Flour War Tradition: भारत में होली में रंगों से खेला जाता है मगर ग्रीस में होली की तरह से रंगों से नहीं, बल्कि रंगीन आटे से खेला जाता है, जिसे आटा युद्ध (Flour War) कहते हैं. इसमें लोग एक-दूसरे पर रंगीन आटा फेंकते हैं, जिससे चारों-तरफ़ आटा ही आटा नज़र आता है. ये उत्सव एथेंस के पश्चिम से 200 किलोमीटर दूर गैलेक्सीडी में मनाया जाता है, जो मछुआरों का शहर है. इस शहर की आबादी केवल 1700 है. यहां प्रसिद्ध व्यापारिक बंदरगाह है.
दरअसल, Flour War भले ही भारत की रंगों वाली होली से अलग हो, लेकिन यहां पर भी लोग इस उत्सव को पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं. इसे पारंपरिक क्रिस्चियन के 40 दिनों के उपवास की शुरुआत और कार्निवल सीज़न के अंत मनाया जाता है. हालांकि, कोविड के चलते पिछले 2 साल से इस उत्सव को रद्द किया जा रहा था, इसलिए इस बार ये उत्सव कुछ ख़ास था.
पर्यटक भी इस उत्सव में हिस्सा लेने के लिए दूर-दूर से आते हैं. एक पर्यटक कटरीना ड्रोसोपोलो का कहना है कि,
ये तो अद्भुत है, कोविड के बाद हम यहां मस्ती करने आए थे.
‘आटा युद्ध’ की परंपरा कथित तौर पर 1801 में ओटोमन साम्राज्य के प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में शुरू हुई थी, जिसने उस समय ग्रीस पर शासन किया था और कार्निवाल को मना किया था. ग्रीस के कुछ नागरिकों के अनुसार, इस परंपरा को निभाने का मतलब इन दिनों चल रहे आर्थिक संकट का सामना कर रहे देश के लोगों को शांति पहुंचाना है. कहते हैं कि, ओटोमन राजाओं ने लोगों को उत्सव मनाने पर रोक लगा दी थी. इस आदेश का विरोध करने के चलते लोग अपने चेहरों पर राख पोतकर सड़कों पर नाचने लगे थे.
आपको बता दें, देश-दुनिया में अलग-अलग तरीक़े से रंगों का त्योहार मनाया जाता है. जैसे, न्यूज़ीलैंड के वानाका उत्सव में पेंटिंग की जाती है, वहीं, थाईलैंड के सोंगकरन पर्व में जमकर पानी से खेला जाता है.