Evil Characters in Indian Mythology: पौराणिक काल न सिर्फ़ हिन्दू धर्मग्रन्थों में उल्लिखित हिन्दू इतिहास है, बल्कि इसे मानव के इतिहास से भी जोड़कर देखा जाता है. पौराणिक काल अद्भुत घटनाओं से भर पड़ा है. वहीं, कई लोग इसपर विश्वास करते हैं और कई नहीं. लेकिन, बहुत से ऐसे साक्ष्य मौजूद हैं, जो पौराणिक काल की बहुत-सी घटनाओं को प्रमाणिक करने काम करते हैं.
वहीं, पौराणिक काल की घटनाएं और उससे जुड़े पात्र (Most Powerful Demons in Hindu Mythology) बहुत कुछ सिखाने का काम करते हैं. देवी-देवताओं से अलग इस काल के नेगेटिव पात्रों और उनसे जुड़ी घटनाओं से भी बहुत कुछ आज का इंसान सीख सकता है. हमारा ये लेख इस विषय पर आधारित है.
आइये, जानते हैं पौराणिक काल के नेगेटिव पात्रों (Powerful Villain in Hindu Mythology in Hindi) से क्या-क्या सीखा जा सकता है.
1. रावण
Powerful Villain in Hindu Mythology in Hindi: रामायण का मुख्य विलेन रावण, जिसे हमेशा अच्छा-अच्छा सुनने की ही आदत थी. जब उसके भाई विभीषण ने पराई स्त्री यानी माता सीता के हरण को महापाप बताता है, तो उसे वो शत्रु ही मान बैठता है और अपनी सोने की लंका से उसे बाहर कर देता है. इससे हमें ये सीखना चाहिये कि अपने कानों को सिर्फ़ अच्छा-अच्छा सुनने का आदि न बनाओ. इसलिये कहा भी जाता है कि निंदक नियरे राखिए यानी तारीफ़ करने वालों से ज़्यादा निंदा करने वालों को नज़दकी रखना चाहिए. साथ ही अपनों की सलाह को महत्व देना सीखें.
2. दुर्योधन
महाभारत के युद्ध का मुख्य पात्र दुर्याधन ही था. उसमें अंहकार और क्रोध कूट-कूटकर भरा था और यही दोनों चीज़ें दुर्योधन के पतन का कारण बनीं. इसलिये, इंसान को हमेशा अपने क्रोध को नियंत्रित करना चाहिए और साथ ही अहंकार से दूर रहना चाहिये.
3. हिरण्यकश्यप
Powerful Villain in Hindu Mythology in Hindi: हिरण्यकश्यप एक दैत्य था, जिसका वध भगवान विष्णु ने नरसिंह का अवतार लेकर किया था. हिरण्यकश्यप ने कठीन तप कर ब्रह्मा से अवतार पाया था कि उसे न ही कोई मनुष्य मार सकता है, न पशु. न उसे कोई दिन में मार सकता है और न ही रात में. साथ ही न वो अस्त्र से मर सकता है और न ही सस्त्र से. इस वरदान ने उसे अंहकारी बना डाला और वो ख़ुद को अमर समझने लगा. वो चाहता था कि लोग उसकी पूजा करें.
हिरण्यकश्यप का अंहकार और उसके अमर होने के भ्रम को तोड़ने के लिए ही भगवान विष्णु ने नरसिंह का अवतार लिया और उसका वध कर डाला. ये घटना भी हमें सीख देती है कि इंसान इतना भी अंहकारी न हो जाए कि वो ख़ुद को ईश्वर समझने लगे. साथ ही हम में अगर कोई गुण या असाधारण चीज़ है, तो उसे अच्छे काम में इस्तेमाल करना चाहिए न कि बुरे काम के लिये.
4. कंस
कंस और भगवान कृष्ण के बीच मामा-भांजे का रिश्ता था, लेकिन जब उसने अपनी मौत की भविष्यवाणी सुनी कि उसकी मौत का कारण उसकी बहन देवकी का आठवां पुत्र का होगा, तो उसने मौत के भय सताने लगा.उसने वसुदेव और देवकी को का जेल में डाल दिया. देवकी के आठवें पुत्र श्री कृष्ण थे. कंस का वध श्री कृष्ण के हाथों ही हुआ. ये घटना ये सीख देती है कि मौत एक सत्य है, जिससे पीछा छुड़ाया नहीं जा सकता है. इसका डर आपको तिल-तिल मारेगा और अधर्म करने के लिये विवश कर सकता है. इसलिये, मौत का डर निकाल दें, क्योंकि इसे जब आना होगा वो अपने आप ही आ जाएगी.
5. शकुनि
Powerful Villain in Hindu Mythology in Hindi: महाभारत के मुख्य पात्रों में शकुनि का भी ज़िक्र है, जो काफ़ी चालाक और दुर्योधन की कुटिल नीतियों के पीछे शकुनि का ही हाथ था. साथ ही उसने कई बार छल का भी प्रयोग किया.
शकुनि से जो एक चीज़ सीखी जा सकती है, वो है जीवन में थोड़ा चालाक होना, ताकि विपरित परिस्थियों में आप इस विद्या का इस्तेमाल कर ख़ुद को बचा सकते हैं. लेकिन, कभी ग़लत कामों के लिए इसका प्रयोग न करें वरना हाल शकुनि जैसा ही हो सकता है.
6. महिषासुर
Powerful Villain in Hindu Mythology in Hindi: महिषासुर एक दानव था और इसे वरदान मिला हुआ था कि न ही देवता और और न ही दानव उसे मार सकते हैं. इस चीज़ का फायदा उठाकर उसने देव लोक के साथ-साथ पृथ्वी पर भी उत्पात मचाने लगा. इसके बाद मां दुर्गा ने ‘महिषासुर मर्दिनी’ का रूप धारण किया और महिषासुर का वध कर डाला. क्रम का फल इंसान को भुगतना पड़ता था. महिषासुर शक्तिशाली था, लेकिन उसके पापों का घड़ा उतना बढ़ चुका था कि वो मौत को रोक न सका. इसलिये, कहते हैं न कर्मा लौट कर ज़रूर आता है. जैसा करोगे वैसा भरोगे.