूर ये मौसम और ये दूरी 
मुझे पल पल है तड़पाये तेरी दो टकया दी नौकरी 
मेरा लाखों का सावन जाए.
फ़िल्म: रोटी, कपड़ा और मकान

11. बरसो रे मेघा मेघा… बरसो रे मेघा मेघा…बरसो रे मेघा बरसो

मीठा है कोसा है, बारिश का बोसा है 
कोसा है, कोसा है..बारिश का बोसा है 
जल जल जल जल जल 
जल थल जल थल 
चल..चल..चल…चल…चल बहता चल
नन्ना रे नन्ना रे नन्ना रे ना ना रे….
फ़िल्म: गुरू

12. टिप-टिप बरसा पानी 

पानी ने आग लगायी आग लगी दिल में तो 
दिल को तेरी याद आई 
तेरी याद आई तो 
जल उठा मेरा भीगा बदन. 
फ़िल्म: मोहरा 

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13. बरसात के मौसम में..तन्हाई के आलम में

मैं घर से निकल आया बोतल भी उठा लाया
अभी ज़िंदा हूं तो पी लेने दो…पी लेने दो
भरी बरसात में जी लेने दो. 
फ़िल्म: नाजायज़

बारिश के इन डायलॉग और गानों की लाइन (Filmi Dialogue Or Songs In Hindi) को सुनते ही यादें ताज़ा हो गई न!

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