हॉरर फ़िल्म ‘1921’ का ट्रेलर इन दिनों यूट्यूब पर ट्रेंड कर रहा है. ये फ़िल्म भी 1920 फ़्रेंचाईज़ी का ही हिस्सा है. 2008 में रजनीश दुग्गल और अदा खान अभिनीत फ़िल्म ‘1920’ से शुरू हुआ सिलसिला दस साल से चल रहा है और दस साल में वो ‘1920’ से ‘1921’ में पहुंच पाए हैं. इन दस सालों में इस फ़्रेंचाईज़ी की तीन फ़िल्में आयीं, ‘1920’, ‘1920: Evil Returns’, ‘1920: London’. अब चौथी फ़िल्म, ‘1921’ आने वाली है. इस फ़िल्म में ज़रीन खान और करण कुंद्रा हैं. चारों फ़िल्मों में इतनी समानताएं हैं कि फ़िल्म देखते हुए पल-पल आपको पता होता है कि अगले पल क्या होगा. 

सबूत हैं हमारे पास, देख लीजिये:

1. ज़्यादा ही क्यूरियस लड़की

आपको अगर सोते हुए कोई आवाज़ सुनाई दे तो क्या करेंगे? असल में तो ज़्यादातर लोग करवट बदल कर दोबारा सो जाते हैं, लेकिन इन फ़िल्मों की लड़कियां कुछ ज़्यादा ही जिज्ञासु होती हैं और इन्हें अपनी नींद से कोई ख़ास लगाव भी नहीं होता.

जब इन्हें कोई आवाज़ सुनाई देती है तो ये गहरी नींद त्याग कर मोमबत्ती उठा कर एडवेंचर पर निकल पड़ती हैं. घूम-घूम कर भूत को ढूंढती हैं.

2. भूत से ज़्यादा डरावना आदमी

इन फ़िल्मों में एक माली या चौकीदार होता है, जो खुद भूत से ज़्यादा डरावना होता है. इसका काम होता है भूत के बारे में लोगों को बताना. भूत के बारे में पता होने के बाद भी ये आदमी खुद सालों से वहीं रह रहा होता है.

3. कब्रिस्तान फ़ेसिंग हवेलियां

वैसे तो लोग Sea Facing घर पसंद करते हैं, लेकिन अपार पैसा होने के बाद भी ये लोग एक ऐसा घर लेते हैं, जिसके आस-पास कुछ हो न हो, कब्रिस्तान ज़रूर होता है, ताकि बीच रात में लड़की वहां जाकर थ्रिल फ़ील कर सके.

4. महलों वाले भूत

इन फ़िल्मों के भूत आम भूतों से बहुत अलग होते हैं. इन भूतों के अपने ठाट होते हैं, रहने के लिए इन्हें महल जैसे घर चाहिए होते हैं, वो भी यूरोपियन अर्कीटेक्चर वाले.

5. दिल्ली से ज़्यादा धुंध इनके सेट पर होती है

दिल्ली धुंध के लिए बदनाम है, लेकिन एक नज़र इन फ़िल्मों की लोकेशन पर डालेंगे तो आप पाएंगे कि यहां दिल्ली से भी ज़्यादा Smog है. इसके बावजूद इनके घर के बाहर की घांस कुछ ज़्यादा हरी होती है, जाने कौनसी खाद डालते हैं.

6. घुटनों के बल चलने वाला भूत

इन फ़िल्मों के भूत बहुत क्यूट होते हैं. जैसे ही ये भूत शरीर पर कब्ज़ा करते हैं, लड़की घुटनों के बल चलना शुरू कर देती है.

7. योग प्रेमी भूत

इन भूतों को योग भी बहुत पसंद होता है. सबके सब बाबा शिल्पा शेट्टी के Fan लगते हैं. जैसे ही किसी में घुसते हैं, वो ऐसे-ऐसे आसन करने लगता है कि बाबा रामदेव शर्मा जायें.

8. हीरोइन के लिए यूनिफ़ॉर्म है

इन फ़िल्मों में हीरोइन की Costumes पर ज़्यादा पैसा खर्च नहीं किया जाता. 2008 जो ड्रेस अदा शर्मा ने पहनी थी, उसी से काम चल रहा है. याद है न ये सफ़ेद रंग का अजीब सा गाउन?

9. ‘हमारे पास बस आज रात तक का वक़्त है’

इस फ़िल्म में ये बात सुनने को न मिले तो फ़िल्म पूरी नहीं होती. इनको भूत हमेशा डेडलाइन देकर रखता है, उससे पहले इन्हें उसे भगाना होता है. इनका हथियार होते हैं ओम, क्रॉस और हनुमान चालीसा.

10. भूत सब जानता है

ये भूत अपने आप में एक इतिहासकार होता है. जब कोई लड़की को बचाने आता है तो ये उसके बाप दादा के कारनामे बता कर उसे चौंका देता है.

11. आदमी की आवाज़ में बोलती लड़कियां

भूत के शरीर में प्रवेश करने पर लड़कियां मर्दाना आवाज़ में बात करने लगती हैं. सभी भूतों की आवाज़ में क्या शानदार बेस होता है.

12. भूत भगाने आये व्यक्ति का मरना तय है, असली Exorsist तो हीरो है न

भूत को भगाने आये पादरी, तांत्रिक आदि से ये भूत घंटा नहीं डरता और उसका मरना तय होता है. इसके बाद हीरो ही असली Exorsist बन कर भूत को भगाता है.

और भी कई अजीबोग़रीब चीज़ें इन फ़िल्मों में होती रहती हैं, जिन्हें देख कर हंसी आ ही जाती है. ‘1920: Evil Returns’ फ़िल्म में भूत इलाइची फ़्लेवर मिल्कशेक जैसा पदार्थ औंकता है, तो कभी कीलें उगलता है. फ़िल्म में कुछ हो न हो, विदेशी टांगों के तीन-चार शॉट ज़रूर होते हैं. बिलकुल सिंडिरेला स्टाइल!

दरअसल, बात ये है कि फ़िल्म या तो Predictable हो सकती है या डरावनी. Predictable हॉरर फ़िल्म कॉमेडी फ़िल्म जैसी लगने लगती है.