OTT प्लेटफ़ॉर्म्स और स्ट्रीमिंग ऐप्स/वेबसाइट्स एंटरटेनमेंट का नया ज़रिया बन चुके हैं. मुश्किल ये है कि प्लेटफ़ॉर्म्स हैं बहुत सारे और सबके सब्सक्रीप्शन लेना तो असंभव ही है?

दोस्तों से भी कितनी उधारी मांगी जाए यार, एक पॉइंट के बाद शर्म तो आएगी ही न? 
किसी-किसी प्लेटफ़ॉर्म पर तो तो बग़ैर सब्सक्रिप्शन के लॉग-इन ही नहीं किया जा सकता पर कुछ प्लेटफ़ॉर्म्स पर बिना सब्सक्रीप्शन के भी फ़िल्में देखी जा सकती हैं.  

Disney+ Hotstar पर ये फ़िल्में आप फ़्री में देख सकते हैं- 

1. छिछोरे 

कॉलेज के दिनों की यादें ताज़ा कर देंगी सुशांत सिंह राजपूत, श्रद्धा कपूर की ये फ़िल्म.  

2. एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी 

धोनी की बायोपिक और सुशांत का दमदार अभिनय. धोनी के रिटायरमेंट के बाद ये फ़िल्म फ़ैन्स के और क़रीब आ गई है.  

3. मसान 

ये विक्की कौशल की डेब्यू फ़िल्म थी. पहली ही फ़िल्म में ही उन्होंने बता दिया था कि वो ख़ास क्यों हैं. संजय मिश्रा, रिचा चड्ढा, श्वेता त्रिपाठी का दमदार अभिनय और बेहतरीन गाने इस फ़िल्म को मस्ट वॉच बनाते हैं. 

4. बधाई हो 

इस फ़िल्म के ज़रिए एक ऐसे इश्यू को उठाया गया जिस पर आमतौर पर बात नहीं होती. नीना गुप्ता, गजराज राव ने पर्दे पर जादू सा कर दिया है.  

5. हरामखोर 

नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी, श्वेता त्रिपाठी की ये फ़िल्म अगर अब तक नहीं देखी है तो पहली फ़ुर्सत में देख डालिए. इस फ़िल्म की कहानी है टीचर-स्टूडेंट के बीच के रोमैंस की.  

6. सुपर 30 

पटना में IIT की कोचिंग चलाने वाले आनंद कुमार के जीवन पर आधारित इस फ़िल्म में रितिक ने काफ़ी अलग तरह के किरदार को निभाया है. आमतौर पर वो मस्कुलर, पॉपुलर, स्पैकटैकुलर हीरो टाइप रोल करते हैं पर इसमें उन्होंने एक टीचर के संघर्ष को जिया है.  

7. मिशन मंगल 

मार्स को मॉम कैसे मिली, इस फ़िल्म में उसी कहानी को दिखाया गया है. इस फ़िल्म की वर्सटाइल कास्ट इस फ़िल्म को मस्ट वॉच बनाती है.  

8. भाग मिल्खा भाग  

इस फ़िल्म की कैटगरी ये होनी चाहिए ‘जब एकदम अच्छा नहीं लग रहा हो और कहीं से मोटिवेशन चाहिए’. ये फ़िल्म मिल्खा सिंह की बायोपिक है और फ़रहान अख़्तर ने इस किरदार को बख़ूबी निभाया है.  

9. पिंक  

न कहना क्यों ज़रूरी है और न के क्या मायने है इस फ़िल्म ने इस बात को बख़ूबी समझाया है. हर एक शख़्स को ये फ़िल्म ज़रूर देखनी चाहिए और समझना चाहिए कि ‘लड़कियों के कपड़े और मेकअप का मतलब इन्विटेशन नहीं होता.’ 

10. बाला 

सुंदरता बाह्य नहीं होती और इंसान को अंदर से सुंदर होना चाहिए. बचपन से सुनते आ रहे हैं ये बात पर मानते नहीं हैं. बाल झड़ना एक आम समस्या है पर इसके बावजूद अच्छे से जीवन जिया जा सकता है, बाल झड़ने का मतलब दुनिया का अंत नहीं है. आयुष्मान ने फिर से एक बार इस फ़िल्म के ज़रिए तालियां बटोर लीं. 

तो देर किस बात की, आज ही देखना शुरू करो!