गर्मियों के मौसम में ज़्यादातर भारतीय पहाड़ों पर छुट्टियां मनाने जाते हैं. प्रेमी जोड़ों, फ़ैमिली और दोस्तों के ग्रुप के पंसदीदा पहाड़ी इलाक़ों में से एक है शिमला.

आपने भी अगर तेज़ गर्मी से बचने के लिए शिमला ट्रिप प्लैन किया है, तो उसे कैंसिल कर दीजिये. कारण? वहां के बाशिंदों के पास पीने के लिए पानी नहीं है.

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में पीने का पानी न होने के कई कारण हैं. उनमें से एक है:

‘टूरिस्ट्स की उमड़ती भीड़’

सर्वविदित है कि मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए वर्षों से प्राकृतिक संसाधनों का हद से ज़्यादा उपयोग करता आया है. शिमला में भी कुछ ऐसा ही हुआ है. राजधानी को पॉपुलर टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने के चक्कर में आस-पास के प्राकृतिक संसाधनों का इतना प्रयोग किया गया कि वहां पानी का संकट पैदा हो गया है.

अस्पताल, स्कूल, होटल, दुकान हर जगह भयानक स्थिति है.

Climate Change के कारण ये शहर भी पहले से अधिक गर्म रहने लगा है. पिछले साल मॉनसून के दौरान यहां बारिश भी ढंग से नहीं हुई. इन सब के बाद सर्दियों में यहां न के बराबर बारिश हुई और स्थिति बिगड़ती चली गई.

इस आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सरकार के पास अब तक कोई समाधान नहीं है. Tripoto में छपी रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय बाशिंदों का दावा है कि हर साल शिमला में पानी की दिक्कत होती है, इस साल ज़्यादा दिक्कत हो रही है.

शिमला के निवासियों को 2 दिन में एक बार पानी आने की आदत है. लेकिन इस बार 5-7 दिनों तक उनके घरों के नल सूखे पड़े हैं. शिमला के कुछ इलाकों में निवासियों का दावा है कि उन्हें Sewage का पानी सप्लाई किया जा रहा है.

ऐसे में शिमला के लोगों की आख़री उम्मीद टैंकर का पानी ही है. टैंकर के पानी के दाम भी आसमान छू रहे हैं. विपत्ति की इस घड़ी में सभी अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं.

HT की रिपोर्ट के अनुसार, शिमला में कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां 11 दिनों से पानी नहीं आया है और वहां टैंकर भी नहीं पहुंच रहे हैं.

रविवार रात को Waterworks दफ़्तर के सामने कुछ लोग धरने पर बैठ गये और समस्या के समाधान की मांग करने लगे.

HT

शिमला के मॉल रोड के होटल और रेस्त्रां भी पानी की कमी से जूझ रहे हैं. दुनियाभर से सैलानी मॉल रोड घूमने आते हैं और अब स्थिति ऐसी है कि यहां के होटल अपने मेहमानों को वॉशरूम इस्तेमाल करने की इजाज़त भी नहीं दे सकते. छोटे गेस्टहाउस और होटल अपनी बुकिंग कैंसल कर रहे हैं.

सरकार मौन है, टैंकर वाले मनमानी रकम वसूल रहे हैं और आम आदमी परेशान है.

शिमला में पानी की कमी से जुड़ी एक फ़ेसबुक पोस्ट भी साझा की जा रही है-

हम इस लेख के पाठकों से एक दफ़ा फिर कहेंगे कि शिमला जाने के अपने प्लैन्स को इसी वक़्त कैंसल कर लीजिये. आपके वहां जाने से वहां की हालत और बिगड़ेगी.