आज कल न मार्केट में हर चीज़ की दवाई आ चुकी है. एसिडिटी हो या सिरदर्द एक गोली खा लो फ़ौरन आराम आ जाता है. हालांकि, पहले ऐसा नहीं था. प्राचीन समय में लोग दवाईयां न लेकर अजीबो-ग़रीब तरीक़े से सिरदर्द दूर करने की कोशिश करते थे. प्राचीन काल के ये उपाय कितने कारगार थे और कितने नहीं. ये तो हम नहीं बता सकते हैं, पर हां आपको उन उपायों की जानकारी ज़रूर दे सकते हैं.

चलिये जानते हैं कि पहले के समय में लोग सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिये क्या-क्या करते थे.

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1. बकरी के बालों का हेयरबैंड 

सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यही सच है. कहते हैं कि सदियों पहले लोग सिरदर्द दूर करने के लिये बकरी के बालों का हेयरबैंड पहनते थे. इसके लिये पहले वो वर्जिन बकरी ढूंढते थे. इसके बाद उसके बाल लेकर उसमें सात गांठ लगा कर उसका हेयरबैंड बनाते थे और फिर इसे सिर में बांध लेते थे. ऐसा करने से लोगों का सिरदर्द दूर हो जाता था. 

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2. मिट्टी का मगरमच्छ 

इतिहास में लोगों ने सिरदर्द दूर करने के लिये मिट्टी का बना हुआ मगरमच्छ भी यूज़ किया है. कहा जाता है कि पहले जब भी कोई सिरदर्द की समस्या से जूझता था, तो मिट्टी का मगरमच्छ बना कर खोपड़ी पर बांध लेता था. इससे उसे सिरदर्द में आराम मिल जाता था. हांलाकि, ये कितने साल पहले की बात इस बारे में कहना मुश्किल है.  

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3. लहसुन को खोपड़ी में रखें 

10वीं शताब्दी के आस-पास लहसुन का उपयोग सिर्फ़ खाने के लिये नहीं, बल्कि सिरदर्द दूर करने के लिये किया जाता था. सिरदर्द में लोग लहसुन को खोपड़ी पर रखते थे, लेकिन कहते हैं कि ये उपाय उतना सही साबित नहीं हुआ. इसके बाद लोग सिरदर्द के लिये हॉट पोकर यूज़र करने लगे थे. 

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4. Forehead पर Earthworms रखना

पढ़ने में इतना अजीब लग रहा है, तो सोचिये उस समय लोग ऐसा काम कैसे करते होंगे. कितनी अजीब बात है कि किसी ज़माने में सिरदर्द के समय लोग अपने Forehead पर Earthworms यानि केंचुआ रखते थे.

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5. हथौड़ा  

15वीं शताब्दी के आस-पास सिरदर्द दूर करने के लिये हथौड़े का इस्तेमाल भी किया जाता था. हथौड़े का नाम सुनकर तो किसी का भी सिरदर्द दूर हो जाये.

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यार… ये उपाय जानने के बाद तो हम ख़ुद को ख़ुशनसीब समझ रहे हैं कि हमें इन मुसीबतों से नहीं गुज़रना पड़ा. वरना पता नहीं हमारा क्या ही होता.