काम करते करते थक जाने पर आप क्या करते हैं? छोटा ब्रेक ले लेते हैं. अपने इस ब्रेक में दिमाग को फ़्रेश करने के लिए आप चाहते हैं कि कोई फ़िल्म देख लें मगर ज़्यादा वक़्त ख़राब होने के डर से आप ऐसा नहीं करते. 

अगर आप भी इस दुविधा से रोज़ जूझते हैं तो उसका तोड़ हैं शॉर्ट फ़िल्में. शार्ट फ़िल्मों की ख़ासियत ये है कि ये आपको 1 घंटे से भी कम समय में ख़त्म हो जाती हैं और आपको बेहतरीन एंटरटेनमेंट भी देती हैं

1. द स्कूल बैग: 

15 मिनट की इस शॉर्ट फ़िल्म में रसिका दुग्ग्गल और सरताज आर.के. ने एक्टिंग की है. ये शॉर्ट फ़िल्म एक मां और उसके बेटे के बीच के प्यारे रिश्ते को दिखाती है. फारूक और उसकी अम्मी पाकिस्तान के छोटे शहर पेशावर में रहते हैं. बच्चा की एक छोटी सी मांग होती है कि वो अपने पिता से मिलना चाहता है. इस छोटी सी कहनी में ऊपर से खुश दिख रहे लोग भीतर से असल में कैसे होते हैं इसको दिखाया गया है.  

2. नो स्मोकिंग: 

 ‘सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है’ ये तो सबको ही मालूम है और इस पर जानकारी देने वाले ख़ूब वीडियो भी बने मगर दीपक डोबरियाल, सनी लियॉन और आलोक नाथ की इस 5 मिनट का ये वीडियो अपने आप में मज़ेदार भी है और जागरूक भी करता है. 

3. टेंथ रेस:

हम सबके चहेते पंकज त्रिपाठी 15 मिनट की इस शॉर्ट फ़िल्म में दिखाई देंगे. इस सस्पेंस थ्रिलर में चार लोग मिलकर एक क्राइम करने का सोचते हैं जो जोख़िम भरा हो सकता है मगर एक काम काम पूरा हो गया तो कोई ख़तरा नहीं. 15 मिनट की ये फ़िल्म आपको बीच में उठने का मौका नहीं देगी. 

4. पुराना प्यार – Love Handles:

मोहन अगाशे और लिलेट दुबे की शॉर्ट फ़िल्म पुराना प्यार दो ऐसे लोगों की कहानी है जो साबित करते हैं की प्यार की कोई उम्र नहीं होती. गोरिल्ला शॉर्ट्स की ये फ़िल्म एक सीरीज़ ‘Love Handles’ का एक हिस्सा है. इस शॉर्ट फ़िल्म ने कई इनाम भी अपने नाम किये. 

5. पीरियड – ऐंड ऑफ़ अ सेंटेंस:

नेटफ़्लिक्स की ये डॉक्यूमेंट्री आपको ज़रूर देखनी चाहिए. 26 मिनट की ये डॉक्यूमेंट्री उत्तर प्रदेश के काठीकेरा गांव में युवा महिलाओं के एक ग्रुप के अनुभवों और संघर्षों आसपास घूमती है. ये युवा महिलाएं अरुणाचलम मुरुगनांथम यानी पैडमैन ऑफ इंडिया द्वारा बनायीं गयी की गई कम लागत वाली मशीनों का उपयोग करके सेनेटरी नैपकिन बनाती हैं. 2019 में इस शॉर्ट फ़िल्म को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट के लिए ऑस्कर मिला.

नेटफ़्लिक्स की इस फ़िल्म को यूट्यूब में भी देख सकते हैं.  

6. द रिलेशनशिप मैनेजर: 

साधारण मगर सोचने पर मज़बूर कर देने वाली शॉर्ट फ़िल्म है रिलेशनशिप मैनेजर. फ़िल्म की कहानी एक मैनेजर(अनूप सोनी) के आसपास घूमती है. जो लॉकडाउन के चलते घर से काम कर रहा है. कॉल करने के लिए उसके पास एक लिस्ट है जिनको वो दिन भर में फ़ोन करता है. फ़ोन कॉल कैसे अजीब मोड़ लेता है वो इस फ़िल्म में दिखाया गया है. फ़िल्म में अनूप सोनी के साथ दिव्या दत्ता, अनुपम खेर और सना ख़ान जैसे एक्टर्स भी दिखाई देंगे. 

7. कांदे पोहे: 

महाराष्ट्र में जब एक लड़का पहली बार अरेंज मैरिज़ के लिए लड़की के घर जाता है तो कांदा पोहा परोसा जाता है. इस रिवाज़ को ‘कांदे पोहे दा कार्यक्रम’ कहते हैं. इस शॉर्ट फिल्म की कहानी संजय(तुषार पाण्डेय) और मनीषा(अहसास चन्ना) की है जो अपने कांदे पोहे दा कार्यक्रम में मिल रहे हैं. 

8. OP स्टॉप स्मेलिंग योर सॉक्स: 

2011 में आई इस शॉर्ट फ़िल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी हैं और यही एक कारण काफी होना चाहिए इसे देखने के लिए. इस फ़िल्म की कहानी एक ऐसे इंसान की है जो जिस बस में है उस बस की विंडो सीट पर कब्ज़ा कर चाहता है मगर असफ़ल रहता है. 

9. नीतिशास्त्र: 

फ़िल्म में तापसी पन्नू लड़कियों को सेल्फ़-डिफेंस सिखाती हैं ताकि लड़कियां बाहरी दुनिया के लोगों से खुद को बचा सकें मगर उनका पूरा जीवन पलट जाता है जब उन्हें मालूम चलता है कि उनके ही भी ने महिला के ख़िलाफ अपराध किया है. 

10. घर की मुर्गी:

इस साल के महिला दिवस पर सोनी लिव ने शॉर्ट फ़िल्म निकाली थी घर की मुर्गी. क़रीब 18 मिनट लंबी ये फ़िल्म कई ज़रूरी सवाल खड़े करती है और अहम मुद्दों को उठाती है. इस फ़िल्म में साक्षी तंवर एक घरेलू महिला का किरदार निभा रही हैं. ये कहानी किसी भी घर की महिला की हो सकती है

https://www.youtube.com/watch?v=D567scaLR6s

ब्रेक में इन फ़िल्मों को देखने से ना सिर्फ़ समय का सदुपयोग होगा बल्कि आप फ्रेश मूड से दोबारा काम शुरू कर सकते हैं.