17वीं शताब्दी में एक नन थी. ऐसा कहा जाता था कि उस पर भूत का साया है. उसने उस वक़्त किसी कोड लैंग्वेज में एक लेटर लिखा था. अब उसे ट्रांसलेट कर लिया गया है. कहा जाता है कि शैतान ने उनसे ये सब लिखवाया था. 300 साल बाद पता चल गया है कि इसमें क्या लिखा था.

सिस्टर Maria Crocifissa Della Concezione ने लिखा था कि शैतानी ताकत उनके हाथ से ये सब लिखवा रही है. ये 1676 की बात है. 15 साल की उम्र से ये नन Sicily के एक कॉन्वेंट में रहती थी, वहीं ये लेटर मिला था.

नन ने कहा था कि एक सुबह ये लेटर उन्हें मिला था, उन्हें ये भी याद नहीं था कि ये उन्होंने कब लिखा था.

Catania के Ludum Science Centre के साइंटिस्ट्स ने इसे ट्रांसलेट किया है. इसके लिए उन्होंने उन सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल किया था, जो इंटेलिजेंस सर्विसेस द्वारा कोड्स का अर्थ समझने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं.

रिसर्चर्स ने बताया कि ये नन चीख कर बेहोश हो जाया करती थी, उसका कहना था कि शैतानी आत्माएं उसका इस्तेमाल कर रही हैं. इस लेटर को पूरा ट्रांसलेट नहीं किया जा सका है, लेकिन जितना ट्रांसलेट किया गया है, उससे ये साफ़ हो जाता है कि इसमें नकारात्मक बातें लिखी हुई हैं.

उसने भगवान और शैतान को ‘Dead Weights’ कहा है, जिसे उस समय आपराधिक मतान्तर समझा जाता था. लेटर में ये भी लिखा कि ये व्यवस्था किसी के लिए काम नहीं करती, इंसान ने ही भगवान को बनाया है. भगवान सोचता है कि वो मनुष्यों को मुक्त कर सकता है.

सेंटर के निदेशक Daniele Abate ने कहा कि उन्हें लगता है नन की भाषाओं पर अच्छी पकड़ रही होगी, तभी उसने ये कोड बनाया. उसे Schizophrenia जैसी कोई बीमारी भी रही हो सकती है, जिसके कारण वो शैतान की बातों की कल्पना करने लगी होगी.