25 अक्टूबर, 1957 को भारतीय सिनेमा की सबसे बेहतरीन फ़िल्म मदर इंडिया (Mother India) रिलीज़ हुई थी. इस फ़िल्म में नरगिस (Nargis Dutt), सुनील दत्त (Sunil Dutt), राज कुमार (Raaj Kumar) और राजेन्द्र कुमार (Rajendra Kumar) ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं. इसका डायरेक्शन महबूब ख़ान (Mehboob Khan) ने किया था. महबूब ख़ान ने ही इस फ़िल्म को प्रोड्यूस भी किया था.
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‘मदर इंडिया’ ही वो फ़िल्म है जिसने इंडियन सिनेमा को एक अलग पहचान दी. क्योंकि ये फ़िल्म केवल भारत ही नहीं विदेशों में भी काफ़ी पॉपुलर हुई थी. इस फ़िल्म के ज़रिये ही बॉलीवुड में रचनात्मक सिनेमा की शुरुआत भी हुई थी. यही कारण था कि ये फ़िल्म ‘ऑस्कर’ के फ़ाइनल तक पहुंची थी.
चलिए ‘मदर इंडिया’ फ़िल्म से जुड़ी ये 15 अनसुनी बातें भी जान लेते हैं-
1- ‘मदर इंडिया’ भारत की ओर से ऑस्कर में भेजी गई पहली हिंदी फ़िल्म थी.
2- इस फ़िल्म ने Best Foreign Language Film की कैटेगरी में ऑस्कर नामांकन हासिल किया था.
3- ‘मदर इंडिया’ तीसरे पोल के बाद महज 1 वोट से ऑस्कर अवॉर्ड जीतने से चूक गई थी.
4- नरगिस दत्त ने ही निर्माता-निर्देशक महबूब ख़ान को इस फ़िल्म का नाम ‘मदर इंडिया’ सुझाया था.
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5- ‘मदर इंडिया’ फ़िल्म साल 1940 में रिलीज़ हुई महबूब ख़ान की फ़िल्म ‘औरत’ की रीमेक थी.
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6- इस फ़िल्म को उस साल 2 नेशनल अवॉर्ड और 5 फ़िल्मफ़ेयर सहित कुल मिलाकर 9 अवॉर्ड मिले थे.
7- ‘मदर इंडिया’ ने कमाई के मामले में पिछली सभी भारतीय फ़िल्मों का रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया था.
8- ‘मदर इंडिया’ फ़िल्म फिल्म बॉक्स ऑफ़िस पर ऑलटाइम ब्लॉकबस्टर रही थी. ये उस समय की सबसे महंगी फ़िल्म थी.
9- ‘मदर इंडिया’ फ़िल्म 60 लाख रुपये में बनी थी. इस फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर 8 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की थी.
10- इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान नरगिस आग के बीच फंस गई थीं. इस दौरान सुनील दत्त ने आग में कूदकर उनकी जान बचाई थी.
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11- सुनील दत्त की इस बहादुरी से प्रभावित होकर नरगिस उनसे से प्यार करने लगीं और अगले ही साल दोनों ने शादी भी कर ली.
12- डायरेक्टर महबूब ख़ान सबसे पहले इस फ़िल्म में दिलीप कुमार को कास्ट करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया था.
13- ‘मदर इंडिया’ की सफ़लता के बाद डायरेक्टर महबूब ख़ान ने इसी की तर्ज पर ‘सन ऑफ़ इंडिया’ फ़िल्म बनाई थी, लेकिन ये फ़िल्म फ़्लॉप साबित हुई.
14- ‘मदर इंडिया’ की कामयाबी के बाद भारत के राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद और प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के लिए फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग भी रखी गई थी.
15. ‘मदर इंडिया’ की सफ़लता के बाद महबूब ख़ान ने इस फ़िल्म को स्पेनिश, फ्रेंच और रुसी भाषा मे भी रिलीज़ किया था. यूरोपीय देशों में भी इस फ़िल्म ने ख़ूब पॉपुलैरिटी हासिल की थी.
इस आइकॉनिक फ़िल्म से जुड़ी ये बातें कैसी लगीं आपको?