सांभा हो या शेट्टी 80 के दशक के इन विलेंस को सब जानते हैं. इन्होंने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को काफ़ी समय तक एंटरटेन किया है. ये वो विलेन हैं जिनकी लोकप्रियता किसी हीरो से कम नहीं है. मगर क्या अप इनके बेटों के बारे में जानते हैं. इनमें से कुछ के बेटे फ़िल्मी दुनिया में बहुत नाम कमा रहे हैं, तो कुछ ज़्यादा लंबी रेस के घोड़े नहीं साबित हुए हैं. 

आइए मिलवाते हैं आपको इन विलेंस के बेटों से.

1. एम. बी. शेट्टी और रोहित शेट्टी

शेट्टी के नाम से फ़ेमस एम बी शेट्टी जाने-माने विलेन थे. 80 के दशक में ज़्यादातर फ़िल्मों में उन्हें देखा जाता था. अपने पिता के नक्शे क़दम पर चलते हुए रोहित शेट्टी आज जाने-माने फ़िल्म डायरेक्टर बन चुके हैं. उन्होंने कई हिट फ़िल्में दी है, जिनमें सिंघम, गोलमाल की फ़्रेंचाइज़ी वाली फ़िल्में और सिम्बा शामिल हैं. 

2. मैक मोहन और विक्रांत मेकीजन

मैक मोहन को उनके द्वारा निभाए गए सांभा के रोल के लिए जाना जाता है, लेकिन जब वो मुंबई आए थे, तो उनका सपना क्रिकेटर बनने का था. उनकी पत्नी का नाम मिनी है और उनकी दो बेटी और एक बेटा है. आख़िरी बार उनके बेटे को ‘द लास्ट मार्बल’ नाम की मूवी में देखा गया था. 

3. दलीप ताहिल और ध्रुव ताहिल

दलीप ताहिल फ़िल्मी दुनिया के जाने-माने विलेन्स में से एक हैं. इश्क़, बाज़ीगर, राजा, क़यामत से क़यामत तक, तलाश और सोल्जर में उनके द्वारा निभाए गए किरदार लोगों को आज भी याद होंगे, लेकिन उनके बेटे ध्रुव ताहिल बॉलीवुड से दूर लंदन में अपने एक्टिंग और मॉडलिंग के करियर में सक्रिय हैं.

4. कबीर बेदी और अदम बेदी

कबीर बेदी अपने किरदारों के साथ-साथ अपनी लव-लाइफ़ के लिए भी बहुत फ़ेमस हैं. उन्होंने नागिन, ख़ून भरी मांग और साहेब बीवी गैंगस्टर 3 के अलावा कई बेहतरीन फ़िल्मों में काम किया है. उनके बेटे अदम बेदी एक इंटरनेशनल मॉडल हैं.

5. अमजद ख़ान और शादाब ख़ान

‘गब्बर’ के रोल ने अमजद ख़ान को जो लोकप्रियता दिलाई वो किसी और रोल ने नहीं दिलाई. उनके बेटे शादाब ख़ान ने बॉलीवुड में अपना डेब्यू राजा की आएगी बारात से किया था, लेकिन उनको लोगों ने नहीं क़बूल किया. कुछ टाइम के बाद वो फ़िल्मों से ग़ायब हो गए. 

6. शक्ति कपूर और सिद्धांत कपूर

क्राइम मास्टर गोगो और बलमा ये नाम सुनते ही शक्ति कपूर की याद आ जाती है. उन्होंने 80 के दशक के एक से बढ़कर एक हिट फ़िल्में दीं. मगर क्या आप उनके बेटे सिद्धांत कपूर को जानते हैं. उन्होंने कई फ़िल्मों में काम किया है, लेकिन उन्हें पहचान कम ही मिली. आख़िरी बार उन्हें फ़िल्म हसीना पारकर में देखा गया था. 

7. डैनी डेंज़ोंग्पा और रिंज़िंग डेंज़ोंग्पा

डैनी का असली नाम Tshering Phintso Denzongpa है. फ़िल्मों में आने के बाद उन्होंने जया बच्चन के कहने पर अपना नाम डैनी रख लिया. क़रीब चार दशकों तक एक्टिंग में अपना दबदबा बनाने वाले डैनी के बेटे रिंज़िंग डेंज़ोंग्पा फ़िल्मों में आने की तैयारी कर रहे हैं. जल्द ही वो अपना फ़िल्मी डेब्यू करेंगे.

8. सुरेश ओबेरॉय और विवेक ओबेरॉय

सुरेश ओबेरॉय की आवाज़ और उनका अभिनय दोनों ने ही दर्शकों के दिलों में ख़ास जगह बनाई थी. उनके बेटे विवेक ओबेरॉय ने फ़िल्म कंपनी से अपना डेब्यू किया था, जो काफ़ी हिट रही थी. उसके बाद विवेक साथिया जैसी हिट फ़िल्म दी. मगर ऐश्वर्या से लिंक-अप के बाद उनका फ़िल्मी करियर डगमगा गया. आज विवेक कभी-कभी फ़िल्मों में दिख जाते हैं. जल्द ही विवेक ओबेरॉय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक में नज़र आएंगे.

9. गुलशन ग्रोवर और संजय ग्रोवर

400 फ़िल्मों में काम कर चुके गुलशन ग्रोवर का सबसे फ़ेमस किरदार फ़िल्म राम-लखन का ‘Bad Man’ वाला किरदार है. मगर उनके बेटे संजय Metro Goldwyn Mayer के साथ एक इंटरनैशनल प्रोजेक्ट पर उन्हें असिस्ट कर रहे हैं.

10. रज़ा मुराद और अली मुराद

राम तेरी गंगा मैली हो गई, खुद्दार, राम लखन, प्रेम रोग, हिना, प्यार का मंदिर और मोहरा जैसी सुपरहिट फ़िल्में दे चुके रज़ा मुराद को किसी परिचय की ज़रूरत नहीं है. उनको पहचानने के लिए उनकी आवाज़ ही काफ़ी है. उनके बेटे अली लंदन में थियेटर सीख रहे हैं, वो जल्द ही अपना बॉलीवुड डेब्यू कर सकते हैं. 

बॉलीवुड से जुड़ी ऐसी ही रोचक ख़बरों से हम आपको आगे भी रू-ब-रू कराते रहेंगे.