हिंदू धर्म में तुलसी (Basil) के पौधे को बेहद पवित्र माना जाता है. तुलसी के पौधे को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. भारत में शायद ही ऐसा कोई घर हो जहां तुलसी का पौधा न लगा हो. हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे से कई आध्यात्मिक बातें जुड़ी हैं. भगवान विष्णु को तुसली बेहद पसंद है, इसीलिए तुलसी के पत्तों के बिना भगवान विष्णु की पूजा में प्रसाद नहीं चढ़ाया जाता है. ये पौधा जितना पवित्र माना जाता है उतना ही ये गुणकारी भी है. तुलसी को सेहत के लिए वरदान भी माना जाता है. इसमें कई बीमारियों से लड़ने के गुण पाए जाते हैं. मेडिकल साइंस ने भी माना है कि तुलसी के पौधे में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल व एंटीबायोटिक गुण होते हैं.

ये भी पढ़ें- Parijaat Tree: आख़िर ‘पारिजात’ के पेड़ को इतना पवित्र क्यों माना जाता है, जानिए इसकी ख़ासियतें?

indiatvnews

कहा जाता है कि घर में तुलसी का पौधा होना बेहद शुभ होता है. इसके सामने हर शाम दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है. मान्यता है कि तुलसी होने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है. पुराणों में बताया गया है कि मृत्यु के समय गंगाजल संग तुलसी के पत्ते लेने से आत्मा को शान्ति और स्वर्ग की प्राप्ति होती है.

pinterest

हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का महत्व 

शालिग्राम को भगवान विष्णु का ही रूप माना जाता है और तुलसी को उनकी पत्नी. इसलिए भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी का उपयोग विशेष रूप से किया जाता है. पूरे कार्तिक मास में तुलसी को दीपक लगाने की परंपरा भी है. भगवान कृष्ण के भोग और सत्यनारायण की कथा के प्रसाद में तुलसी की पत्ती जरूर रखनी चाहिए. ऐसा नहीं करने से प्रसाद पूरा नहीं माना जाता.  

pinterest

ये भी पढ़ें- इस अनोखे पेड़ को इंसानों की तरह ही लगती है गुदगुदी, छूते ही खिलखिला उठता है  

तुलसी के पौधे से जुड़ी ख़ास बातें

तुलसी 5 प्रकार की होती है. श्यामा तुलसी, राम तुलसी, विष्णु तुलसी, वन तुलसी और नींबू तुलसी. इसके पांचों प्रकारों के अपने-अपने फ़ायदे होते हैं. तुलसी की पत्तियां कुछ खास दिनों में नहीं तोड़नी चाहिए. चंद्रग्रहण, एकादशी और रविवार के दिन तुलसी की पत्तियां न तोड़ें. सूर्यास्त के बाद भी तुलसी की पत्तियां नहीं तोड़नी चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है.

pharmeasy

सेहत के लिए बेहद फ़ायदेमंद है तुलसी 

1- तुलसी की पत्तियों में मौजूद विटामिन A में एंटीऑक्सीडेंट गुण हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक हैं. 

2- तुलसी में मौजूद विभिन्न रासायनिक तत्व शरीर में संक्रमण से लड़ने वाली एंटीबॉडी के उत्पादन में 20% तक की वृद्धि करते हैं. 

3- नियमित रूप से तुलसी के अर्क की बूंदे पानी में डालकर पीने से इम्युनिटी बढ़ती है, जिससे सर्दी, खांसी, जुकाम, फ्लू, वायरल अपना असर नहीं दिखा पाते.

nurserylive

4- तुलसी में एंटी-इफ्लेमेन्ट्री के तत्व भरपूर होते हैं. इसके लगातार सेवन से रेड ब्लड सेल्स का शरीर में इजाफ़ा होता है. 

5- तुलसी एंटी-बायोटिक का काम भी करती है. हर रोज़ इसका इस्तेमाल करने से शरीर से हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं. 

6- हर रोज तुलसी के कुछ पत्ते चबाने से सेहत भी ठीक रहती है. इसमें बीमारियों से लड़ने के गुण होते हैं. 

timesofindia

7- तुलसी को दवा की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है. घर में तुलसी का पौधा होने से मच्छर व छोटे कीड़े-मकौड़े भी नहीं आते हैं. 

8- एक्सपर्ट के मुताबिक़, गर्भवती महिलाओं में उल्टी की परेशानी होने पर भी तुलसी लाभकारी होती है. 

9- शहद के साथ तुलसी का सेवन करने से सर्दी-जुकाम और गले का दर्द ठीक हो जाता है. 

ayurvalley

10- कान में दर्द में होने पर तुलसी की बूंद गुनगुना करके कान में डालने से दर्द कम होता है. 

11- किसी घाव पर तुलसी की बूंद डालने से संक्रमण से भी बचा जा सकता है. 

12- तुलसी मुंह से आने वाली दुर्गंध से भी निजात दिलाती है. ये दांत दर्द और मसूड़ों में खून निकलने की समस्या से भी निजात दिलाती है. 

utkaltoday

तुलसी के पौधे और उसकी पत्तियों को कभी भी बिना स्नान के नहीं छूना चाहिए और न ही तोड़ना चाहिए.

ये भी पढ़ें- दुनिया के सबसे पुराने पेड़ों में से एक बाराबंकी के ‘पारिजात पेड़’ की कहानी है बेहद चौंकाने वाली