मां ने प्यार से हमारा नाम अभय रखा है. रहने वाले लखनऊ के हैं. सूचनाओं को ठेलने के युग में हम ख़बरों से खेलने में लगे हैं. हमें Satirist मानने वालों पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है. शौक़ सिर्फ़ कलाकारी का रहा है, जिसे हम समय-समय पर व्यंग्य, शायरी और कविता के ज़रिए पूरा कर लेते हैं. हमारी प्रेरणा आरक्षित नहीं है. हमें कभी भी, कुछ भी प्रेरित कर सकता है. लाइफ़ से सिर्फ़ इतना चाहिए कि ज़िंदा महसूस करता रहूं.