Hanuman Jayanti 2023: आज पूरा देश हनुमान जंयती मना रहा है. वेद-पुराणों के अनुसार, चैत्र मास की शुक्ल पूर्णिमा के दिन ही बजरंगबली का जन्म हुआ था.
1. मारुती है असली नाम
हनुमान भगवान का असली नाम मारुती है. लेकिन जब बचपन में उन्होंने सूर्य को निगल लिया था तब इंद्र ने वज्र से उनकी ठुड्डी पर प्रहार किया था. इसके बाद उनका जबड़ा बिगड़ गया. तब से उनका नाम हनुमान रख दिया गया. संस्कृत में हनु का मतलब जबड़ा होता है.
Hanuman Jayanti
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2. इनके पांच भाई हैं
भगवान हनुमान के पांच भाई हैं. ब्रह्माण्ड पुराण के अनुसार, अंजना और केसरी के कुल 5 पुत्र थे जिनमें से हनुमान जी सबसे बड़े थे. उनके बाकी चार भाई थे मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान और द्रतिमान. महाभारत में कुंती पुत्र भीम को भी उनका भाई बताया गया है.
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3. हनुमान भगवान शिव के अवतार हैं
हनुमान जी भगवान शिव के अवतार हैं. अंजनी पुत्र हनुमान को पवन पुत्र भी कहा जाता है. वो भक्ति, शक्ति, और दृढ़ता के प्रतीक हैं.
4. हनुमान जी का बेटा मकरध्वज
पौराणिक कथाओं के अनुसार, हनुमान भगवान का एक बेटा भी है. इसका नाम मकरधवज है. जब हनुमान जी लंका जलाकर वापस आ रहे थे तो समुद्र में गोता लगाकर उन्होंने अपनी पूंछ में लगी आग बुझाई थी. तब उनके शरीर का पसीना एक मछली के पेट में चला गया था, जिससे मकरध्वज का जन्म हुआ था.
5. महाभारत(कुरुक्षेत्र) के युद्ध में भी मौजूद थे
महाभारत के युद्ध के में भी बजरंगबली जी मौजूद थे. कुरुक्षेत्र में जब ये युद्ध लड़ा जा रहा था तब अर्जुन के रथ में जो पताका लगी थी वो हनुमान जी के नाम की थी.
6. हनुमान जी को प्रिय है केसरिया रंग
जब हनुमान जी ने सीता माता से पूछा कि वो केसरी सिंदूर क्यों लगाती हैं. तो उन्होंने बताया कि वो अपने पति यानी रामजी की दीर्घायु और सम्मान में लगाती हैं तो वो भी ख़ुद को केसरिया रंग में रगंने लगे. इससे ख़ुश होकर भगवान राम ने उनको वरदान दिया कि जो भी हनुमान जी को केसरी सिंदूर चढ़ाएगा उसकी सारी मुश्किलें दूर हो जाएंगी.
7. सबसे पहले भगवत गीता सुनी थी भगवान हनुमान ने
चूंकि हनुमान जी ध्वजा के रूप में अर्जुन के रथ पर मौजूद थे. तो ऐसा माना जाता है कि उन्होंने सबसे पहले श्रीकृष्ण के मुख से भगवत गीता सुनी थी. इसके बाद अर्जुन, संजय और बर्बरीक का नंबर आता है.
8. हनुमान जी ने भी लिखी है रामायण
वाल्मीकि के अलावा भगवान हनुमान ने भी रामायण लिखी है. कहते हैं कि वो जिस गुफ़ा में रहते थे उसमें उन्होंने रामायण का नया स्वरूप लिखा था.
9. पंचमुखी हनुमान
भगवान हनुमान के पांच मुख हैं, इसलिए उन्हें पंचमुखी भी कहा जाता है. पाताल लोक के एक राक्षस को मारने के लिए उन्होंने अपना ये रूप धारण किया था.
10. सूर्य नमस्कार का आविष्कार उन्होंने किया था
भगवान हनुमान महायोगी थे. उन्होंने ही सूर्य नमस्कार की खोज की थी. इस तरह वो अपने गुरू(सूर्य देव) को प्रणाम करते थे.
11. बजरंगबली गायक भी हैं
नारद पुराण में भगवान हनुमान को प्रमुख गायक के रूप में वर्णित किया गया है. उन्हें गायकी का वरदान नारद मुनि ने दिया था.
12. बजरंगबली के हैं 108 नाम
अष्टोत्तर शतनामावली में भगवान हनुमान जी के संस्कृत में 108 नाम वर्णित हैं. जैसे अंजनेय, हनुमंत, महावीर आदि.
13. अमर हैं भगवान हनुमान
वेद-पुराणों के अनुसार, भगवान हनुमान अमर हैं. वो इस धरती पर तब तक रहेगें जब तक कलयुग ख़त्म नहीं हो जाता.
14. भगवान हनुमान एक रक्षक हैं
माता काली ने उन्हें अपना रक्षक/द्वारपाल बनने का आशीर्वाद दिया है. शनि देव ने उन्हें वरदान दिया है जो भी उनकी पूजा करेगा वो उसकी रक्षा करेंगे.
15. विद्वान हनुमान
हनुमान जी को महा विद्वान कहा जाता है. उन्होंने अपनी शिक्षा भगवान सूर्य से प्राप्त की थी. वेद, तंत्र आदि सभी में वो पारंगत हैं.
भगवान हनुमान से जुड़े ये तथ्य पहले जानते थे आप?