एफ़एम चैनल आने से पहले रेडियो कार्यक्रमों का काफ़ी महत्व था. ख़ुद का मनोरंजन और जानकारी के लिए लोग रेडियो पर ही निर्भर थे. वहीं, मनोरंजन के लिए कई संगीत कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाते हैं, जिनमें एक था ‘बिनाका गीतमाला’, जिसे मशहूर रेडियो अनाउंसर अमीन सयानी संचालित करते थे. यह अपने वक़्त का सबसे लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम रहा.   

यह संगीत कार्यक्रम ‘बिनाका’ नामक टूथपेस्ट कंपनी द्वारा प्रायोजित किया गया था, लेकिन आज यह ब्रांड कहां ग़ायब हो गया किसी को कुछ नहीं पता. आइये, इस लेख के जरिए जानते हैं कि टूथपेस्ट ब्रांड को क़रीब से.   

गानों के साथ जुड़ा ब्रांड   

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यह वह दौर था जब टेलीविजन नहीं आया था और रेडिया ही एकमात्र साधन था मनोरंजन का. वहीं, संगीत कार्यक्रम बनाकर ‘बिनाका गीतमाला’ ने लोगों के दिल में एक ख़ास जगह बना ली थी. लोगों का मनोरंजन करने के साथ-साथ ‘बिनाका’ अपनी पब्लिसिटी भी कर रहा था.   

जानिए ‘बिनाका’ के बारे में    

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‘बिनाका’ एक ओरल हाइजीन ब्रांड था. इसने अपना दूथपेस्ट 1952 में रैकिट बेन्किसर (एफ़एमसीजी की दुनिया की एक बड़ी हस्ती) के द्वारा लॉन्च करवाया था. माना जाता है कि 70 के दशक में ‘बिनाका टूथपेस्ट’ ने काफी लोकप्रियता हासिल कर ली थी. ‘बिनाका’ एक ऐसा ब्रांड बना जिसने रेडियो के जरिए अपना एक अलग मुक़ाम बनाया था.   

बिनाका गीतमाला   

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जैसा कि हमने ऊपर बताया कि यह ‘बिनाका गीतमाला’ बिनाका द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम था. अब इस कार्यक्रम के बारे में थोड़ी जानकारी हासिल कर लीजिए. यह साप्ताहिक रेडियो कार्यक्रम था, जिसमें फ़िल्मी संगीतों को जगह दी गई थी. यह रेडियो पर आने वाला फ़िल्मी संगीत का पहला काउनडाउन कार्यक्रम था. ‘बिनाका गीतमाला’ का पहला कार्यक्रम 1952 में प्रसारित किया गया था. कहा जाता है कि इस कार्यक्रम को सुनने के लिए लोग बड़े बेताब रहते थे. यह उस समय हर बुधवार रात 8 से 9 बजे आता था.   

अमीन सयानी की जादुई आवाज़  

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इस कार्यक्रम को ख़ास बनाने के लिए अमीन सयानी को इसमें शामिल किया गया था. अमीन सयानी एक लोकप्रिय रेडियो अनाउन्सर हैं, जिनकी आवाज़ के लोग क़ायल थे. आज भी उन्हें रेडिया की दुनिया की एक ख़ास हस्ती के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने लंबे समय तक अपनी आवाज़ से लोगों का मनोरंजन किया.

हो गया ग़ायब   

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‘बिनाका गीतमाला’ के बंद होने के बाद यह ‘बिनाका’ की लोकप्रियता कम होने लगी और मार्केट से ग़ायब होने लगा. साल 1996 में डाबर कंपनी ने इस ब्रांड को ख़रीद लिया. डाबर ने ‘बिनाका’ के नाम से एक टूथ पाउडर भी लॉन्च किया था, लेकिन वो चल न पाया. इसके बाद डाबर ने बिनाका को बेचने की कोशिश की, लेकिन वो उसमें सफल न हो पाया. आज भी ‘बिनाका’, डाबर के पास ही है. भले ही ‘बिनाका’ टूथपेस्ट बाज़ार में नहीं है, लेकिन यह कई लोगों की यादों से जुड़ा हुआ है.