एक समय था जब एंटरटेनमेंट का मतलब टीवी और बॉलीवुड ही होता था. मगर बीतें कई सालों में इसके मायने बदले हैं. ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स अपने लीग से हटकर कंटेंट के ज़रिए दर्शकों को स्क्रीन से चिपकने पर मजबूर कर रहे हैं. इस डिजिटल दुनिया में ऐसे कई एक्टर्स हैं जिन्होंने अपनी शानदार अदाकारी से लोगों का दिल जीत लिया. इनका अभिनय इस क़दर था मानों हम उन किरदारों को अपने आस-पास होते देख पा रहे थे.
2020 में अब तक आई वेब सीरीज़ में काम कर रहे इन टैलेंटेड एक्टर्स पर अगर आपकी नज़र नहीं पड़ी है तो एक नज़र ज़रूर डालें. हमारी तरह आप भी इनकी अदाकारी के कायल हो जाएंगे.
1. जयदीप अहलावत (पाताल लोक)
हाथीराम चौधरी के रूप में, जयदीप अहलावत ने इस साल एक पुलिस वाले के रूप में बेहतरीन अभिनय किया है. बॉलीवुड के द्वारा बनाई गई पुलिस छवि को तोड़ते हुए जयदीप को देखना बेहद ही मज़ेदार था.
2. अभिषेक बैनर्जी (पाताल लोक)
सीरीज़ में अभिषेक के ज़्यादा डायलॉग्स नहीं थे मगर फिर भी हथोड़ा त्यागी के रूप में वो लोगों के अंदर डर बैठाने में क़ामयाब रहे. जिन्होंने अभिषेक के अभिनय को मिर्ज़ापुर में देखा होगा वो पहले से ही उनकी अदाकारी पर फ़िदा होंगे.
3. रघुबीर यादव (पंचायत)
चाचा चौधरी हो या लगान फ़िल्म में किसान का रोल रघुबीर ने हमेशा ही अपनी एक्टिंग से हमेशा ही स्क्रीन पर छाप छोड़ी है. पंचायत में प्रधान के रूप में भी रघुबीर ने एक ग़ुस्सैल नेता की भूमिका में लोगों को ख़ुद से बड़ी ही सहजता से जोड़ लिया.
4. जितेंद्र कुमार (पंचायत)
अभिषेक त्रिपाठी या सचिव जी के रूप में जीतेन्द्र की भूमिका बेहद ही मज़ेदार थी. जीतेन्द्र को देख कर सबको यही लगा मानो वो उनकी अपनी सी कहानी है. एक मध्य वर्ग युवा जो हमेशा अपने उज्जवल भविष्य की तलाश में रहता है.
5. अरशद वारसी (असुर)
अरशद वारसी का नाम अभिनय जगत में कोई नया नहीं हैं. वो हमेशा से ही अपने अभिनय से लोगों का दिल जितना जानते हैं. मगर असुर में उनका अभिनय क़ाबिले तारीफ़ था. वो एक ऐसे आदमी का रोल निभा रहे थे जो कि समय से लड़ कर अपनी पत्नी की जान बचाने में लगा हुआ था.
6. विशेश बंसल (असुर)
विशेश बंसल क़िरदार बेहद सरहानीय था. छोटी से उम्र में ही उनके अंदर टैलेंट का भंडार है. एक Sociopath के रूप में उनका क़िरदार बेहद ही डरावना था.
7. विनीत कुमार सिंह (बेताल)
भले ही बेताल ने कुछ ख़ास कमाल नहीं किया हो. मगर विनीत का क़िरदार आपको स्क्रीन से जुड़े रहने पर मजबूर कर देता है.
8. मंजरी पुपला (बेताल)
आदिवासी महिला पुनिया के रूप में मंजरी पुपाला ने वाक़ई में अपना डंका बजा दिया. एक तरह से मंजरी ही सीरीज़ की जान हैं.
9. के के मेनन (स्पेशल कॉप्स)
के के मेनन को स्क्रीन पर देखना हमेशा ही अच्छा होता है. स्पेशल कॉप्स में हिम्मत सिंह की उनकी भूमिका बेहद ही लाजवाब थी.
10. गुलशन देवैया (अफ़सोस)
गुलशन कि एक मात्र एक्टिंग ही थी जिसने इस सीरीज़ को डूबने से बचाए रखा. देवैया एक असहाय और ऐसे नायक थे जिसने पूरी ईमानदारी से अपना क़िरदार निभाया. ऐसा व्यक्ति जो अपने जीवन को समाप्त करना चाहता है, केवल एक ‘रहस्यमय’ साजिश में फंसने के लिए.
11. चंदन रॉय (पंचायत)
विकास के रूप में चंदन का रोल आपको अपने खड़ूस बॉस, ऑफ़िस कल्चर, कभी न ख़त्म होने वाले काम की याद दिलाता है. इसके साथ ही उन ऑफ़िस दोस्तों की भी जिनकी वजह से जीवन थोड़ा आसान बन जाता है.
12. नीरज काबी और गीतांजलि कुलकर्णी (ताज महल 1989)
दोनों ही एक्टर्स कि एक्टिंग शब्दों में बयां नहीं की जा सकती है. बात ताजमहल की करें तो, उनके बीच का प्यार सरल था लेकिन दिल को छू जाता है. आपके दिल में एक प्यारा सा एहसास पैदा कर देता है.
13. अनुद सिंह ढाका (ताज महल 1989)
नीरज काबी, शीबा चड्ढा जैसे एक्टर्स के बीच भी अनुद अपनी छाप छोड़ने में क़ामयाब रहें. अंगद के रूप में उन्होंने एक बेहद ही प्यारा क़िरदार निभाया है.