मां हमेशा अपने बच्चों का ही साथ देती है. लेकिन इस ख़बर को पढ़ कर लगेगा कि मां सिर्फ़ बच्चों का ही नहीं, कई बार सच का भी साथ देती है. ख़बर बेंगलुरु के एक राजनीतिज्ञ परिवार की है. कर्नाटक के पूर्व मंत्री S. R. Kashappanavar के बेटे द्वारा लिए गए तलाक की है.

कोर्ट ने मंत्री के बेटे को तलाक के बदले पत्नि को 4.85 करोड़ रुपये देने के आदेश दिए हैं. सबसे ख़ास बात इस केस में थी कि खुद मंत्री की पत्नी ने अपनी बहू का साथ दिया. पति-पत्नी करीब चार साल से अलग-अलग रह रहे थे.

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साल 2012 से दोनों के बीच पति-पत्नी वाला कोई रिश्ता नहीं था. देवानंद की मां ने कोर्ट को बताया कि बिना तलाक के उनके बेटे ने दूसरी शादी कर ली थी और उस शादी से उन्हें एक बच्चा भी है.

अपने बयान में देवानंद की मां ने बताया कि उनके बेटे ने पूरे घर के खिलाफ़ जा कर दूसरी शादी की थी. उनके बेटे के नाम पर कई एकड़ ज़मीन और करोड़ रुपये हैं.

लड़की के रिश्तेदार ने बताया कि शादी के कुछ दिन बाद ही देवानंद का रैवया बदल गया था. वो अपनी पत्नी से किसी अंजान की तरह पेश आने लगा. एक दिन तो उसने अपनी पत्नी को खरी-खोटी भी सुनाई थी.

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इन सब बयानों को सुनने के बाद ही कोर्ट ने देवानंद को अपनी पत्नी को 4 करोड़ से ज़्यादा का मुआवज़ा देने की फ़ैसला सुनाया.

एक लड़की की मजबूरी समझ कर अपने ही बेटे के खिलाफ़ कोर्ट में बयान देने मां के लिए कठिन ज़रूर होगा, लेकिन ऐसे ही कठिन फ़ैसलों को लेने के लिए ही तो मां को जाना जाता है.

Source: TOI